Blog: झा जी कहिन |
![]() ![]() अपने बेबाक बयानों के लिए विख्यात पाकिस्तान के लिए क्रिकेट खेलने वाले एकमात्र पाकिस्तानी हिन्दू खिलाड़ी दानिश कनेरिया ने एक बार फिर से पाकिस्तान के क्रिकेट खिलाड़ियों और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को आड़े हाथों लेते हुए खूब खरी खोटी सुनाई है। इतना ही नहीं दानिश ने ... Read more |
![]() ![]() #बागवानीमन्त्र जो भी बागवानी शुरू करना चाह रहे हैं , यही सबसे उपयुक्त समय है | शुरू हो जाइये और जो भी उगना लगाना चाह रहे हैं फ़टाफ़ट लगा दें | मानसून की बारिश इन पौधों के लिए वही काम करती है जो बच्चों के लिए बोर्नवीटा या हॉर्लिक्स करते हैं |पौधों को खाद पानी देने का भी यही ... Read more |
![]() ![]() किसी भी बात ,घटना ,तथ्य के हमेशा ही दो पहलू होते हैं ठीक उसी तरह जिस तरह आधा भरा/आधा खाली ग्लास देखने वाले के नज़रिये पर निर्भर करता है | वास्तव में भी यही होता है , नकारात्मक नज़रिये वाला व्यक्ति किसी भी बात में ,आलोचना निंदा आरोप का अवसर तलाश ही लेता और सकारात्मक नज़रिये वाल... Read more |
![]() ![]() दिन एक जुलाई समय साढ़े नौ बजे सुबहदफ्तर के लिए निकलते हुए : "अरे हेलमेट क्यों नहीं लिया आपने ?नहीं मास्क के साथ उसे लगाने से ये घुटन और बढ़ जाएगी | आज ऐसे ही चलते हैं |लेकिन मास्क तो जरुरी है और हेलमेट भी , फिर अब तो आदत डालनी ही पड़ेगी | मुझे पड़ गई है न |नहीं फिर मैं मास्क हटा कर हेल... Read more |
![]() ![]() दिन एक जुलाई समय साढ़े नौ बजे सुबहदफ्तर के लिए निकलते हुए : "अरे हेलमेट क्यों नहीं लिया आपने ?नहीं मास्क के साथ उसे लगाने से ये घुटन और बढ़ जाएगी | आज ऐसे ही चलते हैं |लेकिन मास्क तो जरुरी है और हेलमेट भी , फिर अब तो आदत डालनी ही पड़ेगी | मुझे पड़ गई है न |नहीं फिर मैं मास्क हटा कर हेल... Read more |
![]() ![]() छत पर बनी मेरी वाटिका #बागवानीमंत्रआज बागवानी से सम्बंधित कुछ बेहद साधारण मगर महत्पूर्ण बातें करेंगे |पहली बात यदि आप बागवानी शुरू करने की शुरुआत करने की सोच रहे हैं या मन बना रहे हैं तो अभी जून तक का समय बिलकुल प्रतिकूल होने के कारण अवश्य ही रुक जाएं | बेशक इस साल बार ... Read more |
![]() ![]() पिछले दिनों जब प्रधानम्नत्री महोदय ने ये कहा कि कोरोना के सन्दर्भ में दो बातें जाननी बहुत जरूरी हैं। पहली ये कि निकट भविष्य में हम इससे निजात पाने वाले नहीं हैं खासकर जब तक हमारे चिकित्सा अनुसन्धान में लगे वैज्ञानिक चिकित्सक इसके लिए को कारगर टीका दवाई इत्यादि नही... Read more |
![]() ![]() गाँव की एक खुबसूरत भोर मैंने अपने जीवन में बहुत पहले ही ये अनुभव कर लिया था कि अपना समाज अक्सर भीड़ बन कर पीछे चलने में ही खुद को सहज महसूस करता है | वक्त ,हालात और परिस्थतियों ने जाने कब मुझे ये विश्वास और ताकत दे दी कि लिखने बोलने कहने और करने में भी मैं पूरी निडरता और से ... Read more |
