Blog: शब्दों का दंगल |
![]() ![]() अभी दो दिन पहले की ही तो बात है। घर में राशन, दालें आदि समाप्त हो गये थे। पूरा नगर लॉकडाउन था। आवाजाही बिल्कुल बन्द थी। मैंने स्थानीय किराना व्यापारी को फोन करके घर का सामान लिखवा दिया। लेकिन उसने कहा कि सामान तो मैं पैक करके रख दूँगा। मगर लेकर कैसे जाओगे? ... Read more |
![]() ![]() बाल सुलभ जिज्ञासाओं की अभिव्यक्तियाँ“खेलें घोड़ा-घोड़ा” सहारनपुर निवासी डॉ.आर.पी.सारस्वत 2016 में मेरे द्वारा आयोजित “राष्ट्रीय दोहाकार समागम“ में खटीमा पधारे थे। मेरी धारणा थी कि ये दोहाकार ही हैं मगर तीन-चार दिन पूर्व मुझे इनका बाल कविता संग्रह “खेले... Read more |
![]() ![]() उदात्त भावनाओं की शायरी अदबी दुनिया में साधना वैदअब तक ऐसा नाम था जो काव्य के लिए ही जाना जाता था। किन्तु हाल ही में इनका कथा संग्रह “तीन अध्याय”और बाल कथा संग्र “एक फुट के मजनूँमियाँ”प्रकाशित हुआ तो लगा कि ये न केवल एक कवयित्री है अपितु एक सफल कथाकारा ... Read more |
![]() ![]() ‘स्मृति उपवन’पठनीय और संग्रहणीयभी संस्मरणों के संग्रह ‘स्मृति उपवन’ के पुस्तकाकार करने हेतु बधाई और शुभकामनाएँ स्वीकार करें। आपके संस्मरणों को पढ़ने का अवसर प्राप्त हुआ और मैं भाग्यशाली हूँ कि आपके इस संग्रह के विषय में अपने विचार दे रही हूँ। आपक... Read more |
![]() ![]() अट्ठावन कविताएँ“महाभारत जारी है” कुछ दिनों पूर्व मुझे स्पीडपोस्ट से “महाभारत जारी है” नाम की एक कृति प्राप्त हुई। मन ही मन मैं यह अनुमान लगाने लगा कि यह ऐतिहासिक काव्यकृति होगी। “महाभारत जारी है” के नाम और आवरण ने मुझे प्रभावित किया और मैं इसको पढ़ने के लि... Read more |
![]() ![]() प्रेमचन्द का जीवन परिचय (Premchand's Biography) जन्म-प्रेमचन्द का जन्म ३१ जुलाई सन् १८८० को बनारस शहर से चार मील दूर लमही गाँव में हुआ था। आपके पिता का नाम अजायब राय था। वह डाकखाने में मामूली नौकर के तौर पर काम करते थे।जीवन धनपतराय की उम्र जब केवल आठ साल की थी तो माता के स्वर्... Read more |
![]() ![]() आज ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा है। आज के ही दिन दो महान विभूतियों का जन्म हमारे भारत वर्ष में हुआ था। जिनमें एक सन्त कबीर थे और दूसरे जनकवि बाबा नागार्जुन थे। सन्त कबीर एक समाज सुधारक थे और उनके नाम पर आज कई मठ बने हैं और उनमें मठाधीशों आधिपत्य है। जबकि बाबा नागा... Read more |
![]() ![]() ♥ रस काव्य की आत्मा है ♥सबसे पहले यह जानना आवश्यक है कि रस क्या होता है?कविता पढ़ने या नाटक देखने पर पाठक या दर्शक को जो आनन्द मिलता है उसे रस कहते हैं।आचार्यों ने रस को काव्य की आत्मा की संज्ञा दी है।रस के चार अंग होते हैं। 1- स्थायी भाव,2- विभाव,3- अनुभाव और4- संचारी भावसहृ... Read more |
