"पानी का प्यासा "जो पानी का प्यासा था, उसे हर क्षण एक शमशान की जगह महसूस होता हैउसे न जीने की तमन्ना महसूस होता है | उसके इतने ही क्षण में आत्मा में,ख़ामोशी सी छा जाती है | पानी की एक बूँद आने की आशा,सी हो जाती है | इसकी अहमियत की मूल्य नहीं,और सोचने के लिए किसी के पास दिल है कि ... |
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February 15, 2019, 6:51 am |
"बसंत "बसंत की बहार आयी,गर्मी का अहसास दिलाई | अब तो बोर आम के पेड़ों पर आई,कोयल पेड़ों में कुहू - कुहू बोली | मधुर स्वर वातावरण में है गूंजा,बसंत की बहार है आयी | मौसम में बदलाव आये,सरसों के खेत है लहराए | सोने की रंग की धूप है छिड़की,नई कोपल पेड़ों पर है आयी, प्रकति नई उमंग में भरमा... |
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February 14, 2019, 7:00 am |
"जब जब मैंने उसे देखा "जब - जब मैंने उसे देखा हर पल कुछ न कुछ सोचा | मेरी जिंदगी की यह फूल है,जिसे मैंने किया कबूल है | मैं बस उससे डरता हूँ हमेशा,कहीं कोई उसे चुरा न ले | उसे किसी और के हाथों मेंउसे फूल को बेच दे | जिसे चाहूँ में हमेशा, जिससे बंधी थी मेरी रेखा | जब - जब मैंने उसे ... |
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February 13, 2019, 7:14 am |
"जब मैं छोटा सा था "जब मैं छोटा सा था,बचपन में मैं मोटा था | जब मैं छोटा सा था ,जोर - जोर से रोता था | जब मैं बच्चा था ,गलत काम मैं करता था | बहुत डांट मैं खाता था,जब मैं छोटा सा था | कवि : सुल्तानकुमार , कक्षा : 4th , अपना घर कवि परिचय : यह कविता सुल्तान के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के न... |
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February 12, 2019, 7:11 am |
"ठंडी के कोहरे में "सुबह ठंडी के कोहरे में चलती ठंडी हवाओं में | उठ पड़े हम सुबह जल्दीबाहर पद रही है कड़ाके की ठंडी | हाथ हमारे कांप रहे थे,फिर तैयारी कर रहे थे | सबका था उस पल का इंतज़ार,कब होगा इसका आरम्भ | ये दिन था गणतंत्र का,जिस पर हमें नाज़ था | सभी ने दिए अपने विचार,सभी ने बनाए ... |
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February 8, 2019, 6:26 am |
"उम्मीद का प्रकाश होता "ऐ काश , काश यूँ होता,अँधेरे में उम्मीद का प्रकाश होता | किसी के हाथों में न हथियार होता,बस लोगों के चेहरे पर प्यार होता | जिस प्रकार क्रिकेट में सरफ़राज़ होता हैअंतिम गेंद में जीत की आश होता है | जीवन में हर व्यक्ति खुद पर महान हैंबस खुद को समझने में अनज... |
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February 6, 2019, 5:00 pm |
"मुझे भी जीने की चाहत है "मुझे भी जीने की चाहत है,पर शरहद रक्षा करता हूँ | मुझे भी ख़ुशी से रहना है ,पर देश के लिए लड़ता हूँ | न मुझे मरने की चिंता,न मुझे डरने की चिंता क्योंकि हर कदम पर,खतरा मोल लेता हूँ |हर दुश्मनों पर नजर रखता हूँ,दुश्मनों को ख़त्म किए बिना दम नहीं लेता हूँ नए ... |
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February 6, 2019, 4:47 pm |
"मेरी डायरी "मेरी डायरी की एक कहानी है, जो की मेरे साथ शुरू हुई थी | आज तक की सारी बात,वह संभाल कर रखी | हर लम्हें की सारी बीते,तुम्हें मैनें बताई | जरूरत पड़ने पर उन सारी, बातों को मुझे सुनाई | सुनाकर उस बीते बातों को,एक नया रंग हमारी जिंदगी को देता | जब भी मैं अकेला होता, व... |
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February 2, 2019, 4:54 pm |
"काश यूँ होता "ऐ काश , काश यूँ होता,एक उम्मीद का आश होता | हर चीज करने की दिलाशा कहीं से मिलता ,जिस प्रकार कीचड़ में कमल है खिलता हर किसी के चेहरे पर मुस्कराहट होता,मेहनत करने वालों की क़दमों में जहाँ होता | ऐ काश , काश यूँ होता,एक उम्मीद का आश होता | कवि : अखिलेश कुमार , कक्षा : 8th , अ... |
