Blog: परिकल्पना |
![]() ![]() भारत ऋतुओं का देश है, जहां प्रकृति का वैविध्यपूर्ण सौंदर्य बिखरा पड़ा है।यही कारण है, कि फूलों का देश जापान को छोड़कर आने की दु: खद स्मृति हाइकु काव्य को कभी अक्रांत नहीं कर पाई। वह इस देश को भी अपने घर की मानिंद महसूस करती रही। यही कारण है कि हिन्दी साहित्य जगत के समस्... Read more |
![]() ![]() ।। ग़ज़ल।।- रवीन्द्र प्रभातगमजदा है माहौल बहुत आहट बनाए रक्खो।बच्चों के लिए अपनी मुस्कुराहट बनाए रक्खो।भूख से लड़कर हम जी लेंगे कुछ दिन जरूर - मगर ए दोस्त तिश्नगी की तरावट बनाए रक्खो।स्याह अंधेरों में उम्मीदों की सुबह ढूढों मगर- इन अंधेरों के खिलाफ बगावत बनाए रक... Read more |
![]() ![]() आज के दौर में बेहद ताकतवर माध्यम है सोशाल मीडिया। एक ऐसा वर्चुअल वर्ल्ड, एक ऐसा विशाल नेटवर्क, जो इंटरनेट के माध्यम से आपको सारे संसार से जोड़े रखने में समर्थ है। द्रुत गति से सूचनाओं के आदान-प्रदान और पारस्परिक संचार का एक बहुत सशक्त माध्यम है सोशल मीडिया। यह मीडिया जि... Read more |
![]() ![]() आज के दौर में बेहद ताकतवर माध्यम है सामाजिक मीडिया। एक ऐसा वर्चुअल वर्ल्ड, एक ऐसा विशाल नेटवर्क, जो इंटरनेट के माध्यम से आपको सारे संसार से जोड़े रखने में समर्थ है। द्रुत गति से सूचनाओं के आदान-प्रदान और पारस्परिक संचार का एक बहुत सशक्त माध्यम है सामाजिक मीडिया। यह मीड... Read more |
![]() ![]() प्रमुख भारतीय संस्था परिकल्पना के तत्वावधान में विगत 5 जनवरी से 12 जनवरी 2020 तक संयुक्त अरब अमीरात के दो प्रमुख शहर क्रमश: शारजाह, दुबई, भारतीय शहर कोच्चि होते हुये मालदीव की राजधानी माले तक आयोजित अंतरराष्ट्रीय हिन्दी उत्सव यात्रा में लखनऊ के वरिष्ठ साहित्यकार और हिन्... Read more |
![]() ![]() प्रमुख भारतीय संस्था परिकल्पना के तत्वावधान में विगत 5 जनवरी से 12 जनवरी 2020 तक संयुक्त अरब अमीरात के दो प्रमुख शहर क्रमश: शारजाह, दुबई, भारतीय शहर कोच्चि होते हुये मालदीव की राजधानी माले तक आयोजित अंतरराष्ट्रीय हिन्दी उत्सव यात्रा में लखनऊ के वरिष्ठ साहित्यकार और हिन्... Read more |
![]() ![]() यह मेरा पाँचवाँ उपन्यास है, जो कश्मीर के सामाजिक तानेबाने को समय के साथ ध्वस्त होने की कहानी बयान करता है। साथ ही कश्मीर के शर्मनाक और दहशतनाक ऐतिहासिक पहलूओं की गहन पड़ताल भी करता है। किस्सागोई शैली में लिखा गया यह उपन्यास आम पाठक के लिए काफी रोचक और पठनीय है। कश्मीर ज... Read more |
![]() ![]() लखनऊ (25 अगस्त) : हिन्दी भाषा की विविधता, सौन्दर्य, डिजिटल और अंतराष्ट्रीय स्वरुप को विगत 14 वर्षों से वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठापित करती आ रही लखनऊ की संस्था परिकल्पना के 13वीं वार्षिक महासभा में बतौरमुख्य अतिथि पहुंचे लखनऊ परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कु... Read more |
![]() ![]() Stage Porformance in International Hindi Utsav Siem Reap in Cambodia. Organised by Parikalpna ( Indian Organisation). अंतरराष्ट्रीय हिन्दी उत्सव कंबोडिया की झलकियाँ ... Read more |
![]() ![]() () रवीन्द्र प्रभात इसमें कोई संदेह नहीं कि हिन्दी ब्लॉग की दुनिया ने किसी भी माध्यम की तुलना में बेहतर ढंग से नोटिस लेने की पूरी कोशिश की है। ब्लॉग की खुलती अनंत खिड़कियाँ ये साबित करती हैं कि अब पेशेवर लोग ही नहीं आम लोग भी अपने समय की हलचलों और मुद्दों पर अपने मन की कच... Read more |
![]() ![]() http://www.sahityakunj.net/LEKHAK/P/PradeepSrivastava/apne_samya_ko_ukertee_kavitayen_PustakSameeksha.htm... Read more |
![]() ![]() वाएं से विश्व हिन्दी सचिवालय के महासचिव प्रो. विनोद कुमार मिश्र, मॉरीशस के सांसद श्री विकास ओरी, भारतीय उच्चायुक्त श्री अभय ठाकुर, हिन्दी प्रचारिणी सभा मॉरीशस के प्रधान श्री यन्तु देव बुद्धू, मंत्री श्री धनराज शंभू और सभा को संबोधित करते परिकल्पना समय के प्रधान सं... Read more |
