Blog: यु(-_-)राज |
![]() ![]() लिख दिया तुझको चाँद तो चाँद शर्मा गया, छुप गया बादलों की ओट में,अंधेरा छा गया, चाँदनी थी कुछ इतराई बुरा मानकर, एक चातक रात भर राह तकता रह गया, कोई कवि लिए कागज और कलम साथ था, कोई भाव न बना ,खाली कागज रह गया, रात भर ताकता रहा राह मैं नींद आने की, वो न आई,वक्त मालूम नही कहाँ निकल ग... Read more |
![]() ![]() जल रही आग है ,जल रहा है बदन ,उठ रहा है धुयाँ ,लग रही है तपन ,जाने कैसा ये रोग है ,जालिम इश्क का ,खामोशियों में खोता जा रहा है मन ,कहाँ खो गए होश, न रहा जोश दुबला गया ,जो कसरती था बदन ,आज भी गलों पे रहता है हाँथ बर्षों पहले कोई इसका ले गया था चुम्बन तुमसे गले मिलके महीनो नहाये भी नही ... Read more |
![]() ![]() वो चाँद की मध्यम रोशनी में भी मेरे चेहरे पर आने बाले हर भावों को पहचान गयी थी ... वो मेरे साथ बैठ गयी और बोली – मैं पिताजी को मना नही कर सकती .... तुम खुद को मैनेज कर सकते हो ..हा सही है शायद .....(मेरे ये शव्द बड़े ही दावे हुए स्वर में थे )उसने मुझे गले लगा लिया ... हमारी भावनाएं बह सकती थ... Read more |
![]() ![]() वो हताश हो चुकी थी और मुझे देखे जा रही थी वो बार बार मुझसे सोरी बोलती रही मगर मैं तो नौटंकी करने में व्यस्त बना रहा |वो फस्ट-एड बोक्स उठा लायी थी मगर में उसे क्या दिखता ...|उसने मुझे सौरी सौरी बोलते हुए गले लगा लिया ..शायद यहाँ से मेरा काम आसान था |मैं उससे लिपट गया और लिप्त रहक... Read more |
![]() ![]() है हवाओं में आज खास क्या ,जो इतना इतरा रही है ,चल रही है वो मंद मंद ,मुझे यादों में उलझा रही है ||वर्षों बीत चुके हैं कॉलेज लाईफ की सिर्फ यादें ही बची हैं न जाने कभी कभी हवा के कुछ झोंके आकर एक सुखद एहसास दर्ज करा जाते हैं और जेहन में एक सुनहरी सिरहन दौड़ जाती है |आज भी मेरे साथ क... Read more |
Share: |
|
|||||||||||
और सन्देश... |
![]() |
कुल ब्लॉग्स (3990) | ![]() |
कुल पोस्ट (193909) |