चिरकाल से लड़कों को घर का चिराग माना जाता है, लेकिन मैं समझती हूँ कि यदि उन्हें घर का चिराग माना जाता है तो मेरे समझ से वे केवल एक घर के ही हो सकते हैं, जबकि लड़कियाँ एक अपने माँ-बाप का तो दूसरा ससुराल वाला घर रोशन करती हैं। इस हिसाब से उन्हें एक नहीं दो घरों की चिराग कहे तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। लड़के-लड़की का भेद आज भी अनपढ़ ही नहीं, बल्कि सभ्य कहे जाने वाले समाज में भी सहज रूप से देखने को मिल जाता है, जो कि बहुत कष्टप्रद, दुःखद और सोचनीय स्थिति की परिचायक है। एक ही माँ के पेट से दोनों जन्में हाड़-मांस के बने होने के बावजूद एक को श्रेष्ठ और दूसरे का कम आंकने वालों... Read more
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मैं हमेशा इससे आश्चर्यचकित होती हूँ कि कैसे हमारे सबसे अधिक दुःख की घड़ी में भी शान्ति – अद्भुत,शक्तिशाली,समझ से बाहर शान्ति (फिलिप्पियों 4:7) – किसी-न-किसी रीति से हमारे हृदयों को भर सकती है। मैंने हाल ही में इस अपने दिवंगत पिता की स्मृति में रखी गई ... Read more
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मोदी सरकार का वर्ष 2021 का बजट राजस्थान की घोर उपेक्षा के साथ देश के हर वर्ग , के साथ धोखे के सिवा कुछ नहीं है , सिर्फ बेचना , जनता की सब्सिडी खत्म करना ,, और टेक्स वसूली की लूटपाट वाला यह बजट जनता को स्वीकार नहीं है ,, देश के चालु वित्तीय वर्ष के बजट पर उक्त प्रतिक्रिया व्... Read more
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न न कोई न रो रहा। न कोई सरकार को कोस रहा। हर कोई खुश है। जिंदगी को अच्छे से एन्जॉय कर रहा है। जरा-बहुत ही तो तेल और सिलेंडर के दाम बड़े हैं। इतना तो आम जनता झेल सकती है। क्या पहले की सरकारों में दाम नहीं बढ़ते थे? बढ़ते थे, खुब बढ़ते थे। तब भी जनता झेल लेती थी, अब भी झेल रही है। लोकत... Read more
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रामपुर की जेल में कैद शबनम को अब जल्द ही फाँसी पर चढ़ाए जाने की खबरें आने के बाद से देश में फाँसी की सजा को लेकर बहस फिर से शुरू हो गई है। दुनिया में मानवाधिकारवादियों का एक बड़ा तबका मानता है कि मृत्युदंड समाप्त होना चाहिए। शबाना ने अब फाँसी की सजा टलवाने की आखिरी कोश... Read more
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सन 1962 के युद्ध के बाद से भारत में चीन को लेकर इतना गहरा अविश्वास है कि आम जनता की बात छोड़ दें, बड़े विशेषज्ञ भी कह रहे हैं कि देखिए आगे होता क्या है। संदेह की वजह यह भी है कि सीमाओं की बात तो छोड़िए, वास्तविक नियंत्रण रेखाएं भी अस्पष्ट हैं। लद्दाख का ज्यादातर सीमा-क्षेत्र ... Read more
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देखने में यह एक साधारण सा दृश्य है।एक बैलगाड़ी, खुला मैदान जिसकी दाहिनी तरफ़ आधा बना कमरा है और ठीक उसके पास मंदिर जैसी कोई जगह। मगर मुझे दिख रहा.... बैलगाड़ी पर सामान लदवाते पापा और पीछे दोनों पाँव झुलाते बैलों के गले की टुनटुन के... Read more
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ऐ मोहब्बत तेरी यहाँ क़द्र नहीं ,, यहां बेवफाई , झूंठ बेदर्दी है ,, यहां बहाने है , फरेबी है , ऐ मोहब्बत तेरी यहाँ क़द्र नहीं ,, अख्तरwww.akhtarkhanakela.blogspot.com... Read more
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कोरोना अभी गया नहीं है किंतु हमने मान लिया है कि यह जा चुका है। चूंकि देश और राज्यों में अब सबकुछ खुल चुका है अतः बेपरवाही भी उसी प्रकार से बढ़ गई है। अब शायद ही कहीं दो गज की दूरी का पालन हो रहा हो। अब शायद ही- अपवादों को छोड़कर- कोई मास्क पहन रहा हो। बेफिक्र अंदाज में सब इधर-उधर घूम रहे हैं। सरकार और प्रशासन की तरफ़ से सख्ती भी अब उतनी नहीं रही। पहले जब सख्ती थी, तब ही हमने उसे कितना माना। बेफिक्र और लापरवाह बने रहना हमारी फितरत है। इसे कोई नहीं बदल सकता। शरीर को कितना ही कष्ट दे लेंगे मगर बने लापरवाह ही रहेंगे।
पढ़ने व सुनने में आ रहा है कि कोरोना वायरस एक बार ... Read more
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले गुरुवार को चिकित्सा आपात स्थिति के दौरान दक्षिण एशिया और हिंद महासागर क्षेत्र के देशों के बीच डॉक्टरों, नर्सों और एयर एंबुलेंस की निर्बाध आवाजाही के लिए क्षेत्रीय सहयोग योजना के संदर्भ में कहा कि 21 वीं सदी को एशिया की सदी बनाने के ल... Read more
