Blog: कविता संकलन |
![]() ![]() जिन्होंने देश की रक्षा के लिएकभी नहीं झुकने दियाअपना सरहमे नाज है देश के वीर जवानों पर।।और रक्षा की हमारी तलवारों पर सर वार करलेकीन लड़ते रहे हर मुसीबत सेआखिरी सास तकए वीरो तुम्हारी कुर्बानी नहीं जाएगी खालीतुम्हें पुरे देश की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि।।🙏🙏🙏जय ह... Read more |
![]() ![]() दिल को सुकून देतीवो मधुर संगीत हैआंखो में चमक भर देतावो तारा संगीत है।मन को खुश कर देतीवो धूप संगीत हैकमजोरी को हिम्मत देतावो साहरा संगीत है।जिंदगी को उम्मीद देतीवो भरपूर संगीत हैहौसलों में जुनून भर देतावो उजियारा संगीत है।चेहरे पर मुस्कान ला देतीवो सुकून सा संगीत... Read more |
![]() ![]() दिल को सुकून देतीवो मधुर संगीत हैआंखो में चमक भर देतावो तारा संगीत है।मन को खुश कर देतीवो धूप संगीत हैकमजोरी को हिम्मत देतावो साहरा संगीत है।जिंदगी को उम्मीद देतीवो भरपूर संगीत हैहौसलों में जुनून भर देतावो उजियारा संगीत है।चेहरे पर मुस्कान ला देतीवो सुकून सा संगीत... Read more |
![]() ![]() रात के आसमान में सैकड़ों तारे है समाए फिर इकलौते सूरज दादा के खिलने पर ही... 🌞 आसमान ⛅ जी भला क्यों मुस्कराए...❣ रात के खुले आसमान में जो 😍 तारो को देख है मुस्कुराता😊 दिन में वो इंसान सिर्फ केवल सूरज☀ को ही क्यों❣ अर्क चढ़ाता🌊 भला सूरज के खिलने से☀ आ... Read more |
![]() ![]() (चित्र साभार: हिन्दी समाचार)पानी जिसने इसकी कदर ना जानी उसको सिर्फ येबात बतानीकविता समझोया कहानीमुझे तो बस अपनी बात समझानी पानी यह सिर्फशब्द नहीं है इसकी कीमत बहुतबड़ी कभी इसके बिना भी दो दिन रहे हो अगर रहे हो तो बता देनाशायद तुमको इसकी कीमत ज्यादा पता होपर मै एक बार ह... Read more |
![]() ![]() (चित्र साभार: हिन्दी समाचार)पानी जिसने इसकी कदर ना जानी उसको सिर्फ येबात बतानीकविता समझोया कहानीमुझे तो बस अपनी बात समझानी पानी यह सिर्फशब्द नहीं है इसकी कीमत बहुतबड़ी कभी इसके बिना भी दो दिन रहे हो अगर रहे हो तो बता देनाशायद तुमको इसकी कीमत ज्यादा पता होपर मै एक बार ह... Read more |
![]() ![]() जीवन कि लड़ाइयों से,लड़ रहा हूं मैंचाहे कुछ भी हो लेकिन,आगे बढ़ रहा हूं मैंकुछ इस कदरनदी के रूप सा, ढल रहा हूं मैंतपती धूप में भीचल रहा हूं मैं।।... Read more |
![]() ![]() दिखा दो सारी दुनिया कोकी तुम क्या कर सकते होअकेले ही सही परसंसार बदल सकते होजो होना था वो हो गया जो खोना था वो खोगयापर अभी भी तुम सब कुछ पा सकते हो खोई मजिलों को वापस ला सकते हो।।बस जरूरत है सही राह पे चलने कीखुद को एक नई दिशादेने कीभले ही वापस से शुरुआत करोपरं... Read more |