![]() ![]() #बागवानीमंत्रपिछली पोस्ट में जब मैंने गमलों के बारे में बताया था तो आप सबने जिज्ञासा की थी कि ,बागवानी के लिए मिट्टी ,कैसी हो ,उसे तैयार कैसे किया जाए आदि के बारे में भी कुछ बताऊँ | कुछ भी साझा करने से पहले दो बातें स्पष्ट कर दूँ , मैं कहीं से भी कैसे भी बागवानी का विशेषज्ञ न... Read more |
![]() ![]() #बागवानीमंत्रआज बात करते हैं गमलों की।बागवानी विशेषकर शहरों में जहां आपको छत पर ,बालकनी में ,सीढ़ियों में और खिड़की पर जैसी जगह ही बड़ी मुश्किल से मयस्सर होती है वहां गमलों में बागवानी ही एकमात्र विकल्प बचता है इसलिए ऐसी शहरी बागवानी में गमलों की भूमिका बहुत ही महत्वपूर... Read more |
![]() ![]() कौन सोच सकता था कि किसी छत को यूँ भी सँवारा जा सकता है पिताजी मूलतः एक कृषक परिवार से थे इसलिए अपनी फ़ौजी नौकरी के दौरान भी आवंटित फ़ौजी क्वार्टर के अहाते में हमेशा कुछ कुछ उगाते लगाते मैंने उन्हें बचपन में ही देखा था। ग्रीष्म ऋतु के अवकाशों में गाँव जाकर आम लीची केले ... Read more |
![]() ![]() आज बात करते हैं टमाटरों की। आप सबने पिछले कई दिनों में जिज्ञासा ज़ाहिर की है कि टमाटरों के लिए क्या कैसे करना चाहिए तो मैं जो करता हूँ वो आप के साथ साझा करता हूँ। टमाटर के लिए आवश्यक गमला ; छोटा न हो , माध्यम आकार का हो तो उत्तम और बड़ा हो तो सर्वोत्तममिट्टी ; अच्छी हो ... Read more |
![]() ![]() मुद्दतों बाद ही सही ब्लॉगर किसी न किसी बहाने अब आपस में रूबरू होने का सिलसिला शुरू कर चुके हैं | अभी कुछ दिनों पूर्व ही हिंदी ब्लॉगजगत के सुपर स्टार समीर लाल समीर उर्फ़ उड़नतश्तरी अमेरिका से जब अपनी सर ज़मीन पर आए तो सबसे पहले आदतन ब्लॉगर मित्रों के बीच ही नुमायेदार हुए | ब्... Read more |
![]() ![]() शिक्षक दिवस पर प्रकाशित एक आलेख शिक्षकों के लिए कक्षा में दो ही विद्यार्थी पसंदीदा होते हैं अक्सर , एक वो जो खूब पढ़ते लिखते हैं और हर पीरियड में सावधान होकर एकाग्र होकर उन शिक्षकों की बात सुनते समझते हैं और फिर परीक्षा के दिनों में उनके तैयार प्रश्नपत्रों को बड़ी ही म... Read more |
![]() ![]() जैसे जैसे ब्लॉगिंग की तरफ लौट रहा हूँ तो देख रहा हूँ कि हिंदी ब्लॉगिंग का प्रवाह सच में ही बहुत कम हो गया है | हालत ये है की पूरे दिन में यदि पचास पोस्टें भी नज़रों के सामने से गुज़र रही हैं तो उसमें से दस तो वही पोस्टें हैं जो इन पोस्टों के लिंक्स लगा रही हैं | टिप्पणियों का... Read more |
![]() ![]() कहते हैं कि संगत का असर बहुत पड़ता है और बुरी संगत का तो और भी अधिक | बात उन दिनों की थी जब हम शहर से अचानक गाँव के वासी हो गए थे | चूंकि सब कुछ अप्रत्याशित था और बहुत अचानक हुआ था इसलिए कुछ भी व्यवस्थित नहीं था | माँ और बाबूजी पहले ही अस्वस्थ चल रहे थे | हम सब धीरे धीरे आगे बढ़ने क... Read more |
![]() ![]() इस जीवन में यूं तो हर पल नया होता है और ये इस मायने में भी होता है कि हमारे आसपास कुछ कुछ न भी हो तो भी जो बीत जाता है वो स्वयमेव पुराना हो जाता है और स्वतः ही सब कुछ नवीन यानि नया हो जाता है | और ये उसी तरह से जरूरी भी है जिस तरह से कुछ नया याद रखने के लिए पुराना भूलना बहुत जरूर... Read more |