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जब (भारी भारी) तौक़ और ज़ंजीरें उनकी गर्दनों में होंगी (और पहले) खौलते हुए पानी में घसीटे जाएँगे (71)फिर (जहन्नुम की) आग में झोंक दिए जाएँगे (72)फिर उनसे पूछा जाएगा कि ख़ुदा के सिवा जिनको (उसका) शरीक बनाते थे (73) (इस वक़्त) कहाँ हैं वह कहेंगे अब तो वह हमसे जाते रहे बल्कि (सच यूँ ह... Read more
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मेरे एक मित्र ने मुझे, अपने जीवन और अनुभवों के आधार पर,एक बहुत उपयोगी और बुद्धिमत्तापूर्ण सलाह दी। अपने व्यावसायिक जीवन के आरंभिक वर्षों में,जब मेरा मित्र,आलोचना तथा प्रशंसा,दोनों ही से व्यवहार करना सीखने में संघर्ष कर रहा था, तो उसे लगा कि परमे... Read more
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मंगलवार 16 फरवरी को दो खबरें एक साथ मिलीं। एक थी पुदुच्चेरी की उप-राज्यपाल किरण बेदी का हटाया जानाऔर दूसरी थी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह की राजस्थान, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट-बेल्टके सांसदों, विधायकों और स्थानीय नेताओं से मुलाकात। प... Read more
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प्रकाश... Read more
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मित्रों।माता शारदे की आप सब पर कृपा बनी रहे।बुधवार की चर्चा में आपका स्वागत है।देखिए कुछ ब्लॉगों के अद्यतन लिंक।--गीत "बज उठी वीणा मधुर" खिल उठा सारा चमन,दिन आ गये हैं प्यार के।रीझने के खीझने के,प्रीत और मनुहार के।। --कचनार की कच्ची कली भी,मस्त हो बल खा रही,हँ... Read more
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मेरी बात पढ़ने के पहले बीबीसी हिंदी की इस रिपोर्टको पढ़ें:पहले से सब जानते थे कि ये इस सदी का अनोखा बजट होगा। संकट से जूझ रही देश की अर्थव्यवस्था को इस बजट से ढेरों उम्मीदें थीं। सवाल थे कि आर्थिक गतिविधियों को एक बार फिर पटरी पर कैसे लाया जाएगा? संसाधनों और जीडीपी कम ... Read more
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म्यांमार की फौज ने लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार का तख्ता-पलट करके दुनियाभर का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। सत्ता सेनाध्यक्ष मिन आंग लाइंग के हाथों में है और देश की सर्वोच्च नेता आंग सान सू ची तथा राष्ट्रपति विन म्यिंट समेत अनेक राजनेता नेता हिरासत में हैं। सत्ताध... Read more
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विश्राम... Read more
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किसान-आंदोलन को लेकर बातें देश की सीमा से बाहर जा रही हैं। इसके अंतरराष्ट्रीय आयाम को लेकर सचिन, तेन्दुलकर और लता मंगेशकर से लेकर बॉलीवुड के कलाकारों ने आवाज उठाई है। उधर दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को एक एफआईआर दर्ज की है, जिसका दायरा सोशल मीडिया से जुड़ा होने के कारण देश ... Read more
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एकै रहै देवरानी जिठानी। जिठानी के घर रही सम्पन्नता, औ बिचारी देवरानी रही गरीब। तो देवरानी बिचारी, जेठानी के घर करती रहै – घर का काम काज। औ उनके घर से जौन कुछो मिल जात रहै, उहिसे अपने बच्चन का पेट पालती रहै।अब एक दिन पडी, संकठै। अब उनके घरै मा तो कुछ रहै ना, तो कहेन अपने लड... Read more
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--वातावरण कितना विषैला हो गया है।मधुर केला भी कसैला हो गया है।।--लाज कैसे अब बचायेगी की अहिंसा,पल रही चारों तरफ है आज हिंसासत्य कहने में झमेला हो गया है।मधुर केला भी कसैला हो गया है।।--अब किताबों में सजे हैं ढाई आखर,सिर्फ कहने को बचे हैं नाम के घर,आदमी कितना अकेला हो गया है... Read more
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सोशल मीडिया के खेल निराले हैं। यहां अक्सर कुछ न कुछ 'हास्यास्पद'चलता ही रहता है। यह भी दो धड़ों में विभक्त हो गया है। एक धड़े में 'ट्विटरजीवी हैं तो दूसरे धड़े में 'कूजीवी'। सत्ता के साथ तालमेल बैठाई सहमत आवाजें धीरे-धीरे 'कू'पर अपना अड्डा जमा रही हैं। मगर असहमत आवाजें अब भी ट... Read more
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आज अचानक मेरे मन में राजेन्द्र माथुर के एक पुराने आलेख को फिर से छापने की इच्छा पैदाहुई है। यह इच्छा निर्मला सीतारमन के बजट पर मिली प्रतिक्रियाओं के बरक्स है। यह लेख शायद नई दुनियाके समय का यानी सत्तर के दशक का है। इसमें आज के संदर्भों को खोजने की जरूरत नहीं है। इसमे... Read more
