Tag: इतिहास |
![]() कोई सात सो साल के अंतराल पर घटी दो घटनाएं. एक सात सो साल पहले तब जब भारत, पाकिस्तान और बंगलादेश एक हुआ करते थे, और तो और कुछ भाग तब हमारे अधिकार में अफगानिस्तान का भी रहा करता था. शायद हमारे अधिकार में नहीं वस्तुता : उनके अधिकार में जो शासक थे. उस वक़्त हम पर शाशन करने वाला सु... Read more |
![]() ![]() पिछले कुछ दषकों में सामाजिक-राजनैतिक क्षेत्र में धार्मिक पहचान, एक अत्यंत महत्वपूर्ण कारक बनकर उभरी है। साम्प्रदायिक और कट्टरतावादी राजनीति के उदय से ‘हम कौन हैं‘-इस प्रष्न के कई नितांत घातक व स्पष्ट तौर पर निहित राजनैतिक स्वार्थों को साधने वाले उत्तर, जनता के मन मे... Read more |
![]() ![]() अपनी पुस्तक The First Man में लेखक जेम्स हैन्सन ने चन्द्रमा पर उतरने वाले प्रथम मनुष्य नील आर्मस्ट्रौंग की इस चन्द्रमा यात्रा का विवरण लिखा है। लेखक बताता है कि इस यात्रा के अन्त में प्रत्येक अन्तरिक्ष यात्री को अपनी यात्रा के बारे में एक विवरण भरकर देना था। इस विवरण में उ... Read more |
![]() ![]() क्यों मुझे गाँधी पसंद नहीं है ?इन्टरनेट पर गांधी जयंती के दिन ही फेसबुक पर एक पोस्ट टैग की गयी जिसका शीर्षक था - क्यों मुझे गाँधी पसंद नहीं है ? इसने मुझे आहात कर दिया। इसमें वही गलत तथ्य थे जिन्हें ले कर गांधी जी को बदनाम किया जाता है मसलन भगत सिंह, 55 करोड़ आदि। प्रस्तुत है... Read more |
![]() ![]() मोहनदास करमचंद गाँधी से महात्मा बनने तक का वो पलवकील मोहनदास करमचंद गाँधी ने जब साउथ अफ्रीका की यात्रा पर थे और रेलवे के प्रथम श्रेणी के डब्बे में पूर्णतया वैधानिक टिकिट से यात्रा करने पर भी अंग्रेज द्वारा उन्हें डिब्बे से बाहर फिकवा दिया गया, ये कहकर कि एक काला व्... Read more |
![]() ![]() 21 सितंबर 1977 को जिंनका निधन हुआ डॉ कृपा शंकर माथुर साहब (तत्कालीन विभागाध्यक्ष -मानव शास्त्र,लखनऊ विश्वविद्यालय) की कुछ यादें-न्यू हैदराबाद ,लखनऊ मे घर के सामने के पार्क मे लेखक को गोद मे लिए हुयेयों तो इसी ब्लाग मे मामा जी का ज़िक्र कई बार आया है और आगे भी होगा। परंतु उनक... Read more |
![]() ![]() बाबा रामदेव का भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन भी अंततः राजनीतिक धारा के बहाव में बह गया. अन्ना हजारे के विपरीत बाबा रामदेव की दिशा प्रारंभ से ही राजनीतिक झुकाव लिए दिख रही थी, मात्र अंतर यह था कि वह यह निर्धारित करने की उधेड़बुन में थे कि ‘ राजगुरु’ की पदवी संभाली जाये या राज... Read more |
![]() ![]() मड फ़ोर्ट का गुगल व्यूधरती के कोने-कोने में प्राचीन सभ्यताओं के अवशेष बिखरे पड़े हैं,छत्तीसगढ भी इससे अछूता नहीं है। यहां पग-पग पर पुरावशेष मिल जाते हैं। धरती की कोख में खजाने गड़े हुए हैं, हम यह किस्से कहानियों में सुनते आए हैं। इतिहास के अध्ययन से ज्ञात होता है कि राजाओ... Read more |