![]() ![]() नन्हीं गोरैया कुकू कल शाम तो दिल्ली में बहुत ही तेज़ बारिश हुई , हवा भी उतनी ही तेज़ होने के कारण और ज्यादा मारक साबित हुई | बारिश से हुए जलभराव ने कितना ताण्डव मचाया ये कहने सुनने की जरूरत नहीं | मगर अचानक ही बालकनी में पानी निकालते समय ,अचानक ही इस नन्हीं गोरैया पर पड़ी जो ... Read more |
![]() ![]() कुछ दिनों पूर्वसमय करीब शाम के आठ बजेस्थान : पूर्व दिल्ली की कोई गलीपुत्र आयुष को जुडो कराटे की प्रशिक्षण कक्षा से वापस लेकर लौट रहा हूँ | तीन दिनों से लगातार हो रही बूंदाबांदी ने सड़क को घिचपिच सा कर दिया है | अचानक ही स्कूटी की तेज़ लाईट में सड़क के बीचों बीच कोई औंधा पड़ा है... Read more |
![]() ![]() कुछ रोचक बातें जो मैंने अनुभव की हैं और शायद मेरी तरह और भी दोस्तों ने की हो , क्योंकि इस समाज में रह रहे हम आप सब कहीं न कहीं किसी न किसी वक्त बिलकुल एक से होते और हो जाते हैं ...आइये देखते हैं पहले बस स्टॉप पर खड़े होने पर थोड़ी ही देर में ऐसा लगने लगता है कि , बस एक वही बस कमबख्... Read more |
![]() ![]() शायद वर्ष 2012 , में जब अचानक की पंजाब भ्रमण के दौरान , नियमति नाई से शेव न करवाने के कारण , उसने भूलवश मेरी मूंछें साफ़ कर दीं तो ये शक्ल निकल आई | कुछ नया और अलग सा महसूस हुआ तो हमने वहीं एक पासपोर्ट सीज फोटो भी खिंचवा ली | संयोग कुछ ऐसा बना कि तब से अब तक लगभग हर जगह जहां भी जरूरत ... Read more |
![]() ![]() बहती नदी के संग तू बहता जा ,मन तू अपने मन की कहता जा ,न रोक किसी को ,न टोक किसी को,थोडा वो झेल रहे ,थोडा तू भी सहता जा ..वर्तमान में सोशल नेट्वर्किंग साईट्स पर ,उपस्थति बनाए रखने , किसी भी वाद विवाद में पड़ने , तर्क कुतर्क के फेर में समय खराब करने से बहुत बेहतर यही है , कि हम आप जिस भ... Read more |
![]() ![]() कुछ फुटकर नोट्स चार दिन की ज़िंदगी,संभाल के खर्च किया करो, व्हाट्सअप ,फेसबुक,के साथ ब्लॉग को भी समय दिया करो ..आप लौट रहे हैं न अपने अपने अंतर्जालीय डायरी को देखने , उन्हें दुरुस्त चुस्त करके महीने में कम से कम एक पोस्ट (मुझे यकीन है... Read more |
![]() ![]() सुनो मीत /दोस्त /सखा /सहेली ,.....ब्लॉगर साथी जो भी कुछ बातों यादों में सहेज रखा है ,खुद के पास है या ,कहीं भेज रखा है ,फिर लौट आओ , उस हसीं मोड़ पर ,ब्लॉगर प्यारे ,सामने कंप्यूटर मेज रखा है ....ब्लॉग ताऊ शिरोमणि ने दुन्दुभी बजा दी है ,अंशुमाला जी के प्रस्ताव का अनुमोदन करते हुए ...दिन ... Read more |
![]() ![]() HAPPY NEW YEAR ...THE NEW YEAR RESOLUTION GREEN DELHI , CLEAN DELHI जाते जाते पुराना वर्ष बहुत सारे सबक और आने वाले समय के लिए एक मकसद दे गया , जी हाँ अब अपने बचे और बचाये हुए समय का सदुपयोग करते हुए आपके दोस्त द्वारा बनाई जा रही संतोषी वाटिका और इससे जुड़े हर फूल पत्ते , पौधे , मिट्टी की खुशबू , एहसास , आप सहित सब ... Read more |
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