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अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पद संभालने के बाद पहली बार भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर जो बात की, उसमें केंद्रीय विषय हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्वतंत्र और मुक्त आवागमन और चीनी दादागिरी था। दोनों नेताओं ने कहा कि क्वॉड के जरिए हिंद-प्रशांत क्षेत... Read more
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क्षमा... Read more
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- जीवन से सारे संबंध धीरे-धीरे विलग क्यों होते जाते हैं ? - अलग होने पर ही नए पत्ते आते हैं। शायद एक दिन मैं भी... - तुम पत्ता नहीं हो मेरे लिए !- तो क्या हूं ?- थोड़ी जड़, थेड़ी मिट्टी, थोड़ा धूप, थोड़ा पानी - कविता है .. - न, बस आग्रह...छोड़ के मत जाना। सहन नहीं होगा। .............. Read more
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25वीं अखिल भारतीय डाक कैरम प्रतियोगिता का 9 फरवरी, 2021 को लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में शुभारम्भ किया गया। इसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश परिमण्डल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने किया। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि श्री रुद्र प्रताप सिंह... Read more
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Signal vs. WhatsApp vs. Telegram: Major security differences between messaging apps मैसेजिंग ऐप्स सिग्नल बनाम व्हाट्सएप बनाम टेलीग्राम इनमें: प्रमुख सुरक्षा एवं प्राइवेसी अंतर क्या है? अगर आप एक नया मैसेंजर ऐप ट्राई करने की सोच रहे है? तो यहां कुछ सबसे बड़े खिलाड़ियों द्वारा उपलब्ध कराई गई सेवा के बीच महत्वपूर्ण प... Read more
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इतिहास गवाह है, बचपन से लेकर जवानी तक मैंने एक भी टीका नहीं लगवाया। डॉक्टर्स ने भतेरा समझाया, घर वालों ने खूब जिद की लेकिन मैं अड़ा रहा। क्यों लगवाऊं टीका? नहीं लगवाता। मेरी मर्जी।
कान खोलकर सुन ले हर कोई मैं कोरोना का टीका भी नहीं लगवाऊंगा। ईश्वर जाने टीके में क्या हो! टीका लगते ही कहीं मैं बुद्धिजीवी बन गया तो! टीका लगते ही कहीं मैं ज्ञानी बन गया तो! टीका लगते ही कहीं मेरा हृदय परिवर्तन हो गया तो! टीका लगते ही कहीं मैं खुद में मिथुन चक्रवर्ती को महसूस करने लगा तो! नहीं, नहीं इतना बड़ा रिस्क मैं कतई नहीं ले सकता।
बिना टीके के ही मेरी जिंदगी ठीक-ठाक चल रही ह... Read more
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बहुत ही असंतोषजनक बात है कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा पश्चिमी उत्तर प्रदेश से चयनित बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के चैयरमैन श्री रोहिताश्व अग्रवाल जी को बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के पूर्वी उत्तर प्रदेश के खेमे के प्रभाव में कार्य नहीं करने दिया जा रहा है. बार काउ... Read more
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सादर अभिवादन आज की प्रस्तुति में आप सभी का हार्दिक स्वागत है (शीर्षक और भूमिका आदरणीय शास्त्री सर जी की रचना से )"ऋतुओं का राजा हमें, देता है सन्देश।दिल से सच्चे मिलन का, उपजाओ परिवेश।।--छोड़ो ढोंग-ढकोसले, तजो पश्चिमी रीत।अमर हमेशा जो रहे, वो होती है प्र... Read more
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दृष्टि... Read more
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2021 के 10 नवीनतम (सबसेखतरनाक) वायरसऔरमैलवेयर खतरेलगातारनए-नएवायरसऔर मैलवेयर विकसितहोरहेहैं, तथाहरनयामैलवेयरपुरानेसेअधिकउन्नतऔरअधिकखतरनाकसाबितहोताजारहाहै।जिसकेकारणआपकेडेटाकोसंरक्षितरखनाबेहदमुश्किलहोजाताहै।जबतकआपठीकसेप्रोटेक्टेडनहींहोतेहैं (असल... Read more
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सोमवार 22 फरवरी को पुदुच्चेरी में वी नारायणसामी के इस्तीफे के बाद दक्षिण भारत में कांग्रेस की एकमात्र सरकार का पतन हो गया। अब केवल पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकारें हैं। इनके अलावा महाराष्ट्र और झारखंड के सत्तारूढ़ गठबंधनों में वह शामिल है। एक साल ... Read more
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तो, किसान आंदोलनकारी नहीं आंदोलनजीवी हैं! और उनके समर्थक परजीवी। देश में सचमुच रामराज्य आया हुआ है। कोई किसी को कुछ भी कह-बोल सकता है। ध्यान केवल इस बात का रखना है कि स्वर में असहमति या आलोचना का पुट न हो। नहीं तो भक्त मंडली तैयार खड़ी है समझाने को। उनके समझाने में भी प्रायः दादागिरी झलकती है। मगर झेलिए कि आप न्यू इंडिया में हैं।
