 kuldeep thakur
ऋषि ऋष्यश्रृंग महात्मा काश्यप (विभाण्डक) के पुत्र थे। महात्मा काश्यप बहुत ही प्रतापी ऋषि थे। उनका वीर्य अमोघ था और तपस्या के कारण अन्त:करण शुद्ध हो गयाथा। एक बार वे सरोवर में पर स्नान करने गए। वहां उर्वशी अप्सरा को देखकर जल में ही उनका वीर्य स्खलित हो गया। उस वीर्य को ज... Read more |

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11:30pm 29 Nov 2014 #
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कैसे आया सूरज आकाश में... सत्ता के अधिकार के लिए दैत्य और देवताओं में शत्रुता उत्पन्न होने के कारण दैत्य सदा देवताओं पर आक्रमण कर युद्ध करते रहते थे। इसी बात को लेकर एक बार दैत्यऔर देवताओं के बीच भयानक युद्ध हुआ। यह युद्ध अनेक वर्षों तक चला। इस युद्ध के कारण देवताओं और स... Read more |

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1:18am 29 Nov 2014 #
 kuldeep thakur
आप सब को विजय दश्मीी की शुभकामनाएं...राम-रावण युद्ध और उसमें हुई रावण की हार के बारे में तो आप सभी जानते हैं. यह युद्ध क्यों हुआ था इस तथ्य से भी आप भली-भांति परिचित हैं. शिव भक्त और एक महानविद्वान होने के बाद भी रावण ने सीता हरण जैसा अक्षम्य अपराध कर स्वयं अपनी मौत को आमंत्... Read more |
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वेद नारी को अत्यंत महत्वपूर्ण, गरिमामय, उच्च स्थान प्रदान करते हैं| वेदों में स्त्रियों की शिक्षा- दीक्षा, शील, गुण, कर्तव्य, अधिकार और सामाजिक भूमिकाका जो सुन्दर वर्णन पाया जाता है, वैसा संसार के अन्य किसी धर्मग्रंथ में नहीं है| वेद उन्हें घर की सम्राज्ञी कहते हैं और दे... Read more |

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10:22am 27 Sep 2014 #
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भारत में देश-धर्म रक्षकों ने मुस्लिम एवं अंग्रेजों के पराधीनता काल में असंख्य भारतीयों को देश पर मर-मिटने की प्रेरणा दी, लेकिन इनमें गुरु गोविंद सिंह काजीवन, उनका कृतित्व एवं व्यक्तित्व इतनी विभिन्न दिशाओं और आयामों तक फैला हुआ था कि उनकी शक्ति, सामथ्र्य, वीरता, बलिदा... Read more |
 kuldeep thakur
अपनी किसी भी ईमेल द्वारा ekmanch+subscribe@googlegroups.com पर मेल भेजकर जुड़ जाईये आप हिंदी प्रेमियों के एकमंच से।हमारी मातृभाषा सरल , सरस ,प्रभावपूर्ण , प्रखर और लोकप्रिय है पर विडंबना तो देखिये अपनों की उपेक्षा का दंश झेल रही है। ये गंभीर प्रश्न और चिंता का विषयहै अतः गहन चिंतन की आवश्... Read more |

