कल तक उनकी फेसबुकिया तस्वीरों ने खूब चौंकाया है हमेंसच ! आज मालुम पडा, बेटा उनका नौंबी पास हो गया है ?...हाँ हम 'उदय', उनकी बातों पे मुहर जरुर लगा देंगेपर, खुद में तो ढूँढ लें.......दो-चार आदमी पहले ?...बड़ा जालिम है यार मेरादोस्ती टूटी, तो दुश्मनों में नाम लिख रक्खा है मेरा ? ...चलो, अ... |
गर तुम चाहो तो, मेरे रकीबों की बातों पे मुहर लगा दोपर मेरे दोस्तों से पूंछ-पूंछ के खुद को शर्मिन्दा न करो ?...कभी आगे - कभी पीछे, हमारा नाम होता हैअब तुम मान भी लो, शहंशाह हैं हम शेरों के ?...लो 'उदय', चोरी की लत से वो, आज फिर बाज नहीं आयेसच ! किनारे समंदर के, नाम अपना लिख के चले आये ?...न... |
सच ! बेवजह के ख्यालों से अब मैं बाहर हूँ 'उदय'उनकी दुनिया में तो हूँ, पर अब उनसा नहीं हूँ ??...आज हम साहित्यिक ट्रैक से तनिक दूर हो गए हैं 'उदय'वर्ना, कोई अनजान नहीं है हमारे शाब्दिक करतबों से ?... सच ! रोज तय करते हैं मैकदा, रोज तोड़ देते हैंउनकी यादें भी, अब हमसे संभाली नहीं जातीं ... |
लो, तमाम मूर्ख, बे-वजह का हो-हल्ला मचा रहे हैं मुल्क में 'उदय' जबकि - दोष अधिनस्थों का नहीं, उनके चाटूकार समर्थकों का है ? ... अब हम क्या कहें 'उदय', उनकी अदाएं भी बड़ी कातिल निकलीं फालोअर बनाने की चाह में, वो फ्रेंड बना के अन्फ्रेंड कर गए ?? ... अतिउत्साह में हम आज, इशारा उ... |
चेले-चपाटों की आड़ में गुरु बार बार बच रहे हैं 'उदय' वर्ना, कौन नहीं जानता, गुरुमंत्र दिया उन्होंने ही है ? ... भू-भा, भा-भू, की लड़ाई में ये तो कमाल हो गया जो न भू था, और न भा था, वो जीत गया 'उदय' ? ... उनकी फनकारी के, हम कायल हैं 'उदय', गर शोर थमा नहीं तो वे उसे, रेल से उतार कर... |
क्या खूब गिड़-गिड़ा रहे हैं गिगिरगिट्टे जिन्होनें वक्त रहते रंग नहीं बदला ? ... जोर उनका चलता नहीं है वर्ना, वो पिछवाड़े भी लगा के घूम लेते लाल बत्ती ? ... मौत उसकी भी 'उदय',.....रंग ला रही है तमाम हिजड़ों की जुबाँ लप-लपा रही है ? ... वक्त-वक्त की बात है 'उदय' वही कुत्ता, वही शे... |
खेत उनका, खलिहान उनका, और अब तो फसल भी हुई है उनकी कैसे ?.. आखिर वे सरकार हैं, व्यापारी हैं, और दलाल भी तो हैं ??... हमारा उनसे 'उदय', कुछ इनडायरेक्ट सा कनेक्शन है भरी महफ़िल में, कैसे रु-ब-रु हो जाएँ हम उनसे ???... किसने रोका है तुम्हें, कस के बरस जाया करो बन के बूँद-बूँद,......अब और ... |
उनकी गलियों में, पाँव रखने से पहले ज़रा सोच लेते वो हिन्दोस्तां की तरह, तुम्हारे बाप की जागीर नहीं है ?... सच ! आज उन्ने, उनकी फोटो पे चैंप दी है गजब की कमेन्ट ऐंसा लगता है 'उदय', फेसबुकिया मेट्रो में, है वीराना छाया ?... मेहमानों को, घुसपैठिया कहना जायज नहीं है 'उदय' क्यो... |
