![]() ![]() नभ पर छायी है घटा, ठिठुर रहा है गात।नये साल के साथ में, कुहरे की सौगात।१।--कुहरा आफत बन गया, बदले जीवन ढंग।अच्छे दिन की आस में,छन्द हुए बेरंग।२।--सड़कों पर सैलाब था, भूखा था मजदूर।हुआ पुराने साल में, जन-मानस मजबूर।३।--बर्फ पहाड़ों पर गिरी, मौसम की है मार।सड़कें भी स... |
||
Read this post on उच्चारण |
Share: |
|
|||||||||||
और सन्देश... |
![]() |
कुल ब्लॉग्स (4017) | ![]() |
कुल पोस्ट (192787) |