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7:21am 4 Dec 2013 #
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~.~.~.~.जननी जने तो ऐडा जने के दाता के सुर ......~.~.~.~.नितर राहिजे बान्झानी मति घमाजे नूर ....~.~.~.~.~ इतिहास गवा है की राजस्थान की हर माँ अपनी मात्रभूमि की रक्षा के लिए शूर वीरो को जन्म देती है | नही तो बेहतर समझती है की बाँझ ही रहे | इनके तोखून में ही कुर्बानी है | ऐसी थी एक माँ पन्ना.....पन्ना ... Read more |
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गजेंद्र चौहान (युधिष्ठिर)'महाभारत' ने मेरे करियर पर इतना गहरा असर डाला कि गजेंद्र चौहान की मेरी असल छवि दबकर रह गई. जहां मैं जाता लोग मुझे युधिष्ठिर नाम से बुलाने लगते.गजेंद्र चौहान ने 'महाभारत' में युधिष्ठिर का किरदार निभाया था.दरअसल लोगों ने इससे पहले यह गाथा सिर्फ सु... Read more |
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भारत में जो भी पर्व व त्योहार मनाया जाता है उसे मनाने के पीछे कोई न कोई घटना या कारण जुड़ा होता है। रक्षाबंधन मनाए जाने से संबंधित भी कयी प्रसंग जुड़े हैं। रक्षाबंधन की कथा महाभारत से भी जुड़ती है। जब युधिष्ठिर ने भगवान कृष्ण से पूछा कि मैं सभी संकटों को... Read more |
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दिल दहलाने वाली यादें15अगस्त, 1947को एक तरफ भारत आजाद होने की खुशी में झूम रहा था तो दूसरी तरफ विभाजन की भयंकर मार-काट के कारण गम में भी डूबा हुआ था। भारत का 30प्रतिशत भागकटकर पाकिस्तान नाम से एक अलग देश बन गया। 'पाकिस्तान मेरी लाश पर बनेगा' की घोषणा करने वाले महात्मा गांधी अस... Read more |
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Jai SiyaRam: श्री पवन पुत्र का पावन चरित्र: श्री रामचरित मानस एक प्रासादिक ग्रन्थ है । इस पवित्र ग्रन्थ के पठन और पाठन से मनुष्य महामानव बन सकता है । भगवान श्री राम की कृपा प्राप्त करने के लिए रामायण से दुर्लभ दूसरी कोई वस्तू नहीं है । रामायण को श्री रामजी का वांगमय स्वरुप माना... Read more |

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9:18am 27 Jul 2013 #
 kuldeep thakur
क्या माँ धारी देवी को नाराज करने के कारण केदारनाथ में भीषण तबाही हुई??उत्तराखंड में हुई तबाही के बाद अब यह सवाल उठने लगा है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ? एक सवाल और यहां पर रह-रहकर उठ रहा है कि जब केदारघाटी में सभी कुछ तबाह हो गयातो फिर केदारनाथ मंदिर कैसे अपनी जगह पर मजबूती के सा... Read more |
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आज के दौर में कई मौकों पर ऐसे युवा भी सामने आते हैं, जो ज्यादा पढ़े-लिखे होने पर भी निराशा या नाकामी से जूझते रहते हैं। नतीजतन, इससे उबरने या बचने के लिएजल्द ही गलत रास्ते भी चुन लेते हैं। असल में, इसके पीछे यह भी वजह नजर आती है कि आज के दौर में शिक्षा का मकसद उन विषयों पर ही ... Read more |
 kuldeep thakur
गर्व मुझे है मैं हिंदू हूँप्रकृति के उत्पत्ति संग मेरा भी उत्थान हुआसूर्य की पहली किरण से ललाट मेरा लाल हुआनदियों की चंचल धारा ने जीवन का संचार कियाजल की धारा छू कर मैंने नदियों को माँ का नाम दियागर्व मुझे है मैं उस कुल काजिसने संसार को ज्ञान दियाअमिट पदचिन्हों को दे ... Read more |
 kuldeep thakur
मानव का जीवन तभी उन्नत बन सकता है, जब उसके सामने कोई आदर्श हो। बिना आदर्श केबिरले ही ऊंचा स्थान बना सके हैं। दृढ-निश्चय, कर्मण्यताऔर आदर्श- ये तीनों मिलकरपुरुष को पुरुषोत्तम बना सकते है, किंतु आदर्श के बिना दृढ-संकल्प और कर्मण्यताकीशक्ति दिशाहीन हो जाती है।आदर्श के र... Read more |

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9:30am 12 Dec 2012 #
 kuldeep thakur
सनातन धर्म) विश्व के सभी धर्मों में सबसे पुराना धर्म है। ये वेदों पर आधारित धर्म है, जो अपने अन्दर कई अलग अलग उपासना पद्धतियाँ, मत, सम्प्रदाय, और दर्शन समेटे हुए है। अनुयायियों की संख्या के आधार पर ये विश्व का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है, संख्या के आधार पर इसके अधिकतर उपासक भ... Read more |

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1:16pm 9 Dec 2012 #

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12:00am 1 Jan 1970 #
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