इस वक़्त किस्म-किस्म के जीवी मेरे मन-मस्तिष्क में उमड़ रहे हैं। बात बुद्धिजीवी से बहुत आगे निकल चुकी है। मैं बुद्धिजीवियों को ही अब तक जीवियों की पहचान समझता था लेकिन मुझे क्या पता था कि यहां आंदोलनजीवी भी हैं। मगर आंदोलनजीविय... Read more
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प्रार्थना... Read more
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बहुत बार ये बात मैं पहले भी कह चुका हूँ क़ी ठीक तलवे के बीचों बीच काला तिल देख कर माँ अक्सर कह दिया करती थी कि इस लड़के के पाँव में चक्कर लगे हैं। कारण था मेरा लगातार घूमते रहना और सड़क , सफर जैसे उन दिनों किताब ,रेडियो ,चिट्ठी की तरह बिलकुल करीब के साथी थे मेरे। कॉलेज ... Read more
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27 जनवरी 2021 को विमोचन की गई यह किताब अमेज़न पर ₹125 मूल्य पर उपलब्ध है. इस किताब को सुर्खियों में लाने के लिए हामिद अंसारी ने नरेंद्र मोदी के साथ हुए उनके वार्तालाप और घटनाओं को सनसनीखेज बनाकर प्रस्तुत किया है. इसके अतिरिक्त इस किताब में कुछ भी खास नहीं है.इस किताब के बारे ... Read more
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एक राजनीतिक कार्यकर्ता को गिरफ्तार करके ले जाते सैनिकपड़ोसी देश म्यांमार एकबार फिर से अस्थिरता का शिकार हुआ है। सेना ने फिर से सत्ता पर कब्जा कर लिया है। पिछले पाँच साल में धीमी गति से जो लोकतांत्रिक प्रक्रियाएं शुरू हुईं थीं, उन्हें धक्का लगा है। दुनिया के लोकतांत्... Read more
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30 जनवरी को Freelance Journalist यानि स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पुनिया को पुलिस ने हिरासत में लिया ! मंदीप पुनिया इन दिनों लगातार सिंघु बाॅर्डर की हालिया स्थिति पर कवरेज कर रहे थे! शनिवार यानि 30 जनवरी को देर रात एक विडियो वायरल हुई जिसमें मंदीप पुनिया को पुलिस ज़बरदस्ती घसीटते हुए ले जाती हुई दिखी ! सिंघु बार्डर पर आंदोलनकारियों के मुताबिक पुलिस ने मंदीप पुनिया को बड़ी ही बेरहमी से पीटा! लेकिन यह वाक्या सिर्फ इतना ही नहीं था!... Read more
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जैसे बचपन में रेल गाड़ी के साथ साथ चाँद भागा करता था और रेल रुकी और चाँद भी थम जाता था। चाँद को भागता देखने के लिए रेल का भागना जरूरी है। जो इस बात को समझता है वो जानता है कि देश के विकास को देखना है तो खुद का विकसित होते रहना आवश्यक है। खुद का विकास रुका तो देश का विकास रुका ही नजर आयेगा। हम आप सब मिलकर ही तो देश होते हैँ। ... Read more
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सादर अभिवादन आज की प्रस्तुति में आप सभी का हार्दिक स्वागत है (शीर्षक और भूमिका आदरणीय यशवन्त माथुर जी की रचना से )'धारयति इति धर्मः'- जिसे धारण किया जाए वही धर्म है अच्छे कर्म करना ही जीवन का मर्म है। धर्म के सही अर्थ को समझते हुए और उसे अपने जीवन में धारण ... Read more
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पहचान... Read more
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खबर है कि चीन के एक स्टार्टअप ने क्वांटम कंप्यूटर के लिए ऑपरेटिंग सिस्टमविकसित कर लिया है। इस खबर के दो मायने हैं। एक तो यह अमेरिका के तकनीकी वर्चस्व को चुनौती है और दूसरे इस प्रकार दुनिया में अगली पीढ़ी की तकनीक के विस्तार का दरवाजा खुल रहा है। इसके पहले दिसंबर 2020 में ... Read more
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--वासन्ती परिधान पहनकर, मौसम आया प्यारा है।कोमल-कोमल फूलों ने भी, अपना रूप निखारा है।।तितली सुन्दर पंख हिलाती, भँवरे गुंजन करते हैं,खेतों में लहराते बिरुए, जीवन में रस भरते हैं,उपवन की फुलवारी लगती कंचन का गलियारा है।कोमल-कोमल फूलों ने भी, अपना रूप निखारा है।।बीन-बीनकर ... Read more
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हर साल बजट के ठीक पहले जारी होने वाला चालू वित्त वर्ष का आर्थिक सर्वेक्षण दो मायनों में महत्वपूर्ण होता है। इससे अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य का पता लगता है और दूसरे अगले साल की बजट प्राथमिकताओं पर रोशनी पड़ती है। इस साल की आर्थिक समीक्षा के अनुसार अगले वित्त वर्ष यानी 2... Read more