दंगे तो दंगे हैं, फिर भले चाहे वो चौरासी के हों, या हों दो हजार दो के किसी भी दंगाई पे रहम, औ रहनुमाई की बातें हमें मंजूर नहीं होंगी ?... ये उनके शेर हैं 'उदय', कोई डर्टी जोक नहीं हैंजो लोग,........बेवजह ही ठहाके मारते रहें ? ... हम जानते हैं 'उदय', वो अपनी पेशाबी औकात से बाज नहीं आय... |
सच ! ये "माँ" की दुआओं का ही तो असर है 'उदय' क़यामत की घड़ी में भी, हम सलामत चल रहे हैं !!... आओ, करें कुछ मौज-मस्ती संग में यारा अकेले तुम अकेले हम, अच्छे नहीं लगते ? ... तेरी चौखट पे, खुद-ब-खुद सिर झुक गया है मेरा माँ अब तू ही बता, आगे किस ओर इशारा है तेरा ?... वो जब मिलते हैं 'उद... |
हम जानते हैं 'उदय', हम कभी, उनके लिए नहीं लिखते जो, ....... चाहकर भी, कभी पल्लु से बाहर नहीं आते ?... हद है 'उदय', जैसे कल ही सरकार बन रही हो उनकी जो आज, आपस में, खुद ही खेल रहे हैं राजा-राजा ?... सच ! बहुत काफी हुए मुझपे तेरे एहसान अब यारा मुझे भी चूम लेने दे, कि - कुछ हो जाऊं मैं हल्... |
हम कैसे उनको उनके हाल पे छोड़ दें 'उदय' आखिर, उनका होना ही तो हमारा होना है ? ... उफ़ ! जिनके चहरे पे झलक रहा है ढोंग फिर भी उन्हें,...पंडित कह रहे हैं लोग ?... तुम्हें तो अक्सर ही हम सुनते आये हैं 'उदय' कभी हमारी भी तो तनिक सुन लिया कीजे ?... तुम जब मिलते हो तो हम हंस लेते हैं, व... |
क्या खूब अपार्टमेन्ट बनाया है 'खुदा' ने हर एक माले की, है अपनी अपनी खूबी ? ... शर्त तुम्हारी, पद हमारा कहो अब क्या कहना है ?... लो, उन्ने उन्हें हिट करने की सुपाड़ी ली है जैसे, वे खुद ही........साहित्यिक डॉन हों ?... गर हम चाहेंगे तो सजदे में तुझे मांग लेंगे बाद उसके, 'खुदा' जाने या ... |
हर घड़ी, यूँ ही गुमसुम मत रहा कीजे दिल की बातें भी तो, कुछ कहा कीजे ?इक तेरी दीद को हम तरशते हैं सुबह-औ-शाम देख के हमको, तनिक मुस्कुरा दिया कीजे ??हमारे लव तो सिल दिए हैं जहां के दस्तूरों ने तुम तो दिल की, बेझिझक कह दिया कीजे ? सच ! मिलेगा क्या तुम्हें, दूर रहकर हमसे तनिक सिमट... |
उनकी तरह, उनका भी हक़ है हमें आजमाने का कोई तो होगा, ............ जो उधेड़ लेगा हमको ? ... वो इक बार कह तो दें, कि - दंगाइयों संग रिश्ता-नाता है तो फिर, हमारी बस्तियाँ ............. हम खुद जला देंगे ? ... लो, भरी दोपहर में, घोर अन्धेरा छा गया उफ़ ! मुहब्बत उनकी, दगाबाज निकली ? ... तुम्हारी हिचकियाँ ब... |
तनिक जोर-आजमाईश तुम भी कर लो, फिर देखें, बनाते हो या बनते हो एप्रिल-फूल खुद यारा ? ... वो इतने भी मुलायम नहीं हैं 'उदय', कि - दबाने से दब जाएँ पर, गर, खुद उनकी ही मंसा हो, तो फिर हम क्या कहें ???... आज हमारी मुहब्बत का इम्तिहान है 'उदय' चुप रहो, ये पैगाम भेजा है उन्ने ???????... ऐंसा स... |
हद है ! अनशन को उपवास बता रही है मीडिया अब इसे,.....क्यूँ न हम उनकी बेशर्मी समझें ?... ये दोस्ती का ही तो असर है शायद, कि -हम नजर में हैं, औ नजर से दूर भी हैं ?... सच ! अब हम, किसको सुबह, औ किसको शाम कहें मुहब्बत में, हर घड़ी नवतपे सी लपटें उठा करती हैं ? ... दुनियादारी का हुनर कोई उनसे स... |
