![]() ![]() वे वरिष्ठ कवि ही नहीं, वरिष्ठ विमोचक भी हैं। अब तक कितनी ही पुस्तकों का विमोचन कर चुके हैं। बड़ी-बड़ी दूर से उन्हें विमोचन करने के लिए बुलाया जाता है। ऐसी धारणा है कि उन्होंने जिस लेखक की पुस्तक का विमोचन कर दिया, समझ लीजिए वो 'पवित्र'हो गया। झूठ क्यों बोलूं, मेरे ही एक दोस्... |
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