![]() ![]() 'अच्छे संस्कारों'का रास्ता अपने लिए मैंने हमेशा ही रोके रखा। हालांकि घर वाले चाहते थे कि मुझमें 'अच्छे संस्कार'पड़ें। घर-परिवार और समाज के बीच मैं 'संस्कारी व्यक्ति'के तौर पर जाना व पहचाना जाऊं। लेकिन संस्कारी होने-बनने का मोह मैंने खुद ही त्याग दिया। संस्कारी होना ब... |
||
Read this post on चिकोटी |
Share: |
|
|||||||||||
और सन्देश... |
![]() |
कुल ब्लॉग्स (4017) | ![]() |
कुल पोस्ट (192854) |