 मनोज कुमार
दुश्मनखदेरन ने अपने बेटे भगावन से कहा, “देख भगावन! बड़े-बुजुर्ग कह गए हैं, और यह सौ-फ़ीसदी सही है कि कभी किसी का दुश्मन नहीं बनना चाहिए।”भगावन ने पिता की बात ध्यान से सुनी और बोला, “पर पापा मेरी तो किसी से दुश्मनी नहीं है, ... लेकिन मेरी टीचर मिस गुनगुनिया कहती हैं कि मैं अक़... Read more |

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12:30am 3 Nov 2012 #
 मनोज कुमार
सौभाग्य से खदेरन को मुम्बई जाने का मौक़ा मिला। अपने एक दूर के रिश्तेदार के यहां जाने के लिए उसने स्टेशन के सामने से डबल डेकर बस पकड़ा। बस में चढ़ते ही कंडक्टर ने उसे ऊपर भेज दिया। थोड़ी ही देर में खदेरन भागता हुआ नीचे पहुंचा और कंडक्टर पर बरस पड़ा, “अबे ओ कंडक्टर ! मरवाएगा क्य... Read more |

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3:13am 10 Jul 2012 #
 मनोज कुमार
मरीज़ हक़ीम से : मुझे अजीब सी बीमारी हो गए है। जब मेरी बीवी बोलती है, तो मुझे कुछ सुनाई नही देता।”हक़ीम मरीज़ से : यह बीमारी नहीं है, यह तो तुम पर अल्लाह की रहमत है।... Read more |

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12:30am 8 Jul 2012 #
 मनोज कुमार
खदेरन को सब बेवकूफ़ समझने लगे तो उसने अपई व्यथा फाटक बाबू कि सुनाई और उनसे बोला,“फाटक बाबू लोग मुझे बेवकूफ़ कहते हैं। मुझे मेरा सामान्य ज्ञान बढ़ाना है। आप तो बहुते तेज़ हैं, हमको मदद कीजिए।”फाटक बाबू ने कहा कि कल से रोज़ सुबह छह बजे आ जाना, हम तुमको ज्ञान की बातें बताया करेंग... Read more |

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12:30am 7 Jul 2012 #
 मनोज कुमार
शिक्षक भगावन से : दो में से दो गए तो कितना बचा?भगावन : सर मैं समझा नहीं।शिक्षक : इस तरह समझो कि तुम्हें खाना दिया गया है जिसमें दो रोटी है। वो रोटी तुमने खा ली तो तुम्हारे पास क्या बचा?भगावन : सब्जी।... Read more |

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8:28am 6 Jul 2012 #
 मनोज कुमार
भिखारी : सेठ पांच रुपया दोना, बहुत भूख लगी है। भगवान तेरा भला करेगा।सेठ : मेरे पास सौ रुपए का नोट है। तेरे पास छुट्टा, पच्चानवे रुपए हैं क्या?भिखारी : हां, हैं।सेठ : तो पहले वो तो ख़र्चा कर!!... Read more |

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5:24am 5 Jul 2012 #
 मनोज कुमार
अख़बार पढ़ते खदेरन की नज़र एक समाचार पर टिक कर रह गई। इस विशेष और शोधपूर्ण अलेख को अपनी श्रीमती से शेयर करने से वह अपने-आपको रोक नहीं पाया।ज़ोर से बोला, “फुलमतिया जी, कितनी ख़ुशी की बात है, आपको भी मालूम होना चाहिए। मूर्ख आदमियों की बीवियां सुंदर हुआ करती हैं।”फुलमतिया जी ने ... Read more |

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5:49am 4 Jul 2012 #
 मनोज कुमार
खदेरन को बाबा की कृपा चाहिए थी।वह उनके दरबार में पहुंचा। उनके चरणों पर उसने अपनी जन्म-कुंडली धर दी।बाबा ने बोलना शुरू कर दिया, “तेरा नाम खदेरन है?”“जी।”“तेरी पत्नी का नाम फुलमतिया जी है?”“जी!”“तेरा एक लड़का है जिसका नाम भगावन है?”“जी-जी!!”“तूने कल बीस किलो गेहूं ख़रीदा है... Read more |

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12:30am 3 Jul 2012 #
 मनोज कुमार
एक दिन दोपहर के वक़्त गरमी से परेशान खदेरन घर में घुसा। प्यास से उसका बुरा हाल था। उसने फुलमतिया जी से कहा, “ज़रा एक गिलास पानी दीजिए।”फुलमतिया जी ने पूछा, “प्यास लगी है?”खदेरन ने जवाब दिया, “नहीं। … गला चेक करना है, कहीं लीक तो नहीं हो रहा।”... Read more |

