Blog: My Letter |
![]() ![]() -फरीदी उल हसन तनवीरडिअर रोहित वेमुला!हर साल की तरहफिर से तुम्हें पत्र लिख रहा हूँ। उम्मीद है कि मृत्यु के बाद कहीं कोई जीवन नहीं होगा। क्योंकि विज्ञान ऐसा ही मानता और बताता है। तुम भी तो उसी तर्कसंगत विज्ञान में यकीन करते थे जो मृत शरीर को सूक्ष्म कार्बनिक, अकार्बनि... Read more |
![]() ![]() -पुष्पम प्रिया चौधरीआज सुबह हो गयी पर बिहार में सुबह नहीं हुई। मैं बिहार वापस एक उम्मीद के साथ आयी थी कि मैं अपने बिहार और अपने बिहारवासियों की ज़िंदगी अपने नॉलेज, हिम्मत, ईमानदारी और समर्पण के साथ बदलूँगी। मैंने बहुत ही कम उम्र में अपना सब कुछ छोड़ कर ये पथरीला रास्ता ... Read more |
![]() ![]() (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); - शुभम तिवारीलगभग 2012 की बात है और उन दिनों मैंने 'मेरे सत्य के साथ प्रयोग'पढ़ी थी। उस समय संघ के लोगों से मिलना जुलना था ही। आसपास बस बीजेपी वाले ही घर से लेकर सब बीजेपी के ही सपोर्टर। संघ के लिए एक सॉफ्ट कॉर्नर था ही क्योंकि विवेकानंद से लेकर भगत सिं... Read more |
![]() ![]() (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); आदरणीय सर,हिंदुस्तान के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार देश को आत्मनिर्भर बनाने और आगे बढ़ाने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहे हैं. दुनिया के शीर्ष नेता पीएम मोदी जी की लगन और मेहनत का ही नतीजा है कि हिंदुस्तान तेजी से आगे बढ़ र... Read more |
![]() ![]() (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); मेरी लाडली पायल, क्या कहूँँ तुम्हें, क्यों किया तूने ऐसा? ऐसी क्या बात हुई जो तूने इतना बडा फैसला ले लिया। तेरे पापा के जाने के बाद तू मेरे जीने की इकलौती वजह थी। तुझे देख मैं अपने सारे दुख भूल जाती पर आज तूने भी मेरा साथ छोड़ दिया। तुम जानती हो आस पड... Read more |
![]() ![]() (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); - मनीष सिंहप्रिय भाई भाजपाई, तुम्हे देखा है बरसो से। गली मोहल्ले से लेकर टीवी तक संघर्ष करते हुए, बेरोजगारी, महंगाई, अकर्मण्यता, अहंकारी सरकार के खिलाफ तुम्हारे उद्घोष सुने। तुम्हारी सरकारें गिरती, लाठी डंडे पड़ते। तुम थोड़ा जीतते , ज्यादा हारते, म... Read more |
![]() ![]() (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); - दिलीप मिश्राभारत के प्रधान-सेवक को मेरा शास्त्रांग दंडवत प्रणाम! ब्रह्मांड के किसी भी ग्रह पर आप जैसा लोकप्रिय, जननायक, दूरदर्शी शासक नहीं है. आप हैं, इसीलिए हम हैं. कोरोना की इस बेला में आप अपना बहुमूल्य जीवन मुश्किल में डालकर लगातार हम सबके बीच ह... Read more |
![]() ![]() आज सुशांत के अंतिम संस्कार में शामिल होते हुए बहुत तकलीफ हो रही थी. मैं सच में ये दुआ करता हूं कि काश मैं उसके साथ अपना पर्सनल एक्सपीरियंस साझा कर पाता और उसके दर्द को कम करने में उसकी मदद कर पाता. इस दर्द का मेरा अपना सफर रहा है, ये बहुत तकलीफ भरा और बहुत अकेला हो सकता है…ल... Read more |
