Blog: राज दरबार |
![]() आए थे मेरे बागो मेंजो कुछ रोज़ पहलेऔर सूखे पत्तों पर तुम कुछ देर थे टहलेमटमैली पोशाक में जो तुमने फूलो को तोडाबिना परवाह किये उन पत्तों की जो कदमो के नीचे दबे थे उन पत्तों के बीच एक दिल भी था तेरे कदमो से बिस्मिल भी था लेकिन खुश था के तुम आए दिल में मेरे &n... Read more |
![]() आज भी मेरी जेबो मे कुछ कंकर और मिट्टी है,अलमारी के कोनो मे रखी जैसे कुछ चिट्ठी है,कुछ तेरे खत है, कुछ मेरे खत है, और कुछ खत हम दोनो के,बन गए है हिस्से जैसे, अलमारी के कोनो के,और पडी है एक डायरी मेरी, कुछ खाली पन्नो के साथ,जज़्बातो की कमी नही, पर रह गया मै खाली हाथ,कुछ पत्ती और ... Read more |
![]() बचपन की कुछ नाजायज फ़रियादे अब भी वाकी है,दिल के कोने मे सिमटी कुछ यादे अब भी वाकी है|वाकी है वो साईकिल लेना पैसे जिसके मैने जोडे थे,तब शायद गुल्लक मे मेरी सिक्के बहुत हि थोडे थे|और भी वाकी है कुछ सपने जो तकिये मे लिपटे थे,गेहरी प्यारी सी नींदो के ख्यावो मे जो दिखते थे|... Read more |
![]() लो आ गया चुनावी विश्वकप, इस बार दिल्ली मे । अबकी विश्वकप 1 साल बाद ही आ गया, पिछली बार मैच ड्रा जो हो गया था । माहौल काफ़ी गर्म है, कारण है किरण - अर्थात किरण बेदी। कल तक जो दोस्त थे, आज वही दुश्मन है । मतदाता भी बडा कन्फ़्यूज है। पिछ्ली बार जो झाडू लिये खडे थे आज वही कमल पर विराजम... Read more |
![]() दीदार-ए-हुस्न मिला था जो वो साच्चा था,मैं एक तस्वीर बना लेता तो अच्छा था.मेह्फ़िले नज़रे मिलाना उनको पड गया मेहंगा,नज़र मैं खुद झुका लेता तो अच्छा था.अभी एक ज़ख्म बाकी है कही मेरे,मैं खुद मरहम लगा लेता तो अच्छा था.के इन्तेजार मे उनके कट गई ता-उम्र मेरीपता मैं खुद लगा लगा... Read more |
![]() ले के हाथ कटोरा भीख मागते क्यो है हम,अक्सर घर जल जाने के बाद जागते क्यो है हम । क्यो इन्तेजार करते है किसी की अस्मित लुटने का,क्यो राह तकते है चौराहे पर भीड जुटने का,एक और गांधी के मरने की राह ताकते क्यो है हम,खुद का गिरेवान देखा नही तो दूसरो को आकते क्यो है हम । ठेकेदार कान... Read more |
![]() ले के हाथ कटोरा भीख मागते क्यो है हम,अक्सर घर जल जाने के बाद जागते क्यो है हम । क्यो इन्तेजार करते है किसी की अस्मित लुटने का,क्यो राह तकते है चौराहे पर भीड जुटने का,एक और गांधी के मरने की राह ताकते क्यो है हम,खुद का गिरेवान देखा नही तो दूसरो को आकते क्यो है हम । ठेकेदार कान... Read more |
![]() जाने क्या हुआ इसे, जाने क्यो बेहोश है,अक्सर खुश देखा, अब जाने क्यो खामोश है।खत्म हो गई सारी खुशियां, मातम सा छा गया,दम तोड चुकी हो जैसे, यह किसकी आगोश है।कुछ न कह सका मै, दबी रह गई सीने मे,तोड रहा है मुझको जैसे, मेरे दिल का ही बोझ है।गैरो से क्या लडना यारो, गैर तो फिर गैर है,जीत... Read more |
![]() लो आ गई दीपावली, माफ़ कीजिएगा ..... "दीवाली" . दीपावली तो दीपो का त्यौहार होता है, परंतु यह तो दीवालिया होने का त्यौहार है। रुपयो मे आग लगाने का और खर्चे करने का। हमे बचपन से हि बताया गया है कि दीवाली पर घर मे लक्ष्मी का प्रवेश होता है, तो लो भईया माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के ल... Read more |
![]() वर्तमान भारत की सामाजिक व्यवस्था में लाईन का बड़ा महत्व है, 99% कार्य आज भारत में इसी के कारण सुचारू रूप से पूर्ण होते है। हालाकि सामाज मे शायद हि कोई ऐसा व्यक्त्ति होगा जो इसकी चपेट मे आना चाहेगा, पर क्या करे लाईन मे लगना हमारी मजबूरी भी बन चुकी है और आदत भी। अपनी छोटी-छोट... Read more |
![]() बधाई हो दोस्तोंभारत अब तरक्की की रह पर तेजी से अग्रसर हो चला है, जल्द ही भारत विकासशील देश से विकसित देश होने वाला है। मंहगाई कम होने वाली है, किराया भत्ता सब सस्ता होने वाला है, शिक्षा दर 100 % होने वाली है हर बच्चा शिक्षित होगा और आप में से अगर कोई अपने बच्चो के लिए लैपटॉप, ... Read more |
![]() जगजीत सिंह जी ने अपने नाम के अनुरूप अपनी ग़ज़ल गायीकी से सारे जग को जीत लिया . 1941को राजस्थान के श्रीगंगा नगर में जन्म के उपरांत इनके पिता ने इन्हें जगमोहन नाम दिया था, परन्तु अपने गुरु की सलाह पर जगजीत नाम दिया गया. जगजीत सिंह जी ने अपने नाम के अनुरूप ही काम किया . वे दिल से ... Read more |
