 Dr. Ajeet
तुमने कहा चलो चलते है मै चला फिर कहा ऐसे नही चलते मै रुक गया फिर हम चले और चलते गये निसंवाद आज भी उन्ही कदमों का पीछा करते चल रहा हूँ तुम कभी बोझिल हो जाते हो कभी जीवंत ऐसे हमसफर के साथ चल कर मंजिल को देखना अब बस एक शगल है मेरा न तुम्हे कहीं पहूंचना है और न मुझे ही फिर लोग क्य... Read more |

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2:45pm 10 May 2012 #
 Dr. Ajeet
लम्हों में खुद को कैद कर नही सकता महफिल उनकी है हद से गुजर नही सकता तकसीम जब दिल के अफसाने हो जाए जख्म हल्का भी हो तो भर नही सकताखुद की जुस्तजु में सफर पर निकला हूँ एक तेरे लिए ये सफीना डूबो नही सकता शिकवे शिकायत छोड यूँ भी मिलना कभी हमारा अहसास इतनी जल्दी खो नही सकताबारह... Read more |

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3:34pm 29 Apr 2012 #
 Dr. Ajeet
तेरे मुताबिक नजर आना जरुरी तो नही अपनापन मेरा सलीका है मजबूरी तो नहीतुझे खुद अपनी अना का अहसास नही इंसान है दोस्त तू मृग कस्तूरी तो नहीयूँ हर बात पर तेरी हाँ मे हाँ कहना रवायत हो सकती है मगर जरुरी तो नहीदम कब के निकल जाते तेरे दम सेकिसी के पास खुदा की मंजूरी तो नहीरबहर-ए-... Read more |

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1:41pm 26 Mar 2012 #
 Dr. Ajeet
मुश्किल वक्त कितना मुश्किल लगनेलगता है जब दोस्ती की बीच में समझदारी उग आयें रात के अक्सर नींद न आयें पत्नि बिना वजह समझाएदुश्मनों से सलाह लेनी पड जाएमर्ज़ की दवा कम पड जाए ऐसे बुरे वक्त से गुजरता अक्सर यह सोचता हूँ रात के बाद सवेरा है ये सब कहते-सुनते आयें है लेकिन रात क... Read more |

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2:30pm 23 Jan 2012 #
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