Blog: क्षण |
![]() ![]() कभी-कभी किसी का जाना बहुत अच्छा लगता है...अगर बहुत से भी बेहतर कोई शब्द हो तो शायद उतना ही अच्छा लगता है। किसी का जाना- दुनिया से नहीं, जिंदगी से नहीं बल्कि कमरे से। एक ही छत के नीचे जब दो लोग रहते हों और उसमें से एक सिर्फ नहाने और वॉशरुम के लिए बाहर निकलता हो तो हफ्ते या महीन... Read more |
![]() ![]() पिछले साल इसी महीने में ढेर सारा सामान लेकर शिफ्ट हुई थी वो। इस कमरे में मेरे साथ उसका पहला दिन था। हम दोनों ने एक दूसरे से सिर्फ नाम पूछा था। मैं नाम से आगे भी कुछ पूछना चाहती थी लेकिन वह बताने के मूड में नहीं थी। सारा सामान एक कोने में रखकर उसने सबसे पहले खीर बनाया और बैठ... Read more |
![]() ![]() पत्नी- डॉक्टर साहेब देखिए न इसे पीलिया हो गया है। कई जगह दिखाया लेकिन ठीक नहीं हुआ।डॉक्टर- कब से बीमार है बच्ची?पत्नी-बहुत दिन हो गया, ठीक नहीं हो रही मेरी बच्ची।डॉक्टर- नाम क्या है बच्ची का?पत्नी- आलियाडॉक्टर-उल्टी भी हो रही है आलिया को?पत्नी- नहीं, लेकिन दिनभर में पॉटी क... Read more |
![]() ![]() सुनो!जैसा सभी कहते हैं कि समय नहीं मिल पा रहा हैचाहकर भी टाइम नहीं निकाल पा रहा हूंतुम उनसे कुछ अलग नहीं कहते हो। लेकिन अगर हो, तो होने जैसा महसूस होने दो। जानती हूं!फेसबुक और व्हाट्सएप रोज चलाते होलेकिन एक पुरानी फोटो एक हजार दिनों से लगाए रखे होउकता जाती हूं देखते-देख... Read more |
![]() ![]() क्या आप बता सकते हैं कि आपका दिमाग किन बातों से सबसे ज्यादा खराब होता है?कोई आपको गाली दे, आपका मजाक उड़ाएं, इससे.. या घर में कोई आपको आवारा, निकम्मा बोलकर आपकी इज्जत उतारे उस बात से? वैसे मुझे नहीं लगता कि दिमाग खराब होने की किसी के पास कोई एक वजह होती है। दिमाग ही तो है जा... Read more |
![]() ![]() याद है..उस दिन सुबह जब शॉप पर टूथपेस्ट लेने पहुंची तो शॉप बंद थी...फिर तुम्हारे ही कमरे से पतंजलि का जो दंत कांति टूथपेस्ट उठा लायी थी वो आज खत्म हो गया। उस दिन आते-आते तुमने कहा था कि जब शॉप खुलेगी तो तुम खरीद लेना और इधर आना तो मेरा टूथपेस्ट वापस कर देना। जबकि तुम्हें था कि... Read more |
![]() ![]() -कहां हो बे..कब से फोन कर रहा हूं..फोन नहीं उठा रहा है तू।बॉथरूम में था भाई...हां बोल कोई जरूरी काम था क्या।-रूचि भाग जाएगी...पक्का वो कहीं भाग जाएगी।मतलब?...क्या हुआ सब ठीक तो है?...क्या अंट-संट बके जा रहा है।-सच कह रहा हूं...रूचि भाग जाएगी कहीं..घर छोड़ कर चली जाएगी वो...मां बिना बता... Read more |
![]() ![]() हफ्ते भर पहले हॉस्टल में एक नई लड़की आयी। उसके पापा किसान हैं। हॉस्टल की दूसरी लड़की ने नई लड़की से पूछा- तुम्हारे पापा क्या करते हैं। नई लड़की ने कहा-मेरे पापा किसान हैं। दूसरी लड़की ने तीसरी लड़की से कहा-पता है...हॉस्टल में जो नई लड़की आयी है उसके पापा किसान हैं। तीसरी ... Read more |