![]() ![]() हिंदुस्तान,लखनऊ,29 -04 --2012 क्या यह एक कार्टूनिस्ट की कपोल कल्पना है या हकीकत इसे जानने के लिए इस आलेख को गंभीरता से पढ़ना और समझना पड़ेगा। जब मार्क्स का आविर्भाव हुआ था उस समय यूरोप खास कर जर्मनी और इंग्लैंड मे कारखांनदारों द्वारा मजदूरों का शोषण चरम पर था और वहाँ प्रचलित ईस... Read more |
![]() ![]() मानसरका उल्लेख जायसी के पद्मावत में आता है । दरअसल यह‘मानसरोवर’का लोकरूप है । ‘मानसरोवर’ ऐसा शब्द है जिससे लगभग हर पढ़ा-लिखा भारतीय परिचित है । मानसरोवरसुनते ही हिमाच्छादित उपत्यका में स्थित नील-प्रशान्त झील की छवि उभरती है । तिब्बत कीमानसरोवर झीलऔर कैलाश-पर्वतएक ... Read more |
![]() ![]() श्रीखंड यात्रा इस बार 16 जुलाई से 23 जुलाई तक आयोजित होगी। श्रीखंड जिला कुल्लू के दुर्गम क्षेत्र से लगभग 1800 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस स्थान पर पहुंचने के लिए शिमला से रामपुर, रामपुर से निरमंड व बागीपुल तक बस से पहुंचा जा सकता है। निरमंड से 4 कि.मी. पीछे उतर कर देवढांक म... Read more |
![]() ![]() बडागांव सांगरी के शहीद सतीश वर्मा ने एक छोटी सी आयु में सांगरी और शिमला के युवाओं कोराष्ट्र सेवा का सन्देश दिया !जन्म :- 21 अप्रेल 1972 को पिता करम चंद और माता आमलू देवी के घर सतीश वर्मा ने जन्म लियाशिक्षा : -सतीश कुमार ने अपनी पढ़ाई राजकीय प्राथमिक पाठशाला और र... Read more |
![]() ![]() पिछली कड़ी-‘दीन’ में समाया ‘ध्यान’ [1]से आगेमेकेंजी के पहलवी कोश के अनुसार जरथ्रुस्ती साहित्य में उल्लेखित‘दाएना-वंगुही’का विपर्यय होकर ‘वेह-दीन’शब्द सामने आया और फिर इसका रूप वेह-दीन > विहदीन > बिहदीनहो गया । हालाँकि फ़ारसी के‘बिह’का अधिकांश रूप ‘बेह’उच्चारा जा... Read more |
![]() ![]() जामे जमशेदएशिया का दूसरा सबसे पुराना अखबार है जो आज भी प्रकाशित हो रहा है। विजय दत्त श्रीधर लिखित भारतीय पत्रकारिता कोश के अनुसार 1832 में मुम्बई से पारसी समाज के मुख पत्र के रूप में इसका प्रकाशन शुरू हुआ था। इस हिसाब से इसे इस साल 180 साल हो गए। इसके सम्पादक प्रकाशक पेस्तन... Read more |
![]() ![]() ताज महल नहीं तेजोमहल, मकबरा नहीं शिवमन्दिर ।।बी.बी.सी. कहता है...........ताजमहल...........एक छुपा हुआ सत्य..........कभी मत कहो कि.........यह एक मकबरा है..........प्रो.पी. एन. ओक. को छोड़ कर किसी ने कभी भी इस कथन को चुनौती नही दी कि........ "ताजमहल शाहजहाँ ने बनवाया था" प्रो.ओक. अपनी पुस्तक"TAJ MAHAL - THE TRUE STORY"द्वारा इस ... Read more |
![]() ![]() हिमालय में बसे श्रीखण्ड महादेव की पवित्र श्रीखण्ड छड़ी यात्रा 30 जून 2012 को जिला कुल्लु के निरमण्ड से आरम्भ हो रही है। छड़ी यात्रा का नेतृत्व महंत अशोक गिरी फलाहारी बाबा करेंगे। इसमें दो छडि़या होंगी जिसमें एक माता अंबिका की और दूसरी दतात्रेय महाराज की होगी। श्र... Read more |
![]() ![]() हिमालय में बसे श्रीखण्ड महादेव की पवित्र श्रीखण्ड छड़ी यात्रा 30 जून 2012 को जिला कुल्लु के निरमण्ड से आरम्भ हो रही है। छड़ी यात्रा का नेतृत्व महंत अशोक गिरी फलाहारी बाबा करेंगे। इसमें दो छडि़या होंगी जिसमें एक माता अंबिका की और दूसरी दतात्रेय महाराज की होगी। श्र... Read more |