![]() ![]() थके थके बिना रुकेचल रहे राहों पे हम।।१।।मुश्किलें नहीं है कमफिर भी बढ़ रहे है,ये कदम।।२।।न पीछे रह जाने का डरन ही आगे होने का घमंड।।३।।बस एक राह पकड़ उस पर चल दिये है हम।।४।।नदियों सा ये सफर समंदर की ना कोई खबर।।५।।अनजाने रास्तों पर ही सहीपर आगे तुम बढ़ सकते हो।।६।।मु... Read more |
![]() ![]() कोई याद पुरानी बनूंया अधूरी कहानी।तेरे यादों की निशानी बनूंया तेरी आंखों का पानी।।नहीं बनना तेरी खुशी का भागी।मैं तो हू बस,तेरे गम का साथी।।क्या तेरा हाथ पकड़ लू धीरे से,या तेरे चेहरे को लगा लू सीने से,चाहे कितनी दफा दिल तोड़ दे,तेरा साथ निभाऊ हर मोड़ पे,नहीं जाऊंगा तु... Read more |
![]() ![]() सूरज दुबका मुझसेडर कर!बादलों से निकला यूं छिप छिपकर!देख मुझे है मुस्कराता,फिर न जाने क्यों छिप जाता?ये मेरी समझ में ना आता!!कि ठंड हैक्या आज कुछ ज्यादा?लगता है! आज बीमार है सूरज दादा।कि बादलों को बना अपना कंबलसो गए हैं, सूरज दादा।।या फिर ग्लोबल वार्मिंग का असर हो गया कुछ ... Read more |
![]() ![]() भूल जाओ कल की करनी आज से ही शुरुआत करनीहै आज का महत्व बड़ाक्योंकि आज पे ही तेरा कल खड़ाआज का आगाज है अरे कल क्या विश्वास हैआज से ही हाथ मिलाआज बस कदम बढ़ाहै आज का महत्व बड़ाक्योंकी आज पे ही तेरा कल खड़ाजो करना है आज करोकल की ना तुम बात करोकल का तो हैइंतजार बड़ाहै आज का महत... Read more |
![]() ![]() हिन्दी हमारा मान है,हिन्दी हमारी आन है,हिन्दी हमारी शान है,हिन्दी ही पहचान है। बड़ा ही सुंदर इसका भाव है,यह वही खुशियों वाला मेरा गांव है,जहां बस्ती मेरी जान है।जैसे हों श्रंगार की बिंदी,वैसे ही है अपनी प्यारी हिंदीसरल सुंदर इसका स्वभाव है,जीवन का इसमें सार है।हिन... Read more |
![]() ![]() सफल होने से पहले जो पड़ती मार हैअसफल होना भीकिस्मत की बात है।ये तो बस एक नई शुरुआत हैसफलता से होनी अभी मुलाकात है।।जरा-सा धिट बन जानामेहनत से दोबारा हाथ मिलानाप्रयास तुम हर बार करनाफिर से एक नई शुरुआत करना।चेहरे पर मीठी-सी मुस्कान रखनासंघर्ष से तुम न कतराना।।अपनी हा... Read more |
![]() ![]() हर शाम ये सूरज ढलता हैजाते हुए लम्हों से नजाने आखिर तू क्यों लड़ता हैसाथ तेरे पास तेरेकुछ नहीं रह जायेगासूरज की तरह एक दिन तू भी ढल जाएगा रात में,आकाश मेंब्रह्माण्ड मेंकही तू भी छिप जायेगापरंतु उस हालात में फिर भी तू मुस्कुराएगा!!तुम्हें मुस्कुराना ही होगाक... Read more |
![]() ![]() अच्छा लगता है वो तितलियों काउड़ना।अच्छा लगता हैवो फूलों कामहकना।।अच्छा लगता है वो चिड़ियों का चहकना।अच्छा लगता है वो हवा काबहकना।।अच्छा लगता है वो बारिश काबरसना।अच्छा लगता है वो इन्द्रधनुष काबनना।।अच्छा लगता है वो सुबह की सैर करना।अच्छा लगता है ... Read more |
![]() ![]() रात अटल है,दिन अटल है,ये सूरज - ये चांदअटल है।।पशु अटल है,पंछी अटल है,हरियाला ये जंगलअटल है।।पर्वत अटल है,मैदान अटल है,ये धरती, ये आकाशअटल है।।पानी अटल है,आग अटल है,नदिया की बहतीये धाराअटल है।।आप अटल है,मैं अटल हूं,मन के भीतरकुछ बातेंअटल है।।हर वो क्षण-क्षणअटल है,जिसमे उन... Read more |