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February 2, 2019, 4:28 pm |
"देश के दृश्य "देखो लोग इस देश के,घूमने जाते विदेश में | पहले जाते एरोप्लेन से,फिर चढ़ जाते ट्रेन में | घूमने जब लगते विदेश में,घूमते मंदिर और बाग़ में | जब देखते हैं वो आम,तब याद आती है देश की शान | भागते चले आते है देश में जहाँ खो जाते है इसके दृश्य में | जब छूटा बुखार विदेश का,याद... |
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January 23, 2019, 6:04 am |
" Your imagination "I want to drench in colorful fountain,which come over through the mountain.I want to do adventure, which are so danger.let's you too do something different It's ok let's try few and move to your mind development.Think unbelievable and intangible stop to living life in the shape of triangular.melt deeply towards your aim brother, that should be different as compared to other. you can change your life and life action, with help your imagination ....Name : Devraj kumar , Class : 8th , Apna Ghar Introduction : This poen is written by Devraj with his imagination. Devraj always put some message and inspirational things which people can understand and apply in their regular life... |
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January 22, 2019, 5:08 am |
"परिवार का प्यार "परिवार का प्यार अनमोल होता है,जिसको नहीं मिला वह रह -रहकर रोता है | जब - जब यादें आती हैं,आँसुओं की नदियाँ बह जाती हैं |प्यार जिसको मिला, वो कितना खुश नसीब है | जिसको कभी प्यार नहीं मिला, वह आँसुओं के करीब है | मिली नहीं ये चीजें कोई बात नहीं,जो दिया है खुशियाँ ... |
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January 22, 2019, 4:03 am |
"भगवान मेरा कसूर क्या है "हे भगवान मेरा कसूर क्या है,मैंने ऐसा किया ही क्या है |हे भगवान् मेरा कसूर क्या है,छोटी से ही सड़क पर पला हूँ | रो - रोकर सुखाया अपनी गला है,बड़े नसीब से पिने का पानी मिला है | गर्मियों में एक बूँद ठंडे पानी के खातिर,घर घर भटकती फिरती हूँ | कहीं अगर जूठी ... |
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January 21, 2019, 6:43 am |
"लोग सो रहे "इस मुल्क के लोग सो रहे हैं,इस मुल्क के लोग सो रहे हैं | और जो कुछ नहीं कर रहे हैं वो इस मुल्क में हँस रहे हैं | जहन के जज्बात खो गए,जहन की आवाज़ गूंज रही है | और जिसका जहन नहीं है,वो जहन नहीं ज़हर रह गए | हँसी तो दूर की बात है,लोग तो हँसते भी नहीं | अरे !खो गया है वो नगमा,जो ल... |
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January 19, 2019, 5:26 am |
"हे प्रभु "हे प्रभु तू सुन मेरी पुकार,फिर से बना दे ख़ूबसूरत संसार | इंसानों के अंदर भर दे प्यार,ताकि हर इंसान बन जाए यार | फूलों की खुशबू को बढ़ा दे,चाहे तो उसमें चार चाँद लगा दे |तोड़ने पर न पहुंचे दुःख,काँटों पर खिलकर भी रहे खुश | इस संसार को ऐसा बना दे,सोंचू तो दिल बहला दे | &... |
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January 15, 2019, 3:27 pm |
"बच्चों ने जैसे छोड़ा खेल " "बच्चों ने जैसे छोड़ा खेल " "बच्चों ने जैसे छोड़ा खेल "बच्चों ने जैसे छोड़ा खेल,खेल ने दिया उन्हें पढ़ेल | कर दिया उनको मोटा - मोटा,जिनका सहारा बन गया अब लंगोटा | करने को पेट का साइज़ छोटा,परन्तु अब यह उनसे नहीं होता | पहले जो थे हट्टे - कट्टे,अब दीखते हैं ... |
"मम्मी की मार बेकार न था "मम्मी की मार बेकार न था,दादी का प्यार बेकार न था | बचपन में खिलौनों का खो जाना ,वो कोई चिंता का बात न था | घर लाई गई मिठाई में कम मिलना पर रूठना रूठना था ही नहीं | हमें तो अब समझ में आया,नरिजग का मतलब सही | हर गलत बात पर सभी चिढ़ाते है,चिढ तब होती है जब कोई ... |