न तो तुम चैन से मिलते हो, औ न मिलने देते हो इस कदर बेचैनी का, ..........हम सबब तो जानें ?...लो, एक तो वो खुद ही, पंदौली दे रहे सरकार को और हमसे कहते हैं, कि -........दगाबाज हैं वो ?... कभी टेड़ी, तो कभी सीधी, खुद-ब-खुद हो जाती है उफ़ ! बहुत 'मुलायम' है................दुम उनकी ?... हमने तो 'उदय', उनके दिल को सह... |
वैसे तो, आज का हर आदमी, कवि है, कलाकार है बस, नहीं है तो,......एक अच्छा दुकानदार नहीं है ? ... उनकी सिसकियाँ थमने का नाम नहीं ले रही हैं 'उदय' अब 'रब' ही जाने, कैसा जलजला आया है उन पर ??... उनका भी अंदाज, कुछ अजब, कुछ गजब, कुछ निराला है खुद को ही,............................ खुद बधाई दे रहे हैं वो ? ... कश्म... |
सच ! उम्र संबंधों की 'उदय', सोलह रहे या अठारह होना वही है, जो अक्सर नादानियों में हो जाता है ? ... गर, तुमसे पहले भी,....................हमें किसी से प्यार हुआ होता तो शायद आज हम, मुहब्बती रश्मों-रिवाजों से अनजान नहीं होते ? ... आतंकियों की मौत पे, सहानुभूति अच्छी नहीं यारा वर्ना, पाक द... |
उनकी मुहब्बत की, अब हम क्या मिसाल दें शौहरत की चाह में, .... उन्ने बांहें बदल लीं ? ... 'खुदा' जाने किस दौर से गुजर रहे हैं वो वजह न भी हो, तो भी मुस्कुरा उठते हैं ?... गर हम 'उदय', कल उनकी गलियों से, गुजरे नहीं होते तो शायद आज हम, हर एक आँख को खटके नहीं होते ?... सूट-बूट है, तो कवि... |
सच ! जिस्म से रूह निकल रही है मेरे तनिक और ठहर जाओ तो सुकूं मिले ?... न कद है न काठी है, न दिमाग है न खुबसूरती फिर भी, .......................... वो सरकार हैं ? ... अब जब ब्रेक-अप हो ही रहा है तो हिसाब-किताब पूरा कर लो कहीं ऐंसा न हो, दो-चार चुम्बन तुम्हारे हमारे पास रह जाएँ ?... जनता को मिर्गी की बीमा... |
उनकी खुशी के, कोई मिजाज तो देखे 'उदय' मंद-मंद मुस्कुराते हैं परेशां देख कर हमको ? ... तुम उंगली पकड़ लो, या पगडंडी पकड़ा दो फिर देखें, कैसे भूलते हैं हम घर तुम्हारा ? ... हदों में होते, तो वो हदें पार करते दुम कुत्ते की, रहेगी टेड़ी की टेड़ी ?... कुछ तो बोलो मियाँ, मौला, मेरे परव... |
जी चाहता है 'उदय', डूब जायें उनमें गर खो भी गए तो गिला नहीं होगा ? ... लो, आज सारा शहर, हमसे.........बेइन्तहा नाराज है 'उदय'वजह, कुछ ख़ास नहीं, कल हमने उनकी हाँ में हाँ नहीं भरी ? ... अब मर्जी तुम्हारी, जो चाहे नाम ले लो बेरहम कह लो,.....या बेवफा कह लो ? ... लो, दफ़्न हो गई, कल.....एक और मुह... |
यकीनन जी तो करता है, मगर दिल थाम लेता हूँ सुना है जब से ये हमने, मुहब्बत ... इम्तिहानी है ? ... सच ! किसी गूंगे से मत पूंछो ख्यालात उसके गर है कसक दिल में, महसूस कर लो ?... |
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