![]() ![]() गर्दन नीचे झुकी थी, हाथ कुर्सी से नीचे झूल रहा था, दोनों पैर पसारे वह आदमी कुर्सी पर लुल्ल सा पड़ा था। करीब 80 साल की वह आंटी दुकान पर बैठे हिसाब लगा रही थी। मैं उस आदमी को देख के सोच रही थी कि ये तो मुन्नाभाई एमबीबीएस फिल्म के कोमा में पड़े उस मरीज की तरह लग रहे हैं..फर्क सिर्... Read more |
![]() ![]() पिछले दो दिनों से कुछ अजीब सा मन है...शायद उन लोगों जैसा जो सुबह की चाय और शाम की कॉफी किसी वजह से नहीं पी पाते तो अनमने से रहते हैं...सिर चकराने लगता है, रिफ्रेश फील नहीं करते, मन में कुछ कुलबुलाहट सी मचती है...थोड़ा वैसा सा ही मैं भी महसूस कर रही हूं।मन नहीं माना...कई बार जाकर ब... Read more |
![]() ![]() वह बोली, चेहरा देखो अपना...मुझे तुम्हारा चेहरा देखकर टेंशन होता है...मैं ठीक से पढ़ाई नहीं कर पाती। तुम्हें देखकर लगता है जैसे तुम इस ग्रह की हो नहीं। उसकी ऐसी बातों की वजह नहीं समझ में आयी मुझे। पिछली रात को दो बजे कमरे का फैन ऑफ करके वह चाय बना रही थी...खट-पट की आवाज से मेर... Read more |
![]() ![]() -सुनो..कहां हो अभीरूम में हूं..क्यों क्या हुआ?-कमरे की खिड़की खोलो..या फिर छत पे आकर देखो चांद निकला हैरोज निकलता है..नया क्या है इसमें?-नहीं..आज कुछ खास है..तुम देखो..जब भी चांद निकले तुम देख लिया करोहां बाबा..मुझे याद रहता है...मैं चांद नहीं देखूंगा तो तुम जान ले लोगी मेरी..वैसे ... Read more |
![]() ![]() अच्छा बेटा जी..तो आप पतंजलि के शैंपू से हेयर वॉश करती हो-जी आंटीलेकिन इसपे तो मिल्क प्रोटीन लिखा है..मिल्क वही न जिसका मतलब दूध होता है-जीतो ये बताओ बेटा..इस शैंपू में अगर दूध मिला है तो ये मेरे जैसे लंबे बालों को तो लिसलिसा कर देगा न-नहीं आंटी, ये बालों को लिसलिसा नहीं करेग... Read more |
![]() ![]() अबे पैर जमीन पर सीधे रख अपना..ऐसे टेक लिया है तूने जैसे तेरा पैर सहजन का पेड़ हो और दबाते ही चरक जाएगा। मैंने पीछे पलट कर देखा..अगल-बगल देखा..कोई नहीं था। फिर वह यह बातें बोल किसको रहा था..शायद उसे पता चल गया था कि मैं कनफ्यूज हो रही हूं। वह मेरे पास आया और बोला..मैडम थोड़ा लटक... Read more |
![]() ![]() स्वस्थ मन और स्वस्थ तन जीवन की सबसे बड़ी जरूरत और सबसे बड़ी पूंजी है। किसी भी देश के संपूर्ण विकास के लिए यह आवश्यक है कि वहां की जनता स्वस्थ हो। स्वस्थ भारत का सपना साकार करने के लिए सरकार अथक प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले योग को लोगों के बीच ... Read more |
![]() ![]() Cockroach TheoryA beautiful speech by Sundar Pichai - an IIT Alumnus :The cockroach theory for self developmentAt a restaurant, a cockroach suddenly flew from somewhere and sat on a lady.She started screaming out of fear.With a panic stricken face and trembling voice, she started jumping, with both her hands desperately trying to get rid of the cockroach.Her reaction was contagious, as everyone in her group also got panicky.The lady finally managed to push the cockroach away but ...it landed on another lady in the group.Now, it was the turn of the other lady in the group to continue the drama.The waiter rushed forward to their rescue.In the relay of throwing, the cockroach next fell upon t... Read more |