![]() ![]() श्रीमती आशा लता सक्सेना का पंचम काव्य संकलन"सिमटते स्वप्न" लगभग एक सप्ताह पूर्व श्रीमती आशा लता सक्सेना का पंचम काव्य संकलन मुझे प्राप्त हुआ। लेकिनआज समय मिला है अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का। पठनीय रचनाओं से सुसज्जित 186 पृष्ठों की इस पुस्... Read more |
![]() ![]() आज दिनांक 22-09-2-14 कोमेरे खटीमा नगर मेंश्री रामलीला पात्र परिषद् द्वारारामलीला का मंचन प्रारम्भ हो गया।जिसके मुख्य अतिथि खटीमा फाइबर्स के अध्यक्षआर.सी.रस्तोगी ने पूजन के बाद फीता काटकर उद्घाटन किया।इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप मेंमा. पुष्कर सिंह धामी, विधायक खटीमा ,... Read more |
![]() ![]() खटीमा (उत्तराखण्ड) आज हिन्दी दिवस की पूर्व संध्या पर संस्कार भारती के तत्वावधान में हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में स्थानीय राणाप्रताप इण्डर कालेज में एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता गीताराम बंसल ने की तथा संचालन राजकीय इण्टक कालेज क... Read more |
![]() ![]() आज स्थानीय राणाप्रताप इण्टर कालेज, खटीमा में गोकुलधाम संस्कृत योग सेवा संस्थान के बैनर तलेसंस्कृत स्वतन्त्रता दिवस महोत्सव का आयोजन किया गया।जिसकी अध्यक्षता हिन्दी संस्कृत के प्रवक्ता शिवभगवान मिश्र ने की तथा मुख्यअतिथिडॉ.रूपचन्द्र शास्त्री, विशिष्ट अतिथि ... Read more |
![]() ![]() उत्तर-प्रदेश के नैनीताल जिले के काशीपुर शहर (यह अब उत्तराखण्ड में है) से धुमक्कड़ प्रकृति के बाबा नागार्जुन का काफी लगाव था। सन् 1985 से 1998 तक बाबा प्रति वर्ष एक सप्ताह के लिए काशीपुर आते थे। वहाँ वे अपने पुत्र तुल्य हिन्दी के प्रोफेसर वाचस्पति जी के यह... Read more |
![]() ![]() मित्रों।फेस बुक पर मेरे मित्रों में एक श्री केवलराम भी हैं। उन्होंने मुझे चैटिंग में आग्रह किया कि उन्होंने एक ब्लॉगसेतु के नाम से एग्रीगेटर बनाया है। अतः आप उसमें अपने ब्लॉग जोड़ दीजिए। मैेने ब्लॉगसेतु का स्वागत किया और ब्लॉगसेतु में अपने ब्लॉग जोड़ने का प्रय... Read more |
![]() ![]() मित्रों!आज मेरे छोटे पुत्र का जन्मदिन है।खाओ आज मिठाई जमकर,जन्मदिवस है आज तुम्हारा।महके-चहके जीवन बगिया,आलोकित हो जीवन सारा।।बाबा-दादी, पापा-मम्मी,सब देंगे उपहार आपको।वर्षगाँठ है आज तुम्हारी,देंगे अपना प्यार आपको।।बूढ़ीदादी-दादा जी भी,अपने आशीषों को देंगे।बदले म... Read more |
![]() ![]() हँसता उपवन (डॉ प्रीत अरोड़ा) वैसे तो बहुत से रचनाधर्मी लम्बे समय से साहित्य सृजन कर रहे हैं लेकिन डॉ. प्रीत अरोड़ा ने बहुत कम समय में ही गद्य और पद्य दोनों में अपनी पहचान बनायी है।आज मुझे अपने मेल पर उनकी बालकृति “हँसता उपवन” की पाण्डुलिपि की फाइल मिली तो म... Read more |