![]() Message sent by M.S. Dhoni to Shri Anna HazareRespected Anna ji,We all thank u from the core of our Hearts for taking away public attention from the TEST SERIES.RegardsM.S. Dhoni & All Team Members... Read more |
![]() 50 years ago......3 Categories in INDIA1. High Class2. Middle Class3. Lower ClassAfter 25 years ago........Categories increase to 51. High Class2. High Class cum Middle Class3. Middle Class4. Middle Class cum Lower Class5. Lower ClassNow..After 50 years one more category has created1. High Class2. High Class cum Middle Class3. Middle Class4. Middle Class cum Lower Class5. Lower Class 6. Lower Class cum Lower Class... Read more |
![]() Nowadays Baba Ramdev becomes favorite among news channels. Many people had said that Baba is doing politics but he always says that he has no intention towards politics. Whatever, but after the night in which his Satyagrah has demolished, the fight against corruption is converted into fight against congress and other political parties are ready to grab this issue. On the other side Anna Hazare is still fighting in Gandhian way and his movement still in his hand. In the democratic country having a specific way to change the system without affecting the peace, Anna on that way. Actually our system is not weak, weak is our society, Police, Ministers, Political Parties, Public all are the differ... Read more |
![]() रोशनी यूँ आती रही सलाख़ों से मेरी खाट पर,जाने क्यूँ अब नींद आती नही मुझे रात भर,दिनो बाद दिखी थी झिलमिलाती चाँदनी ,मानो कोई दे गया खुशी मुझे खैरात पर।... Read more |
![]() रोशनी यूँ आती रही सलाख़ों से मेरी खाट पर,जाने क्यूँ अब नींद आती नही मुझे रात भर,दिनो बाद दिखी थी झिलमिलाती चाँदनी ,मानो कोई दे गया खुशी मुझे खैरात पर। &n... Read more |
![]() आज से करीब 10 साल पहले जब कोई व्यक्ति अपने शुभचिन्तको से किसी व्यपार को शुरु करने कि सलाह माँगता था तो वह लोग उसे कोई दुकान खोलने कि सलाह देते थे किन्तु आजकल लोग उसे इन्जीनियरिंग कालेज खोलने कि सलाह देते है, जी हाँ ये भी एक तरह कि दुकान है जहॉ शिक्षा का सौदा किया जाता है, ऊँ... Read more |
![]() मिले सुकूं कहीं ऐसी कोई बात हो,मै हूँ तनहा और मेरे जज़्बात हो,हुए महफ़िल से मायूश बहुत हम आज,डशे ख़ामोशी मुझे, काश ऐसी भी कोई रात हो................. - राज ... Read more |
![]() मिले सुकूं कहीं ऐसी कोई बात हो,मै हूँ तनहा और मेरे जज़्बात हो,हुए महफ़िल से मायूश बहुत हम आज,डशे ख़ामोशी, काश ऐसी कोई रात हो................. - राज ... Read more |
![]() मिले सुकूं कहीं ऐसी कोई बात हो,मै हूँ तनहा और मेरे जज़्बात हो,हुए महफ़िल से मायूश बहुत हम आज,डशे ख़ामोशी मुझे, काश ऐसी भी कोई रात हो................. - राज ... Read more |
![]() सबेरा तो सदियों पहले हो गया,इंतज़ार बस उस रौशनी का करता हूँ,के हो उजाला और इंसानियत दिखे मुझे,यही दुआ मै पिछली कई रातो से करता हूँ.............. - राज ... Read more |
![]() आज मैं आपको अपनी अमरनाथ यात्रा का किस्सा सुनाना चाहूँगा । बात आज से ठीक 2 साल पहले की हे , मैं अपने पिताजी के ऑफिस के स्टाफ लगभग 80 लोगो के साथ अमरनाथ यात्रा पर निकला था। भोपाल से जम्मू तक हम लोग ट्रेन से गए और फिर जम्मू से पहलगाओ तक के लिए बस बुक करी, बस से ऊँची ऊँची वादियों क... Read more |
![]() हुआ मन की आज फिर कलम उढाई जाये,दिल से निकली श्याही कागज़ पर गिराई जाये,सोच सोच के सारी रातें उनके बारे में,एक नयी कविता फिर रचाई जाये.......छोड़ के अपनी सारी शैली ,एक नयी शैली फिर अपनाई जाये,छंद , रस , रंग से हो परे वो,बस सुन्दरता उनकी समाई जाये..........लिख के उनका नाम सादे कागज़ पे स... Read more |
![]() हुई मुददत के अब न रहा इंतज़ार बाकि, तेरे दर से अबकी ऐ गद्दार गुजरूँगा, तुझसे मिलने की चाह में मौत से मिल बैठे,मैं अबकी मैयत पे सवार गुजरूँगा..................... -राज ... Read more |
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