![]() ![]() पिछले तीन दिनों से मेरी रोटियां नहीं फुल रही हैं। दो रोटी दोपहर के खाने में और तीन रोटी रात के खाने में बनानी पड़ती है। जब रोटियां नहीं फुलती हैं और चिपटी होकर पापड़ की तरह हो जाती हैं तो अचानक से गुस्सा आने लगता है। आत्मविश्वास इस कदर कमजोर पड़ जाता है कि अगली रोटी गोल न... Read more |
![]() ![]() विविध भारती पर प्रत्येक शुक्रवार को शाम चार बजे एक कार्यक्रम ‘विविधा’आता है।इस कार्यक्रम को मनीषा जैन और कमल शर्मा जी मिलकर प्रस्तुत करते हैं। मनीषा जैन जी विविध भारती की एनाउंसर नहीं बल्कि प्रोड्यूसर हैं लेकिन जब वह विविधा प्रस्तुत करती हैं तो सुनते ही बनता है। मन... Read more |
![]() ![]() कल एक दूकान पर फोटो स्टेट कराने गई थी। जीरॉक्स के बाद दूकानवाले ने मुझसे सात रूपए मांगे तो मैंने उसे दस का नोट पकड़ा दिया। उसने नोट अपने हेल्पर को दिया और बाकी पैसे वापस लौटाने को बोला। हेल्पर ने मुझे सात रूपए वापस किए जब तीन रूपए ही वापस करने थे। मेरे हाथ में सामान ज्या... Read more |
![]() ![]() मैं अपनी एक सहेली को ऑटो पकड़ाने के लिए सड़क किनारे खड़ी थी तभी एक छोटे कद की महिला हाथ में साइकिल पकड़े सड़क पार करते हुए दिखी। मैंने अपनी सहेली से कहा-देखो वह महिला साइकिल चला रही है..कितनी बड़ी बात है। मेरी सहेली बोली-इसमें बड़ी बात क्या है। मैंने कहा-साड़ी पहनकर साइक... Read more |
![]() ![]() कुछ साल पहले मेरी एक भैंस को जाने कौन सा बीमारी हो गई थी। दिन भर वह बेचारी मुंह से गोबर की उल्टी करती और बेचैन रहती। उसके दोनों आंखों से खूब आंसू भी निकलते। जितने दिन भैंस ने गोबर की उल्टी की उसकी चिंता में मेरी दादी की हालत खराब होने लगी। एक दिन रात में दूरदर्शन पर घर के स... Read more |
![]() ![]() सुबह छह बजे उठती है। एक गिलास पानी गर्म करती है फिर उसमें नींबू निचोड़कर गटक जाती है। जूते का लेस बांधने नहीं आता फिर भी जूता चढ़ा लेती है पैरों में और चार किमी का रास्ता नापने निकल जाती है। जब वापस आती है तो टी-शर्ट पसीने से भीगा होता है और वो खुद भी। कान में इयरफोन लगाकर ... Read more |
![]() ![]() थर्ड फ्लोर की उस लड़की के साथ रोज शाम सब्जी खरीदने जाती थी मैं। हॉस्टल वापस लौटते समय वह रोजाना दो कच्चे अंडे खरीदती थी। फिर मैं अपनी सब्जी का थैला उसे छूने नहीं देती थी। मैं रास्ते में उससे पूछा करती कि अंडे को हथेली पर रखने पर कैसा महसूस होता है?क्या गिरने पर तुरंत टूट ... Read more |
![]() ![]() सच में, उस दिन बहुत शर्म आती है जब नए कपड़े पहनकर घर से बाहर निकलती हूं। खासतौर पर जब ऑफिस या क्लास जाना हो तो नए कपड़ों में वैसे ही शर्म आती है जैसे नई-नई शादी के बाद लड़की को अपने मायके में सिंदूर और बिंदी लगाने और होठ रंगने में।अपनी यह खूबी जानकर मैं साइज से थोड़े बड़े क... Read more |
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