![]() ![]() स्वीकार करने से कतरा रहें हैं सब! क्या समाचार चैनल? क्या राजनीतिक दल? सभी आप की लोकप्रियता को देखकर बेचैन हो रहे हैं। परन्तु स्वीकार करने से कतरा रहे हैं। विचारणीय प्रश्न है कि ऐसा क्यों? आम आदमी आज आम के साथ जाने का मन बना चुका है। इसीलिए आप के साथ आम आदम... Read more |
![]() ![]() बात 1989 की है। उन दिनों बाबा नागार्जुन खटीमा प्रवास पर थे। उस समय खटीमा में डिग्री कॉलेज में श्री वाचस्पति जी हिन्दी के विभागाध्यक्ष थे। बाबा उन्हीं के यहाँ ठहरे हुए थे। वाचस्पति जी से मेरी मित्रता होने के कारण बाबा का भरपूर सानिध्य मुझे मिला था। अपने एक मही... Read more |
![]() ![]() दिल का दर्पण है, काव्य संग्रह "मेरा गाँव मिल गया है" आज उत्तरायणी कौतिक मेले में खटीमा के प्रख्यात चिकित्सक डॉ.चन्द्र शेखर जोशी की काव्यपुस्तिका"मेरा गाँव मिल गया है"का विमोचन किया गया। दो घंटे के अल्प समय में "मेरा गाँव मिल गया है"को बाँचने का काम ... Read more |
![]() ![]() लिए पुरानी अपनी नौका, टूटी सी पतवार,बताओ कैसे उतरें पार?देख रवानी लहरों की, हमने मानी है हार,बताओ कैसे उतरें पार?... Read more |
![]() ![]() उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस उत्तराखण्ड (पूर्व नाम उत्तराञ्चल), उत्तर भारत में स्थित एक राज्य है जिसका निर्माण ९ नवम्बर २००० को कई वर्षों के आन्दोलन के पश्चात भारत गणराज्य के सत्ताइसवें राज्य के रूप में किया गया था। सन २०००&n... Read more |
![]() ![]() दैनिक अमर उजाला दिनांक 04-10-2013 पृष्ठ-6, कॉलम 7-8 नैनीताल-ऊधमसिंह संस्करण♥ समाचार ♥‘... दे देंगे जान वतन पर कश्मीर नहीं देंगे।’खटीमा। संस्कार भारती के तत्वावधान में गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित काव्य मंच में कवियों और साहित्यकारों ने अपने कविता पाठ से उपस्थित जन... Read more |
![]() ![]() अभिव्यक्तियों का उपवन है "प्रारब्ध"-0-0-0- कुछ समय पूर्व मुझे श्रीमती आशा लता सक्सेना के काव्यसंकलन “प्रारब्ध” की प्रति डाक से मिली थी। आज इसको बाँचने का समय मिला तो “प्रारब्ध” काव्यसंग्रह के बारे में कुछ शब्द लिखने का प्रयास मैंने किया है। श्रीम... Read more |
![]() ![]() हिलक्रेस्ट ओर्चार्ड, जॉर्जिया, USAपुरुषोत्तम पाण्डेय का एक संस्मरण मेरा बचपन उत्तरांचल के आँचल में ही बीता. मैंने बसंत ऋतु के आगमन पर आड़ू और सेव को बौराते हुए देखा था. शिशिर/हेमंत की ठण्ड की मार के बाद पेड़ों में एक भी पत्ता नहीं रह जाता है, और थोड़ी सी गर्माहट मिल... Read more |
![]() ![]() एक मुलाकात ब्लॉगर हरि शर्मा सेमित्रों! आज देर शाम मुझको एक फोन आया- “मैंहरि शर्मा बोल रहा हूँ। आपने पहचाना कि नहीं।“मैंने उत्तर दिया- “नहीं” फिर कहा “मैं ब्लॉग लिखता हूँ आपने मेरी कई पोस्टों पर कमेंट भी दिये हैं।“ मैंने उत्तर दिया कि मुझे कुछ याद आ रहा है। कह... Read more |
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