Tag: होली |
![]() ![]() हर साल होली पर मिलते थे हर एक से गले,इस साल गले मिलने वाले वो गले ही नहीं मिले। कोरोना का ऐसा डर समाया दिलों में,कि दिलों में ही दबे रह गए सब शिकवे गिले।पडोसी पार्क में बुलाते रहे पकौड़े खाने को,डरे सहमे लोग अपने अपने घरों से ही नहीं हिले।ना निकली बस्ती में मस्तों की टो... Read more |
![]() ![]() रंगीली होली (होली पर 9 हाइकु)*******1. होली की टोली बैर-भाव बिसरे रंगीली होली। 2. रंगों की मस्ती चेहरे भोली भाली रंग हँसते। 3. रंगों की वर्षा खिले जावा कुसुम घर-घर में। 4. उड़ती आई मदमस्त फुहार रंग गुलाल। 5. पि... Read more |
![]() ![]() हमें अभी अहसास हुआ कि हम पिछली चार बार से हर वर्ष टी वी पर होली मनाते आये हैं। प्रस्तुत हैं कुछ झलकियां : २०१७ की होली , यू पी के एक चैनल पर।२०१८ की होली, दूरदर्शन के नैशनल चैनल पर। २०१९ की होली, आज तक के तेज चैनल पर.२०२० की होली, CCN DEN चैनल पर। साल में एक बार ही सही, टी वी ... Read more |
![]() ![]() इस बार होली 9 मार्च 2020 सोमवार के दिन है उस दिन चंद्रमा का प्रभुत्व विशेष रहता है सोमवार को शिव का भी विशेष दिन माना गया है कुछ खास योग उस दिन को और विशेष बनाते हैं ।इस बार होली 2020 पर बन रहा विशेष त्रिपुष्कर एवं गजकेसरी योग- जोकि बहुत शुभ योग होने से इस बार... Read more |
![]() ![]() रंगों की होली (10 हाइकु) ******* 1. रंगो की होली गाँठ मन की खोली प्रीत बरसी। 2. पावन होली मन है सतरंगी सूरत भोली। 3. रंगों की झोली आसमान ने फेंकी धरती रँगी। 4. हवा में घुले रंग भरे जज़्बात होली के साथ। &nb... Read more |
![]() ![]() जोगीरा सारा रा रा रा-2 [होली के कुछ रंग, हास्य-व्यंग के संग] 16. जुड़ता कुनबा देखते, रघुवर हैं बेचैन अरसे से हेमंत की, सत्ता पर है नैन जोगीरा सारा रा रा रा 17. काशी क्योटो बन रही, बदला अस्सी घाट कॉरिडोर के नाम पर, खड़ी हो रही खाट जोगीरा सारा रा रा रा 18. दि... Read more |
![]() ![]() भर दो हर दिल में मोहब्बत का रंग, मेरे मौला कि मज़हबी रंग गुलाल-ए-अमन में बदल जाए !!सु-मन ... Read more |
![]() ![]() बालगीत (होली)रंग-गुलाल साथ में लाया।होली का मौसम अब आया।पिचकारी फिर से आई हैं,बच्चों के मन को भाई हैं,तन-मन में आनन्द समाया।होली का मौसम अब आया।।गुझिया थाली में पसरी हैं,पकवानों की महक भरी हैं,मठरी ने मन को ललचाया।होली का मौसम अब आया।।बरफी की है शान निराली,भरी हुई है पू... Read more |
![]() ![]() खोलो किवाड़ चलो मठ भीतर, दरसन दीज्यो माई आंबे, झुलसी रहो जी तीलू को तेल कपास की बाटी जगमग जोत जले दिन राती, झुलसी रहो जी -------------------------------------------- जल कैसे भरूं जमुना गहरी जल कैसे भरूं जमुना गहरी खड़े भरूं तो सास बुरी है बैठे भरूं तो फूटे गगरी , जल कैसे भरूं जमुना गहरी ठा... Read more |
![]() ![]() काश मय के साथ,पैमाना नाच उठे,और उड़ेल दे चारों ओर,बसंत की मादकता,और भुला दे कि आप,कुछ और नहीं इसी फागुनी पवन के,अंश हैं|अर्धांगिनी,मोहिनी नजर आये,वो जिसने,वैलेंटाइन पर उपहार,न स्वीकारा हो,आपके साथ होली खेल जाये|ऐसी विमल भावना के साथ विमल की विमल शुभकामनाएँ जिनमें आप अपनी इ... Read more |
![]() ![]() जागा फागुन (होली के 10 हाइकु)******* 1. होली कहती खेलो रंग गुलाल भूलो मलाल! 2. जागा फागुन एक साल के बाद, खिलखिलाता! 3. सब हैं रँगे फूल तितली भौंरे होली के रंग! 4. खेल तो ली है रंग-बिरंगी होली रँगा न मन! 5. छुपती नहीं होली के रंग से मन का पीर! ... Read more |
![]() ![]() छटा धुंध कुहासा हटीफागुनी रूप निखराई है।प्रकृति दुलहनि रूप धरकरस्नेह सुधा बरसाई है ।हमारी नव वर्ष आई है।शस्य- श्यामल... Read more |
