![]() ![]() प्रस्तुत है, प्रसिद्ध हास्य व्यंग कवि श्री आशकरण अटल जी की एक दिलचस्प हास्य व्यंग कविता पर आधारित एक हास्य व्यंग पैरोडी कविता :एक बिन बुलाये कवि ने,कवि सम्मेलन में एंट्री ली।संचालक महोदय ने उसे पुकारा भी नहीं ,कि संयोजक ने उसे मंच पर ही धर लियाऔर सवालों की झड़ी लगा दी। ... |
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