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--लक्ष्य तो मिला नहीं, राह नापता रहा।काव्य की खदान में, धूल चाटता रहा।।--पथ में जो मिला मुझे, मैं उसी का हो गया।स्वप्न के वितान में, मन नयन में खो गया।शूल की धसान में, फूल छाँटता रहा।काव्य की खदान में, धूल चाटता रहा।।--चेतना के गाँव में, चेतना तो सो गयी।अन्धकार छा गया, सुबह से ... Read more
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आज के बिजनेस स्टैंडर्ड में ‘निजी क्षेत्र का बचाव’शीर्षक से प्रकाशित संपादकीय में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के निजीकरण के एजेंडे का बचाव करते हुए जिस प्रकार निजी क्षेत्र का मजबूती से पक्ष लिया उससे एक बात एकदम साफ हो गई कि आर्थिक सुधारों को चोर... Read more
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मित्रों!बुधवार की चर्चा में आपका स्वागत है।--"दो फरवरी" (छोटेपुत्र की वैवाहिक वर्षगाँठ) बदल जाएगा मौसमआयेगा मधुमासअब होगाचमत्कारफिर से फैलेगाधवल प्रकाशडॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक', उच्चारण --आँख सूनी जोवे बाट राजस्थानी लोक भाषा में एक नवगीत।--गोधुली की ... Read more
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अमां, छोड़िए भी- क्या कीजिएगा इतनी प्राइवेसी का! व्हाट्सएप या फेसबुक पर रहकर प्राइवेसी पर चिंता जतलाना हमें शोभा नहीं देता। वहां हमने प्राइवेसी लायक कुछ रख छोड़ा ही नहीं फिर काहे की हाय-हाय, काएं-काएं। व्हाट्सएप अखबारों में बड़े-बड़े विज्ञापन देकर कह तो रहा है कि सबकी प्राइवेसी सुरक्षित है, तो मान लीजिए- है।
हैरान हूं, प्राइवेसी की बात वे लोग कर रहे हैं, जिनका सवेरा ही आज क्या खाया, आज क्या पिया, आज क्या पहना, आज कहां की सैर की, आज किस करवट बिस्तर पर सोए- टाइप स्टेटस अपडेट करने से होता है। जिन्हें जरा-सी छींक भी आ जाए तो तुरंत फेसबुक पर पोस्ट कर देते हैं। फिर कम... Read more
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हम विदेश में भ्रमण कर रहे थे,और हमारी यह यात्रा अभी तक अच्छी नहीं रही थी। कई बार लोग हम पर चिल्लाए,हमें धोखे दिए गए,और हम से वस्तुओं की अनुचित कीमत ली गई। अब हम एक मार्ग में थे,कि एक हट्टा-कट्टा अजनबी व्यक्ति हमारे ओर बढ़ा;हमें डर लगा कि अब फिर से हम से ... Read more
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एकआकर्षकसंपूर्णवेबपेजबनानेकेलिएआवश्यक 10 महत्वपूर्णएचटीएमएलटैगआपकेपहलेसबसेमहत्वपूर्ण 10 HTML टैगयहांहमआपकोएचटीएमएलHTML के 10 आवश्यकऔरसबसेमहत्वपूर्णटैगसमझारहेहैं, जिन्हेंआपकोअपनावेबपेजबनातेसमयजाननाजरूरीहोगा।यदिआपजानजाएंगेकिये 10 टैगकैसेकामकरतेहैंतोआपकोअ... Read more
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"आज मौसम जो उभरा"आज मौसम जो उभरा। सदियों से इंतजार था।।जो शायद अब नहीं बुरा। मौसम तो ढ़लते उभरते रहते है।।कल हो या परसों या हो पूरा साल। अगर वो मौसम चला गया।।तो दुबारा आने लगेगा पूरा साल। या फिर क्या तुम्हें पता है।।या फिर मुझे क्या पता है। इसका न आने का मन हो प... Read more
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रूसी समाचार एजेंसी ‘तास’ने जानकारी दी है कि पिछले साल जून में गलवान घाटी में हुए संघर्ष में 45 चीनी सैनिक मारे गए थे। ‘तास’के अनुसार उस झड़प में ‘कम से कम 20 भारतीय और 45 चीनी सैनिक मारे गए थे।’ भारत ने अपने 20 सैनिकों की सूचना को कभी छिपाया नहीं था, पर चीन ने आधिकारिक रूप से क... Read more
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(नेताजी)आज तेइस जनवरी है याद नेताजी की कर लें,हिन्द की आज़ाद सैना की हृदय में याद भर लें,खून तुम मुझको अगर दो तो मैं आज़ादी तुम्हें दूँ,इस अमर ललकार को सब हिन्दवासी उर में धर लें।(2122*4)*********तुलसीदास जी की जयंती पर मुक्तक पुष्पलय:- इंसाफ की डगर पेतुलसी की है जयंती सावन की शुक्ल सप... Read more
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देश के पत्रकारों और उनके संस्थानों की राजनीतिक समझ को लेकर अतीत में जो धारणाएं थीं, वे समय के साथ बदल रही हैं। मैं यहाँ मीडिया शब्द का इस्तेमाल जानबूझकर नहीं कर रहा हूँ, क्योंकि मीडिया में इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया भी आ जाते हैं, जिन्हें मैं यहाँ शामिल करना नहीं चाहत... Read more
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आम जन हैं तो आम जन की तरह ही सुबह सुबह उठते ही फेसबुक खोल कर बैठ जाते हैँ। वो जमाने अब गुजरे जब मियां फाकता उड़ाया करते थे या लोग कहा करते थे कि
समय बिताने के लिए, करना है कुछ काम,
शुरू करो अंताक्षरी, ले कर हरि का नाम!!