![]() ![]() आज हिंदी ब्लागिंग की 15वीं वर्षगाँठ है। वर्ष 2003 में यूनीकोड हिंदी में आया और तद्नुसार हिन्दी ब्लॉग का शुभारम्भ हुआ। पूर्णतया हिन्दी में ब्लॉगिंग आरंभ करने का श्रेय आलोक कुमार को जाता है, जिन्होंने 21 अप्रैल 2003 को हिंदी के प्रथम ब्लॉग ’नौ दो ग्यारह’ से इसका आगाज किया था। य... Read more |
![]() ![]() कहा गया है कि साहित्य की अमृतधारा हास्य और व्यंग्य से होकर ही गुजरती है। जहां हित की भावनाएं हिलकोरें मारती है, वहीं से प्रस्फुटित होती है हास्य और व्यंग्य की एक अलग धारा जो पत्र-पत्रिकाओं के रास्तों से गुजरते हुये मंच पर श्रोताओं के बीच जाकर पूर्णता को प्राप्त कर... Read more |
![]() ![]() इन्डोनेशिया में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी उत्सव में सम्मानित होने वालों की पहली सूची- (1) इलाहाबाद के रामायण मर्मज्ञ कवि डॉ बाल कृष्ण पांडेको "कवि योगेश्वर मानस सम्मान"(2) इलाहाबाद की नाट्यकर्मी डॉ प्रतिमा वर्माको "भारतेन्दु नाट्य सम्मान"(3) देवरिया के शिक्षाविद ड... Read more |
![]() ![]() अंतराग्नि आईआईटी कानपुर का वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव है। यह अपने प्रकार के कार्यक्रमों में संपूर्ण एशिया में सबसे उत्कृष्ट महोत्सवों की श्रेणी में आता है। अंतराग्निने विगत वर्षों में अपनी एक अलग पहचान कायम की है, और अपने 52 वें संस्करण में, इसकी भव्यता पहले से कहीं ... Read more |
![]() ![]() आगामी विश्व हिन्दी दिवस यानी 10 जनवरी 2018 को इंडोनेशिया की सांस्कृतिक राजधानी बाली में अंतरराष्ट्रीय हिन्दी उत्सवका आगाज होने जा रहा है, जिसका समापन समारोह 13-14 जनवरी 2018 को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में सम्पन्न होगा। इस आयोजन का संचालन भारत तथा इंडोनेशिया की कई सामा... Read more |
![]() ![]() नज़ाकत, नफासत और तमद्दुन का शहर लखनऊ यानी तहजीव-ए-अवध के मुताबिक यह सर्वविदित है कि "मेहमां जो हमारा होता है वो जान से प्यारा होता है....."कल यानी 13 सितंबर को मेरे पास इंडोनेशियन एम्बेसी से दूरभाष पर यह सूचना मिली कि इंडोनेशियन संस्कृतिकर्मियों का एक दल मिस्टर इकसन के नेतृत... Read more |
![]() ![]() प्रतिबद्ध हूँ, संबद्ध हूँ और आवद्ध हूँ ..... बाबा आपके सुझाए रास्ते पर चल सकूँ बस इसलिए कटिबद्ध हूँ। साहित्य हो या ब्लॉग दोनों रचनात्मकता से सकारतमकता की ले चलने का मार्ग है। ब्लॉग यानी चिट्ठा मनुष्य की समता और ममता को मजबूती प्रदान करता है। बसर्ते लेखन में प्रतिबद्धता ... Read more |
![]() ![]() जोहोर बहरू (मलेशिया ):वैश्विक स्तर पर ब्लॉगरों को एकजुट कर साहित्यिक, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों को प्राणवायु देने के उद्देश्य से संस्थापित संस्था परिकल्पनाके तत्वावधान में विगत 21 जून 2017 और 25 जून 2017 के बीच सिंगापुर और मलेशिया के जोहोर बहरू तथा कुवलालम्पुर में आ... Read more |
![]() ![]() समकालीन हिन्दी कविता के सशक्त युवा हस्ताक्षर और जनशब्द ब्लॉग के मोडरेटर मधेपुरा (बिहार) निवासी श्री अरविंद श्रीवास्तव को वर्ष-2017 का अविनाश वाचस्पति परिकल्पना सम्मान देने का निर्णय लिया गया है। उन्हें यह सम्मान आगामी 24 जून को मलेशिया के जोहोर बहरू शहर के सुरिया सिटी स... Read more |
![]() ![]() विश्व में अपनी भाषाओं से ही है जन-जीवन और विकास- प्रो. पुष्पिता अवस्थीभाषाएं सभ्यताओं की जननी है । भाषाओं में संस्कृति के स्रोत अनुस्पूत हैं। भाषाओं में हमारी अभिव्यक्ति के सूत्र समाहित हैं । हम सबकी अभिलाषाओं के स्वप्न भाषाओं में ही उजागर होते हैं। किसी भी अन्य ... Read more |
Share: |
|
|||||||||||
और सन्देश... |
![]() |
कुल ब्लॉग्स (4017) | ![]() |
कुल पोस्ट (192900) |