 aman mishra
समस्त ब्लॉगर परिवार को मेरी तरफ से नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं . आशा है की नव वर्ष नए उत्साह का संचार करे और हमें अच्छे मार्ग पे आंगे बढने के लिए प्रेरित करे............ Read more |

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2:05pm 1 Jan 2013 #
 aman mishra
ऐ प्रेम तुम हो क्या? समर्पण का नाम ,या निर्मल सा एक भाव ? किसी ने पाया तुम्हे उजाले में,किसी ने अंधेरो में पाया,कोई कहता है की सुख हो तुम ,कोई कहे दुःख की छाया .ऐ प्रेम तुम हो क्या?एक सरसराहट से , एक झनझनाहट से ,मीठी सी बोली से , चुभते से बाणों से . एक एहसास हो , ... Read more |

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6:58pm 4 Nov 2012 #
 aman mishra
बांध मुट्ठी हाथ की ,सर उठा के शान से .राष्ट्र सेवा को चल दिए हम ,अपना सीना तान के .सर पे बंधा है कफ़न ,आँखों में अंगारे है,माँ भारती तुम मुक्त हो,आ गए लाल तुम्हारे है .अब ना कोई आएगा दुश्मन ,जायेगा वो प्राण से .राष्ट्र सेवा को चल दिए हम ,अपना सीना तान के .फिर से आये कई भगत ,अपना सब ... Read more |

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6:56pm 4 Nov 2012 #
 aman mishra
आज जब देखता हु ,उनको मुझे न पहचानते हुए . याद आती है ,उनकी वो हसी , वो मुस्कराहट।वो वादे ,जो दोनों ने किये ,जीवन भर के लिए।क्या यही तक था मेरा उसका साथ ,वो साथ जो आजीवन का था ?क्या गलती की मैंने, कौन सी मजबूरी थी उसकी ,की बेवफा न होते हुए भी , वो वफ़ा न निभा सके .ख़ामोशी सी ओढ़ लेते ह... Read more |

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3:46am 23 Oct 2012 #
 aman mishra
तुम ही थी मेरे सपनो में ,जिन्दगी में बस तुम्हारी ही चाहत थी .पर तुम अब साथ साथ भी नहीं, सपनो से दूर ,एक झलक को तरसाती।क्या करू मैं , देखू सपने तुम्हारे ,या बढ चलूँ जिंदगी में आंगे ..शायद अगले मोड़ पे मिल जाओ तुम जिंदगी के ,फैलाये हुए बाहें अपनी ,करती मेरा ही इन्तेजार ..पर अभी ... Read more |

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4:16pm 20 Oct 2012 #

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12:00am 1 Jan 1970 #
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