फेसबुक पर रोज का पहला काम कि अपनी आखिरी पोस्ट पर कितने लाइक आए और दूसरा वो जो फेसबुक मुस्तैदी से बताता है कि आज किस किस का जन्म दिन है। १०० -२०० मित्र थे तो हर एक दो दिन में एकाध का जन्म दिन होता था बस १ जनवरी और १ जुलाई को कुछ ज्यादा लोगों का। ५० पार लोगों में अधिकतर उस जमाने को याद कर सकते हैं जब मोहल्ले के चाचा बच्चों को स्कूल ले जाकर भर्ती करा दे... Read more
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सादर अभिवादन ! शुक्रवार की प्रस्तुति में आप सभी विज्ञजनों का पटल पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन !आज की चर्चा प्रस्तुति का शीर्षक चयन - आदरणीया डॉ. वर्षा सिंह जी की ग़ज़ल से ।--प्रस्तुत हैं आज के चयनित लिंक्स व रचनाकारों के सृजन की झलकियां-उसूल बाँटता रहा- डॉ.रूपचन्द्र शा... Read more
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साल 2020 के 5 सबसेखतरनाकवायरसमालवेयरऔरउनसेबचनेकेउपाय "टॉपफाइवकंप्यूटरवायरस-2020"निश्चयहीयहबातआपकोविचित्रलगसकतीहैं।आपकोऐसालगसकताहैकियहकंप्यूटरवायरस, हैकरवअन्यकंप्यूटरखतरोजैसीकुख्यातचीजोंकामहिमामंडनकियाजारहाहै।आपसोचतेहोंगेकिक्यावास्तवमेंवायरसजैसी... Read more
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--सेमल के इस महावृक्ष का,पतझड़ में गदराया तन है।पत्ते सारे सिमट गये हैं,शाखाओं पर लदे सुमन हैं।।--टेसू के पेड़ों पर भी तो,लाल अँगारे दहक रहे हैं।अद्भुत् छटा वनों में फैली,कुसुम डाल पर चहक रहे हैं।।--देते हैं सन्देश हमें यह,अब बसन्त आने वाला है।धूप गुनगुनी बोल रही ... Read more
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विद्यार्थियों के साथ,नैत्रदान-अंगदान पर कुछ बात विद्यार्थियों के साथ नैत्रदान-अंगदान विषय पर कार्यशाला ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~संभाग में शाइन इंडिया फाउंडेशन द्धारा पुनः वृहद स्तर पर नैत्रदान-अंगदान-देहदान की जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन होना प्रारंभ हो गया है । जेस... Read more
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कुछ भी लिखने कहने का दौर नहीं हैं।अर्थहीन शब्द मात्र,भावों के छोर नहीं हैं।उम्मीद के धागों से भविष्य की चादर बुन लेते हैंविविध रंगों से भ्रमित कोई चटक चित्र चुन लेते हैंसमय की दीर्घा में बैठे गुज़रती नदी की धार गिनतेबेआवाज़ तड़पती मीनों को नियति की मार लिखतेभेड़ों में ह... Read more
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निवर्तमान मुख्यमंत्री वी नारायणसामी और राज्यपाल तमिलसाई सौंदरराजनपुदुच्चेरी में कांग्रेस सरकार की पराजय के बाद कहा जा रहा है, हालांकि पार्टी को भरोसा है कि आगामी चुनाव में उसे हमदर्दी का लाभ मिलेगा, पर मुख्यमंत्री वी नारायणसामी तथा हाईकमान ने पार्टी के भीतर असंतो... Read more
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मेरे खिलाफ पूरे देश मे कही भी आज तक कोई पुलिस में शिकायत दर्ज नही है। मुझे हमारे विधायक मदन दिलावर जी ने गुंडा कहा और कहा कि मेरे खिलाफ खबरे चलाता है । दिलावर जी ने मेरे खिलाफ धारा 3 में मुकदमा भी दर्ज कराया। मेरे समर्थन में पत्रकार साथी आ रहे है जिसके लिए में पत्रकार स... Read more
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किसी भी यूट्यूब वीडियो को अपनी इच्छा अनुसार कम या ज्यादा स्पीड में कैसे चलाएं? कम से कम कितनी स्पीड में चला सकते हैं? अधिक से अधिक कितनी स्पीड में चला सकते हैं?हम आमतौर पर यूट्यूब वीडियो यूट्यूब द्वारा निर्धारित सामान्य स्पीड में देखते हैं । कई बार हम चाहते हैं ... Read more
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उत्तराखंड के पंच प्रयाग हैं। विष्णुप्रयाग, नंदप्रयाग, कर्णप्रयाग, रूद्रप्रयाग और देवप्रयाग। नदियों का संगम भारत में बहुत ही पवित्र माना जाता है। नदियां देवी का रूप मानी जाती हैं। प्रयाग में गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम के बाद गढ़वाल-हिमालय के क्षेत्र के संगमों को ... Read more