![]() ![]() एक ऐसा भारत हो,जहां आपस में ना भेद हो।प्रेम के प्रति प्रेम हो।जहां हर तरफ हरियाली हो,वातावरण में फैली खुशहाली हो।।हर जनजाति का सम्मान हो,पशु-पक्षियों सेभी सबको,प्यार हो।प्लास्टिक का ना नाम हो,गंगा - यमुना, हर नदी साफ हो।सफल स्वच्छ - भारत अभियान हो।।डिजिटल पावर में भी ... Read more |
![]() ![]() ऐसे ही हमसे झगड़े।सूरज दादा क्यों हो भड़के।।इस बार की गर्मी में।सूरज दादा गुस्से में।।कम करो अब ये गर्मी।सूरज दादा दिखाओ थोड़ी नरमी।।मन करे तो कुल्फी खाओ।सूरज दादा अब शान्त हो जाओ।।© यशवर्धन श्रीवास्तव... Read more |
![]() ![]() बात पते की अब बताता। बदले में सबको समझाता।।गौर से सुनना मेरी बात को। सीखना और समझाना औरों को।।प्रकृति की धरोहर यूँ न नष्ट करो।पेड़ो को काटना अब बंद करो।।ये पेड़ - पौधें है दोस्त हमारे। जीवन चलता है इनके सहारे।।पेड़ो से मिलती है हरियाली। वातावरण में फैलाते ये ... Read more |
![]() ![]() पहले उड़ती - फिरती थी,ये हर डाली - डाली। कौन - थी ये चिड़िया प्यारी ?क्या नाम है इसका,जरा - पूछो भईया ?अरे ये चिड़िया है - गौरैया।।पहले दिखती थी ये,हर - घर आँगन में। परन्तु अब है ये,पक्षी संकट में।।इसे बचाने के लिए,करना पड़ेगा कोई उपाय। ताकि ये चिड़िया,इस धरती पर बच पाएँ।।थोड़ा - ... Read more |
![]() ![]() पतझड़ का मौसम छाया,बसन्त का महीना आया।।तेज हवा चली रूहानी,खिली धूप सुहानी।।बगिया में आई तितली रानी,भौरों कि भी अलग कहानी।।फूल खिले हर डाली-डाली,रूत भी है ये सुहानी।। कूँ - कूँ करती कोयल रानी,देखो आई बसन्त निराली।। प्रकृति की ये अलग कहानी,देखो आई ऋतुराज बसन्त निराली।।© य... Read more |
![]() ![]() बात बड़ी है पुरानी,थी प्रकृति की भी कहानी।आज आपको भी है सुनानी,एक ज़माने में प्रकृति थी रानी।इस धरती पर उसका राज था,मानव पर उसे बड़ा विश्वास था। परन्तु अपने फायदे के लिए मानव,बन बैठा इस धरती का दानव।जंगलों का कर सफ़ाया,अपना घर है बनाया।इतना करके भी ना माना,पशु - पक्षिय... Read more |
![]() ![]() चित्र साभार : yashvardhan09.blogspot.inफूल खिले है डाली - डाली ।रुत है ये मतवाली ।।ये भी कहते कुछ गाकर ।हँसते - रोते मुस्कुराकर ।।कहते ये होकर दुखी ।हमे मत तोड़ो कभी ।।मत लो हमारे प्राण ।आखिर हम में भी है जान।।... Read more |
![]() ![]() देखो काले बादल आये ।नभ पर ये जमकर छाये ।।गरजकर , ये बिजली कड़काते ।संग में ये अपने वर्षा भी लाते ।।देखो काले बादल आये ।गर्मी को ये दूर भगाए ।।मौसम को भी खुशहाल ।खेतों में हरियाली फैलायें ।।देखो काले बादल आये ।बंजर को भी उपजाऊ बनाते ।।कहीं - कहीं पर ये बाढ़ भी लाते ।परन्त... Read more |
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