![]() ![]() - आर. देवेंद्र शांडिल्यप्रधानमंत्री जी, आप बहुत खुशनसीब हैं. खुशनसीब यूं कि आप बहुत तेज़ दिमाग़ के हैं और राजनीति में फिलहाल आपके दुश्मन की शिनाख्त जिस व्यक्ति के रूप में की गई उसे कम दिमाग, ठस दिमाग और लो आईक्यू लेवल वाले आदमी के तौर पर स्टेबलिश कर दिया गया। अनिच्छुक तो ... Read more |
![]() ![]() -धर्मेन्द्र मोहन पंतटेलीग्राम!तुझे तो जाना ही था। खलनायक कभी जिंदा नहीं रहता। एक दिन उसे जाना होता है। अब डर भी नहीं लगता है तुझसे लेकिन जब गांव में था तो दहशत पैदा करता था तू। पूरे गांव वालों में। टेलीग्राम (तार) आया है तो जरूर कुछ अनहोनी होगी। तू क्या जाने कि वह फुसफुसा... Read more |
![]() ![]() - विष्णु नागरप्रिय आम आदमी,कल आप किसी भी तरहके किसी भी आरोप में गिरफ्तार किए जा सकते हैं। आप पर यह आरोप भी लग सकता है कि आप मंदिर या मस्जिद या गुरुद्वारे रोज क्यों जाते हैं या कि आप हिंदू या मुसलमान या सिख होते हुए भी अपने-अपने धार्मिक स्थल क्यों नहीं जाते हैं? या आप मंदि... Read more |
![]() ![]() - बेजी जैसनमेरे प्यारे बच्चों,बस कल ही गुड़िया मुझसे यह सवाल पूछ रही थी, "मम्मी यौन उत्पीड़न का मतलब क्या होता है?"मैने खुद को संयत करने की कोशिश की थी. मैं अपने चेहरे पर जोएल की आंकती हुई नज़र को महसूस कर सकती थी. वह मेरे भीतर चलते द्वंद को भांप रहा था. मैं मन ही मन जूझ रह... Read more |
![]() ![]() प्रिय अजय आज़ाद जी,TV9 भारत वर्ष में कार्यरत दो लड़कियों ने आप पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं और अपने आरोपों के जो प्रमाण पेश किए हैं वो हम मीडियाकर्मियों के लिए बेहद चिंता का सबब हैं। आपके साथ मैंने थोड़े समय के लिए महुआ में काम किया है। तब मैं आपके इस रूप से परिचित नहीं था। ... Read more |
![]() ![]() प्रिय अजय आज़ाद जी,TV9 भारत वर्ष में कार्यरत दो लड़कियों ने आप पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं और अपने आरोपों के जो प्रमाण पेश किए हैं वो हम मीडियाकर्मियों के लिए बेहद चिंता का सबब हैं। आपके साथ मैंने थोड़े समय के लिए महुआ में काम किया है। तब मैं आपके इस रूप से परिचित नहीं था। ... Read more |
![]() ![]() प्रिय अजय आज़ाद जी,TV9 भारत वर्ष में कार्यरत दो लड़कियों ने आप पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं और अपने आरोपों के जो प्रमाण पेश किए हैं वो हम मीडियाकर्मियों के लिए बेहद चिंता का सबब हैं। आपके साथ मैंने थोड़े समय के लिए महुआ में काम किया है। तब मैं आपके इस रूप से परिचित नहीं था। ... Read more |
![]() ![]() टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने अपने जन्मदिन (5 नवंबर) को ट्विटर पर एक चिट्ठी शेयर की है। चिट्ठी की खास बात ये है कि इसे 31 साल के विराट ने खुद अपने लिए लिखा है। विराट का बचपन का नाम चीकू है, कोहली की ये चिट्ठी 15 के उसी चीकू के नाम लिखी गई है-हाय चीकू, सबसे पहले तो मैं तुम्... Read more |
![]() ![]() डियर पैरेंट्स,मैं जानता हूं आप इसको लेकर बहुत बेचैन हैं कि आपका बेटा इम्तिहान में अच्छा प्रदर्शन करे, लेकिन ध्यान रखें कि यह बच्चे जो इम्तिहान दे रहे हैं इनमें भविष्य के अच्छे कलाकार भी हैं जिन्हें गणित समझने की बिल्कुल जरूरत नहीं। इनमें बड़ी-बड़ी कंपनियों के प्र... Read more |