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अरेराज से पटना जाने वाली बस में बैठा हूं। बस खजुरिया से आगे बढ़ती हुई केसरिया पहुंचती है। खजुरिया मोड पर लोगों ने बताया था कि यहां से केसरिया की दूरी महज 10 किलोमीटर है। खजुरिया नेशनल हाईवे नंबर 27 पर है। यहां से आप अरेराज और केसरिया दोनों जगह सुगमता से जा सकते हैं। खजुर... Read more
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ऐसी अनगिनत कहावतें, लोकोक्तियाँ या मुहावरे हैं जिनके शब्द कुछ और होते हैं पर अर्थ कुछ और ! कहती कुछ और हैं, समझाती कुछ और ! नाम किसी का लेती हैं काम किसी और का करती है ! यानी कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना...............!#हिन्दी_ब्लागिंग वर्षों से चली आ रही बहुतेरी कहावतों या मुह... Read more
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गत 4 फरवरी को अपने विदेशमंत्री और विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच जो पहला बयान दिया है, उसे काफी लोग उनका विदेश-नीति वक्तव्य मान रहे हैं। एक मायने में वह है भी, क्योंकि उसमें उन्होंने अपनी विदेश-नीति की कुछ वरीयताओं का हवाला दिया ... Read more
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और ये लोग वहाँ तकिये लगाए हुए (चैन से बैठे) होगें वहाँ (खु़द्दामे बेहिश्त से) कसरत से मेवे और शराब मँगवाएँगे (51)और उनके पहलू में नीची नज़रों वाली (शरमीली) कमसिन बीवियाँ होगी (52) (मोमिनों) ये वह चीज़ हैं जिनका हिसाब के दिन (क़यामत) के लिए तुमसे वायदा किया जाता है (53)बेशक ये हमा... Read more
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१४ फरवरी दुनियाभर में प्रेमी–प्रेमिका, प्रेम और प्रेम करने वालों के लिए प्रणय दिवस के रूप में मनाया जाता है।वैलेन्टाइन-डे का इतिहास जिसे लोग प्यार का त्यौहार मानकर सेलिब्रेट करते हैं। भारत में लोग अपने पार्टनर को तोहफे, चॉकलेट आदि देकर प्यार का जश्न मनाते हैं. ले... Read more
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पत्रकारिता के अभिमन्यु , जनसम्पर्क के समन्वयक , समाजसेवा क्षेत्र में अव्वल ,, तीन भाषाओं के कमांडर , ,बहुमुखी प्रतिभा के धनी , हर दिल अज़ीज़ ,, भाई जितेंद्र बग्गा ,, अल्फ़ाज़ों के जादूगर है , ,,वोह नगर निगम कोटा की विकास योजनाए हों ,, देश की लोकसभा अध्यक्ष के ज... Read more
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--आयी लेकर फरवरी, हर्ष और अवसाद।कुदरत के दरबार में, सब करते फरियाद।।--लगता मध्यम वर्ग को, भूल गई सरकार।चुनी हुई सरकार का, बजट करो स्वीकार।।--होते कडुए फैसले, सबको नहीं मुफीद।करना मत इस बजट से, राहत की उम्मीद।।--खाद्य वस्तुओं के सतत, बढ़ते जाते दाम।महँगाई पर तेल की, लग... Read more
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--आया है ऋतुराज अब, समय हुआ अनुकूल।बौराये हैं पेड़ भी, पाकर कोमल फूल।।--टेसू अंगारा हुआ, खेत उगलते गन्ध।सपने सिन्दूरी हुए, देख नये सम्बन्ध।।--पंछी कलरव कर रहे, देख बसन्ती रूप।शाखा पर बैठे हुए, सेंक रहे हैं धूप।।--सरसों फूली खेत में, गेहूँ करे किलोल।कानों में पड़ने लगे, कोयल... Read more
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आपकागमआपकीरुस्वाइयाँलेजाऊँगा.देखते ही देखतेपरछाइयाँलेजाऊंगा . आपनेमुझकोकभीमानानहींअपनामगर,ज़िन्दगीसेआपकीकठिनाइयाँलेजाऊँगा. हाथसेछूकरकभीमहसूसतोकरलोहमें, आपकेसरकीकसमतन्हाइयाँलेजाऊँगा. आपकीमहफ़िलमेंआकरआपकेपहलूसेमें, शोखनज़रोंसेसभीअमराइयाँल... Read more
