![]() ![]() गिल्ली डंडा खेलते, बच्चे धुन में मस्त।जग की चिंता है नहीं, होते कभी न पस्त।।भेद नहीं है जात का, भेद न करता रंग।ऊँच नीच मन में नहीं, बच्चे खेले संग।।आस पास को भूल के, क्रीड़ा में तल्लीन।बड़ा नहीं कोई यहाँ, ना ही कोई हीन।।छोड़ मशीनी जिंदगी, बच्चे सबके साथ।हँसते गाते खेलते, डाल ... |
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