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3:32am 2 Jul 2012 #
 मनोज कुमार
चोर चाकू दिखाते हुए यात्री से, “अबे, तेरे पैसे निकाल।”आदमी, “अबे तू जानता है मैं कौन हूं?”“कौन?”“मैं नेता हूं।”चोर, “अच्छा! तो फिर मेरे पैसे निकाल …!”... Read more |

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2:35am 6 Jun 2012 #
 मनोज कुमार
उस दिन खदेरन बहुत दुखी था। हर तरफ़ से निराशा उसके हाथ लगी थी। निराशा की पराकाष्ठा की स्थिति में उसके मुंह से निकला, “ऐसी ज़िन्दगी से तो मौत अच्छी।”अचानक वहां यमदूत प्रकट हुआ और अट्टहास करने लगा, “हा-हा-हा-हा…”खदेरन ने उसकी ओर देखा और पूछा, “तुम कौन और क्या लेने आए हो?”“मैं ... Read more |

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3:55am 5 Jun 2012 #
 मनोज कुमार
खदेरन का दोस्त पलटू खदेरन से, “मैं कुछ भी काम करता हूं, तो मेरी बीवी बीच में आ जाती है।”खदेरन अपने दोस्त पलटू से, “यार तू ट्रक चला कर देख।”... Read more |

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2:48am 4 Jun 2012 #

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12:54am 25 May 2012 #

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4:53am 24 May 2012 #
 मनोज कुमार
क्लास में गणिट का टेस्ट लेने के बाद परिणाम बताया जा रहा था। भगावन की क्लास टीचर मिस गुनगुनिया ने भगावन को पास बुलाया और बोली, “इस बार गणित में तुम्हें 50 नंबर देते हुए मुझे खुशी हुई।”भगावन ने कहा, “मैम, यहां भी आपने अपना घाटा कर लिया।”मिस गुनगुनिया ने पूछा, “घाटा, वो कैसे?”... Read more |

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12:30am 14 Apr 2012 #
 मनोज कुमार
एक दिन खदेरन का बेटा भगावन फाटक बाबू से पूछ बैठा, “अंकल आपके सिर के बाल सफेद और मूछें बिल्कुल काली हैं, ऐसा क्यों?”फाटक बाबू ने जवाब दिया, “बेटा मेरी मूछें सिर के बालों से 15-20 साल छोटी हैं ना, इसलिए।”... Read more |

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11:03am 13 Apr 2012 #
 मनोज कुमार
एक दिन फाटक बाबू और खदेरन गार्डेन में टहल रहे थे। आपस में घर परिवार की बातें हो रही थी।फाटक बाबू ने खदेरन से पूछा, “खदेरन बरतन कितना भी संभाल कर रखो आपस में टकरा तो जाते ही हैं।”खदेरन ने सहमति जताई, “ठीके कहते हैं फाटक बाबू।”फाटक बाबू ने सिर हिलाते हुए कहा, “हम्म! मतलब तु... Read more |

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3:40pm 1 Apr 2012 #

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5:49am 27 Mar 2012 #
 मनोज कुमार
खदेरन बहुत बीमार था। फुलमतिया जी उसे डॉक्टर के पा ले गईं। डॉक्टर जियावन सिंह ने गहन जांच पड़ताल के बाद नुस्खे थमाते हुए फुलमतिया जी से कहा, “आपके पति की हालत ठीक नहीं है।”“जी!”“उन्हें पौष्टिक भोजन देना”“जी!”“उनके सामने हमेशा अच्छे मूड में रहिएगा।”“जी!”“उनसे अपनी समस्... Read more |

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2:41pm 25 Mar 2012 #
 मनोज कुमार
फुलमतिया जी की अक्ल पर उस दिन खदेरन को ताज़्ज़ुब हुआ। दोनों बाज़ार गए थे। बाज़ार में सेल लगा था। एक दुकान के सामने एक रेट लिस्ट थी। फुलमतिया जी की नज़र उस पर गई। नायलोन साड़ी – 5 रु, कॉटन साड़ी – 7 रु, तांत साड़ी – 8 रु, सिल्क साड़ी – 10 रु। यह पढ़कर फुलमतिया जी ने खदेरन से कहा, “मुझे 500 रु दे ... Read more |

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3:21pm 23 Mar 2012 #

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12:17am 3 Mar 2012 #

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2:15am 2 Mar 2012 #
 मनोज कुमार
खदेरन नेट पर बैठकर अपने सभी रिश्तेदारों और जानपहचान के लोगों को मेल कर के उठा कि उसकी नज़र फाटक बाबू पर पड़ी। फाटक बाबू ने पूछा, “क्या हो रहा था खदेरन?”खदेरन ने बताया,“फाटक बाबू, एक ठो ब्लॉग देख रहे थे, ‘विचार’ (http://www.testmanojiofs.com/)। उस पर गांधी जी के बारे में बड़ा सुन्दर और जानकारी वा... Read more |

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3:47am 9 Jan 2012 #
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