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शीर्षक पंक्ति: आदरणीया अँजना जी की रचना से। सादर अभिवादन। शनिवासरीय प्रस्तुति में आपका स्वागत है।आज भूमिका में वरिष्ठ साहित्यकार आदरणीया अँजना जी की रचना का काव्यांश--जंगो से तबाह शहरों को देखो, बिखरी हुई इमारतों को देखो, सूनी बद... Read more
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प्रेमिका जब भूतपूर्व हो जाती है तब वह अधिक आकर्षित करती है। उसके प्रति चाह और चार्म बढ़ जाता है। नॉस्टेल्जिया बना रहे ऐसा मन करता है। जीवन में उमंग और तरंग वापस लौट आती है। तब बीवी का भी इतना डर नहीं रहता। बार-बार दिल करता है वेलेंटाइन डे भूतपूर्व प्रेमिका संग ही सेलिब्रेट किया जाए।
बता दूं कि मैं- जमाने की परवाह किए बगैर- अपना हर वेलेंटाइन डे भूतपूर्व प्रेमिका संग ही मनाता हूं। यह बात मैं अपने निजी अनुभव के आधार पर कह रहा हूं कि भूतपूर्व प्रेमिका संग वेलेंटाइन मनाने में जो सुख है, वो बीवी संग मनाने में नहीं। हो सकता है कि पत्नीव्रत पतियों को मेरी बात अ... Read more
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--मात-पिता के चरण छू, प्रभु का करना ध्यान।कभी न इनका कीजिए, जीवन में अपमान।१।--वासन्ती मौसम हुआ, काम रहा है जाग।बगिया में गाने लगे, कोयल-कागा राग।२।--लोगों ने अब प्यार को, समझ लिया आसान।अपने ढंग से कर रहे, प्रेमी अनुसंधान।३।--खेल हुआ अब प्यार का, आडम्बर से युक्त।सीमाओं को ... Read more
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दिन 12 फरवरी 1948 के दिन शाम 3 बजे महात्मा गांधी की अस्थियां नाव से कोटा चंबल के बीच , रामपुरा महात्मा गांधी स्कूल , पुराना बस स्टैंड महात्मा गांधी आश्रम वर्तमान , विकास भवन में रखकर ,, नदी की धारा में प्रवाहित की गईं। इस दौरान कोटा के पूर्व महाराव भीम सिंह के अलावा हजारों लोग ... Read more
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उसे बहने दोवह बहना चाहता है निर्विरोध निर्विकल्प हमारे माध्यम से प्रेम और आनंद बन पाहन बन यदि रोका उसका मार्ग तो वही बहेगा रोष और विषाद बनकर !वह हजार-हजार ढंग से प्रकट होता है यदि राम बनने की सम्भावना न दिखे तो रावण बन सकता है वह उस ऊर्जावान नदी की तरह है जिसे मार्ग न ... Read more
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दोहा गीत--बात-बात पर हो रही, आपस में तकरार।भाई-भाई में नहीं, पहले जैसा प्यार।।(१)बेकारी में भा रहा, सबको आज विदेश।खुदगर्ज़ी में खो गये, ऋषियों के सन्देश।।कर्णधार में है नहीं, बाकी बचा जमीर।भारत माँ के जिगर में, घोंप रहा शमशीर।।आज देश में सब जगह, फैला भ्रष्टाचार।भाई-भाई मे... Read more
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नल से जलअपने दो कमरों वाले घर से महज कुछ ही गज़ की दूरी पर स्थित अपने छोटे से खेत में काम कर रही हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के बल्लही गांव की निवासी एकदम खुश है. अब से पहले करीब दो दशक तक फूलकली अपने परिवार की रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए नजदीकी सप्लाई पॉइंट से ब... Read more
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अब ! आप तो स्तब्ध !! कहीं और से भी कुछ इंतजाम नहीं हो सकता ! फोन पर चिल्लाने का भी कोई फायदा नहीं ! हालांकि आपके पैसे वापस मिल जाएंगें ! आप कहीं कम्प्लेन भी दर्ज करवा देंगे ! पर उस समय सर पर आई मुसीबत का क्या ! अच्छे-खासे माहौल-मूड का सत्यानाश ! हार -थक कर वही ब्रेड-बटर, नमकीन और ... Read more
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में यूँ बिखरा बिखरा सा ,में यूँ सिसका सिसका सा , वजह तुम्हारी खुशी की हूँ,में तुम्हारी खुशी की खातिरअब आंसू ,सिसकियाँ, दर्द खुद पर रोज़ आज़माता हूँ ,www.akhtarkhanakela.blogspot.com... Read more
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कल्पना... Read more
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