![]() ![]() बादल नभ में छा गये, शुरू हुई बरसात।अन्धकार ऐसा हुआ, जैसे श्यामल रात।।--अकस्मात सरदी बढ़ी, मौसम करे बवाल।पर्वत के भूभाग में, जीना हुआ मुहाल।।--पर्वत पर दिनभर हुआ, खूब आज हिमपात।किट-किट बजते दाँत हैं, ठिठुर रहा है गात।।--मैदानी भू-भाग पर, सर्दी में बरसात।तेज हवाएँ बाँटती, जा... |
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