![]() ![]() - ध्रुव गुप्तहे भारतवासियों, मैं रावण !सभी भारतवासियोंको दशहरे की शुभकामनाएं। आज का दिन प्रभु राम के हाथों मेरी पराजय और मृत्यु का दिन है। यह मेरे लिए उत्सव का दिन है क्योंकि एक योद्धा के लिए विजय और पराजय से ज्यादा बड़ी बात उसका पराक्रम है। मुझे गर्व है कि मैं अपने ज... Read more |
![]() ![]() यह ख़त भगत सिंहने जेल में रहते हुए लिखा था और यह 27 सितम्बर 1931 को लाहौर के अखबार 'द पीपल'में छपा था। इसमें भगतसिंह ने ईश्वर की मौजूदगी पर कई तर्कपूर्ण सवाल खड़े किये हैं और इस संसार के निर्माण, इंसान के जन्म, ईश्वर की कल्पना के साथ-साथ संसार में मनुष्य की दीनता, उसके शोषण, दुनि... Read more |
![]() ![]() यह ख़त भगत सिंहने जेल में रहते हुए लिखा था और यह 27 सितम्बर 1931 को लाहौर के अखबार 'द पीपल'में छपा था। इसमें भगतसिंह ने ईश्वर की मौजूदगी पर कई तर्कपूर्ण सवाल खड़े किये हैं और इस संसार के निर्माण, इंसान के जन्म, ईश्वर की कल्पना के साथ-साथ संसार में मनुष्य की दीनता, उसके शोषण, दुनि... Read more |
![]() ![]() - शुभम साहू अजीब'काल्पनिक भगवान'को मानने वाले प्रिय आस्तिकों,इसी महीने पारिवारिकसदस्यों की जिद पर उनके साथ शिर्डी और शनि शिंगणापुर गए थे, दोनो जगहों पर मेरा पूरा ध्यान 'गलत और सही'पर रहा, दोनों जगहों पर आपकी गाड़ी पहुंचते ही, कुछ दलाल आपकी गाड़ी के पास आते हैं और कहते हैं... Read more |
![]() ![]() - शुभम साहू अजीब'काल्पनिक भगवान'को मानने वाले प्रिय आस्तिकों,इसी महीने पारिवारिकसदस्यों की जिद पर उनके साथ शिर्डी और शनि शिंगणापुर गए थे, दोनो जगहों पर मेरा पूरा ध्यान 'गलत और सही'पर रहा, दोनों जगहों पर आपकी गाड़ी पहुंचते ही, कुछ दलाल आपकी गाड़ी के पास आते हैं और कहते हैं... Read more |
![]() ![]() - मिथुन कुमारडियर डार्लिंग,सच तो ये है कितुम सच में बिना मेकअप के ही खूबसूरत लगती हो। मैं अपनी बात की सत्यता का प्रमाण तो नहीं दे सकता। लेकिन तुम चाहो तो मुझे परख सकती हो। इस परखने में बस यह मत कहना चलो अंगारे पर चलकर दिखाओ कि तुम सच कह रहे हो। वो जमाना और था जब सत्यवादी लो... Read more |
![]() ![]() - मिथुन कुमारडियर डार्लिंग,सच तो ये है कितुम सच में बिना मेकअप के ही खूबसूरत लगती हो। मैं अपनी बात की सत्यता का प्रमाण तो नहीं दे सकता। लेकिन तुम चाहो तो मुझे परख सकती हो। इस परखने में बस यह मत कहना चलो अंगारे पर चलकर दिखाओ कि तुम सच कह रहे हो। वो जमाना और था जब सत्यवादी लो... Read more |
![]() ![]() 30 सितम्बर, 1930 को भगत सिंह के पिता सरदार किशन सिंह ने ट्रिब्यूनल को अर्जी देकर बचाव पक्ष के लिए अवसर देने की मांग की थी। पिता की अर्जी से भगत सिंह की भावनाओं को भी चोट लगी थी, लेकिन अपनी भावनाओं पर काबू कर सिद्धान्तों पर जोर देते हुए उन्होंने 4 अक्तूबर, 1930 को यह पत्र लिखा, जो उ... Read more |
Share: |
|
|||||||||||
और सन्देश... |
![]() |
कुल ब्लॉग्स (4019) | ![]() |
कुल पोस्ट (193757) |