![]() ![]() एक मंदिर या आधीच्या लेखांकानंतर एक बाग हा लेखांक अगदी अपरिहार्य. असं माझ्या मनात होतं. दोन्ही लेखांकातला अवकाश मात्र चांगलाच लांबला. तर.. ही एक बाग त्या एका मंदिरापासून अगदी हाकेच्या अंतरावर. तिथे प्रत्यक्ष गेल्यावर हा, या दोन स्थळांच्या जवळीकीचा योगायोग जरा स्तिमि... Read more |
![]() ![]() कहते हैं कि पानी का इतिहास सभ्यताओं का इतिहास है, इस बहते पानी ने कितना कुछ देखा होता है, कितना कुछ सहा होता है। यही कारण रहा होगा कि स्वर्गीय भूपेन हजारिका गंगा को समाज में व्याप्त विद्रूपताओं के लिये उलाहना देते हैं, गंगा बहती हो क्यों? नदियाँ हमारे इतिहास की साक्षी ह... Read more |
![]() ![]() इस चिट्ठी में, होप डायमंड (Hope Diamond) की चर्चा है।चित्र विकिपीडिया सेइसे आप सुन भी सकते हैं। सुनने के लिये, नीचे प्लेयर में सुनने वाले चिन्ह ► पर चटका लगायें।यह पता नहीं चलता कि कि होप डायमन्ड को किसने और कब निकाला, पर कहा जाता है कि यह ७वींशताब्दी में गोलकुण्डा के गुंटूर जिल... Read more |
![]() ![]() रुको नहीं, थको नहीं, किसी से तुम झुको नहीं.दिक्कतें हज़ार हो,मुश्किलों का पहाड़ हो.बन कर रोशनी तुम,मोड़ दो अँधेरे का मुँह. रुको नहीं, थको नहीं, किसी से तुम झुको नहीं.लोग कहेंगे, कहते रहेंगे,कुछ ना करने वाले सिर्फ बात करेंगे.धार लगा अपनी हिम्मत को,मान से लगा आग सबके अभिमान ... Read more |
![]() ![]() पिछली साल की कुछ छुट्टियाँ बची हुईं थीं. जब छोटी बहन ने कहा कि उसका नया नाटक वाशिंगटन में प्रस्तुत किया जायेगा तो सोचा कि क्यों न छुट्टियों का फ़ायदा उठाया जाये और उसके नाटक को देखने अमरीका जाया जाये? हमारे परिवार में सब लोग एक-दो कामों से संतुष्ट नहीं होते, कुछ न कुछ इधर... Read more |
![]() ![]() इस चिट्ठी में, काले ऑर्लोव या ब्रह्मा की आंख (Black Orlov or the Eye of Brahma) हीरे के बारे में चर्चा है।ब्लैक ऑर्लोव का वित्र बीबीसी की वेबसाइटसेइस चिट्ठी को सुनने के लिये, नीचे प्लेयर के प्ले करने वाले चिन्ह ► पर चटका लगायें।काला ऑर्लोव या ब्रह्मा की आंख हीरा १९वींशताब्दी में, भारत में ... Read more |
![]() ![]() राजनीतिकीएकबानगी................कुछकुछदूरदर्शनकेसीरियलोंजैसी......आपसोचरहेहोंगेकीभारतीयराजनीतिऔरदूरदर्शनकेसीरिअलमेंक्यारिश्ताहै................?? तोइतनाबतादेनाहीकाफीहैकीदोनोंमेंकाफीकुछएकजैसाहै।एकबातजोराजनीतिकेबारेमेंमशहूरहैवहहैकीराजनीतिवोहमामहैजिसमेंसारेराजनेत... Read more |
![]() ![]() शब्द-संदर्भःनीलाम, विपणन, पण्य, क्रय-विक्रय, गल्ला, हाट, दुकान, पट्टण, पोर्ट, पंसारीजीविकोपार्जन और ज्ञानार्जन के निमित्त ही मनुष्य निरन्तर भटकता रहा है जिसके चलते कई तरह के काम और कार्यक्षेत्र विकसित होते चले गए । इन गतिविधियों से भाषाएँ भी विकसित होती रहीं । व्यापार-... Read more |
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