![]() ![]() फगुआ (होली के 10 हाइकु) ******* 1. टेसू चन्दन मंद-मंद मुस्काते फगुआ गाते ! 2. होली त्योहार बचपना लौटाए शर्त लगाए ! 3. रंगों का मेला खोया दर्द - झमेला, नया सवेरा ! 4. याद दिलाते मन के मौसम को रंग अबीर ! 5. फगुआ बुझा, रास्ता अगोरे बैठा रंग ठिठक... Read more |
![]() ![]() रंगों की बौछार, गुलाल की फुहार के साथ उमंगों का त्योहार होली की मस्ती में हर कोई झूमता नज़र आया . बुधवार को सुबह से ही ढोल-नगाड़ेेेे के साथ टोलियां रंगों की मस्ती करती नजर आने लगी । देश भर में मनाये गए उत्साह ओर उमंग के इस त्यौहार की कुछ चुनिंदा सर्वश्रेष्ठ तस्वीर... Read more |
![]() ![]() मन में आशायें लेकर के,आया हैं मधुमास,चलो होली खेलेंगे।मूक-इशारों को लेकर के,आया है विश्वास,चलो होली खेलेंगे।।मन-उपवन में सुन्दर-सुन्दर, सुमन खिलें हैं,रंग बसन्ती पहने, धरती-गगन मिले हैं,बाग-बहारों को लेकर के,छाया है उल्लास,चलो होली खेलेंगे।सरिता का सागर में, ठौर-ठिक... Read more |
![]() ![]() इन्द्रधनुषी रंग(होली पर 10 हाइकु)1.तन पे चढ़ाइन्द्रधनुषी रंग फगुआ मन ! 2.नाचे बहारइठलाती है मस्ती रंग हज़ार ! 3.गिले-शिकवे कपूर से हैं उड़े होली मिलन !4.रंग में भीगीपर नहीं रंगीली बेरंग होली ! 5.खेलूँगी होलीतेरी यादों के साथ तू नहीं पास ! 6.होली लजाईवसंत ने जो छेड... Read more |
![]() ![]() मेरा बचपन मालवा में बीता है हर होली पर मैं वही पहुच जाती हूँ इस होली आप भी चले। मालवा में बसंत ऋतु की शुरुवात में होली को त्यौहार मनाया जाता है। होली के एक महीना पहले पूनम पर डंडा रोप दिया जाता है ठीक एक महीना बाद होली मनाने का रिवाज है। होली वहां जिन सामान से बनाई ज... Read more |
![]() ![]() होली खेलें कन्हाई फगुनवा में।होली खेलें कन्हाई फगुनवा में।।नंद बबा खेलें घर के दुअरियानंद बबा खेलें घर के दुअरियामईया जसोमति ओसारे ओसारेमईया जसोमति ओसारे ओसारेराधा जी खेलें अंगनवा में,होली खेलें कन्हाई फगुनवा में।।केहू त हरियर पियर भै केहूकेहू त हरियर पियर भै&n... Read more |
![]() चूनर धानी ओढ़कर, आया फाल्गुन मासबीता शीत शरद शिशिर, मौसम में मधुमास ॥पी ली जल की गागरी, मिटी न तन की प्यास इहै फाल्गुन आओगे, लगी हुई है आस॥ मन है मेरा बावरा, देह सूखता जाय फाल्गुन में विदेश पिया, मुँह से निकले हाय दिन छोटन थे बड़ हुए, छोट हो गयी रातमैं बिरहन बिरहन रह... Read more |
![]() ![]() फगुआ रंग (होली पर 7 हाइकु)*******1.फगुआ रंगमन हुआ मलंगगाए तरंग ।2.चटख रंगअंग-अंग में लगेमन बहके ।3.हवाएँ झूमी आसमान ने फेंके रंग गुलाबी !4.बिखर गईछटा इन्द्रधनुषी होली का दिन ! 5.मन चहका देख के रंग पक्का चढ़ा फगुआ !6.कैसी ये होली तकदीर ने खेली छाई उदासी !7.हुई बाव... Read more |
![]() ![]() बहुत याद आई अपने बचपन की होलीरंगते थे एकदूसरे को बनाते थे टोली कितनी खुशनुमा थी अपने बचपन की होलीखाते थे छुपकर जब भी भांग की गोलीमचता था हुडदंग जमती थी होलीहंसी ठहाकों की गूंज मेंजब गुम जाते थे द्वेष सारेगुजियों से ज्यादा मीठी होती थी अपनी बोलीवो शिद्दत से ढूँ... Read more |
![]() रँग बरसाने आ रे श्याम खेलें होरी तू बरसाने आ रेरँग अलग अलग भर ला लाल, बैंगनी, पीलाकोई बच ना जाए सबको कर दे गीला खुशियों की बारिश में तू भिंगाने आ रेइन्द्रधनुष से रँग ला त्याग उदासी काली उल्लसित जीवन, डाल मुख पे उमंग लाली ..जो उदास है जग में उन्हें हँसाने ... Read more |
![]() छन्न पकैया छन्न पकैया , फागुन है सतरंगी आओ तुझको रंग लगा दूँ , कर दूँ रंग बिरंगी.छन्न पकैया छन्न पकैया, मन में फूटे लड्डू, फागुन में है चढ़ी जवानी , क्या छोरा क्या दद्दू. छन्न पकैया छन्न पकैया, हाथों में पिचकारी.होली में कितनी भली लगे , गोरी तेरी गारी छन्न पकै... Read more |
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