"नया साल आएगा "शायद गुमशुदा चिड़िया भी जाएगी, शायद मुरझाए हुए पेड़ भी लहलहाएंगे | शायद हर चेहरे पर खुशियाँ छाएँगे ,जब नए उम्मीद के साथ नया साल आएगा | शायद हर बहन की डोली ख़ुशी से उठेगी,शायद हर माँ की झोली उम्मीद से भरेगी | शायद हर घरों में खुशियाँ छाएगी, जब नए उम्मीद के साथ नया सा... |
"दिल की पुकार "जब मैं उदास बैठा था उस पार,तब मुझे याद आई तेरी यार | तब मैंने सुनी अपने दिल की पुकार,मुझे भी बनाना है एक अपना संसार | जिसमें सिर्फ हो प्यार ही प्यार ,उसमें एक तू भी हो मेरे यार | जहाँ हम बाँट सके अपना प्यार,तू है मेरा इस जहाँ का यार | जब मैं उदास बैठा था उस पार,तब म... |
"छोटी सी खुशियाँ "ये छोटी सी खुशियाँ ,मेरी जिंदगी में रंग लाएगी | ये छोटी सी मंजिल ,मेरी जिंदगी को बनाएगी |ये छोटी सी महक ,पूरे संसार में खुशबू फैलाएगी | ये छोटी सी रौशनी, मेरी जिंदगी में राह दिखाएगी |ये छोटी सी कोशिश,हर किसी की जिंदगी बनाएगी | यह कठिनाई का रास्ता,राही को चलना ... |
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January 1, 2019, 11:32 pm |
"जिसे मैं देख न सका "क्या वो चीज है, जिसे मैं देख नहीं सका | आँखों के पलकों से गुजर गया, ये ठंडी हवा का झोका था | जिसे मैं देख न सका | | चन्द्रमा जैसी मुस्कान थी, खुशियों की बौछार थी | जिसे मैं देख न सका | ये माँ का गोद था,जिस पर मैं खो गया था | जिसे मैं देख न सका | | कवि : कुलदीप कुमार , क... |
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December 21, 2018, 5:20 am |
" Life "In a dark room, our life is locked. .in which we strike, when we will try to walk.in this bad situation, can you survive. it's worse imagination, a life without a goal. it like a person sitting,in a corner of floor wall. in which not innovation of soul,for example as a playing doll. Poet : Devraj kumar , Class : 8th , Apna GharIntroduction : This poem is belongs to Devraj of clas 8th . He is such a nice guy he always try to find new things which other one thought normally . He interested in science and recently he made a speaker for their dance practice .... |
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December 18, 2018, 5:30 am |
"मेरे दोस्त ये जिंदगी बड़ी "मेरे दोस्त ये जिंदगी है बड़ी,जिसमें बहुत चीजें हैं फसी | कभी दुखी ,कभी ख़ुशी ,इसी में बस ये दुनियाँ बनी | जिसे किसी ने ना सुनी, वो कहानी भी है यहीं बनी | छूट न जाए ये साथ कहीं, सोच तू इस बारे में भी कभी | मेरे दोस्त ये जिंदगी है बड़ी,जिसमें बहुत चीजें है... |
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December 13, 2018, 6:27 am |
"इसलिए रोना बुरा होता है "जब कोई रोता है,चुपचाप सहन करता है | अपने आँसुओं को पी जाता है,इसलिए रोना बुरा होता है | अपने भीगे ग़मों को सहता है,सफलता न मिलने पर हारता है | अपने सपनों का गला घोटता है,उम्मीद न होने पर मर जाता है | इसलिए रोना बुरा होता है | | अपने को गरीब कहना, ख्वाबों ... |
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December 13, 2018, 6:20 am |
"होली "होली आई होली ,लेकर रंगों की झोली | रंग बिरंगे रंग लेकर,आई यारों की टोली | फाल्गुन का महीना आ गया, होली का खुमार ज़ोरों छा गया | होलिका जलेगी आज, करेंगे होली का आगाज़ | हुलर -गुलद करते हुए,घूम गई सारी बस्ती की टोली | लेकर रंग बिरंगें रंगों की झोली, आई देखो फाल्गुन की होली | कवि ... |
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December 12, 2018, 5:55 am |
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