Blog: भावनायें... |
![]() ![]() लकीरों को गाढ़ा जख्मों को हरा रखियेचुनाव आगे भी हैं फ़ासलों को जिंदा रखियेमर्ज़ की चर्चा मे कोसा जाता है एक मरीज हर बारखुद को इस गुफ़्तगू से जरा दूर रखियेये नफ़रतें किसी की हुई हैं जो तुम्हारी होंगीऐसे हर जज़्बात से तौबा रखियेतुम्हें अकेला किया जायेगा अपनों के बी... Read more |
![]() ![]() सौम्यता और मुस्कुराहट के धनीमैथयू अब्राहम अब EMC मैं नहीं रहेइनका शुरुआती समय इंजीनियरिंग मे बीताइंजीनियरिंग मे पले-बढ़े और खिले मैथयूसर्विसेस मे तपाये और घिसाये गयेजहाँ लोग सुकून की तलाश मे उलझेमैथयू नई चुनोतियों को खोजते पाए गएजहाँ उनके कई साथी एक-दो पेग मे लुड़केमै... Read more |
![]() ![]() समझ नहीं आ रहा कहाँ से शुरु करुँमानो जैसे कल ही की तो बात हैनई सोच के साथ उत्साहित मुस्कुराता हुआ नया चेहराआया और जल्द ही सभी के दिलों दिमाग में छा गयानये पुरुस्कारों का सृजन, compliance , quality , contentलगभग हर जगह हमने नई ऊचाइयों को छुआतनाव को अपने तक सीमित रखने की आपकी अदभुत छमता न... Read more |
![]() ![]() अरविन्द और जोश के साथ चलती CPSD को दौड़ा गये बालाजीCPSD तो पास हो गई पर दूर हो गये बालाजीमीटिंगों में नोंकझोंक में मुस्कुराते बालाजीचाय पाईटं की चर्चाओं में धुआँ उड़ाते बालाजीनये मित्रों के नये साथ मेंउच्च शिखर की चकाचौंध मेंभूल ना जाना हमको तुमदुआ हमारी सदा रहेगी खुश रहो त... Read more |
![]() ![]() मैं बुद्ध सी शांत समाधि में हूँ देख तू मुझे न भड़का मैं कर रहा हूँ तुझे आगाह क्योंकि गर जंग हुई तो कुछ तीर तेरे होंगे कुछ तीर मेरे होंगे कुछ वीर तेरे होंगे कुछ वीर मेरे होंगे और वीरगति को प्राप्त हो जायेंगे लाखों बेगुनाह ... Read more |
![]() ![]() नागेश जैसे हीरे को तो एक दिन खोना ही थाजिसके नाम में ही प्रभु हों उसे तो एक दिन अमर होना ही था-------संग मधु के जिसने थी टूल्स टीम सजाई उसे हमारी ह्रदय से है लाखों लाख बधाई... Read more |
![]() ![]() हमारी ह्रदय से विनय है विनय की तुम मत जाओतुम नहीं रहोगे फिर भी टीम सफ़लताओं के हर शिखर को छुऎगीपर विनय तुम्हारी कमी तो फ़िर भी खलेगीशायद ही कोई हो जिससे तुम्हारी जमी न होईश्वर करे हम सभी के बीच विनय की कभी कमी न हो... Read more |
![]() ![]() हमारी ह्रदय से विनय है विनय की तुम मत जाओतुम नहीं रहोगे फिर भी टीम सफ़लताओं के हर शिखर को छुऎगीपर विनय तुम्हारी कमी तो फ़िर भी खलेगीशायद ही कोई हो जिससे तुम्हारी जमी न होईश्वर करे हम सभी के बीच विनय की कभी कमी न हो... Read more |
![]() ![]() जवान बेटा अपने पिता से बोलापिताजी अब मैं सयाना हो गया हूँऔर व्यापार को नये समय के अनुसार आपसे बेहतर ढंग से चला सकता हूँपिता बोला बेटा व्यापार को चलाने के लिये सिर्फ़ नई सोच और तरीके ही काफ़ी नहींदूसरों के प्रति कृतज्ञता का भाव और अपने काम के प्रति निष्ठा और प्यार भी जर... Read more |
![]() ![]() मुझे याद है जब इस सफ़र पर चलना किया हमने शुरूहम ही थे चेले यहाँ और हम ही थे अपने गुरुहराकर हर ताप को कुंदन से हम हरदम खिलेखुशियाँ मिलीं शोहरत मिली और कई नये मकसद मिलेआज फ़िर से आई है वैसी परीक्षा की घड़ीअब मैं अंधेरों से क्यों डरूं मेरी राह है रोशन बड़ी... Read more |
![]() ![]() अमृतकुंड के पास पहुँच कर भी चूके लालूपुत्र मोह में फ़सकर आज फ़िर समोसे तक ही रह गये लालूखुशी हुई जब बिहार में अहंकार हारा और नीतीश परचम के दंड बने लालूआशा है अब इस जीत के बन न जायें दंड लालू ... Read more |
![]() ![]() जीवन में कई बार हार के बाद जीत मिलती हैलेकिन आज हर तरफ़ तैयारी जीत की लगती हैहार में नेत्रत्व की सबसे अधिक जरूरत होती हैलेकिन वह भी आज हार को निरुत्साहित और अकेला छोड़जीत को गले लगा रहा हैबोर्नवीटा भी तैयारी जीत की करा रहा हैहार में संभालकर स्फूर्ति देने वाला टॉनिकब... Read more |
![]() ![]() कभी-कभी सोचता हूँ EMC तुम ना होती तो क्या होता....तुमसे मिलकर ही मैंने सीखा रोटी कमाने का कौशलकैसे अनुज बनकर भी बड़े काम किये जा सकते हैंऔर कीर्ति को पाया जा सकता हैयहाँ ही मन जान सकावैभव के साथ धीरज का होना कितना जरूरी हैअपने काम को निष्ठा और ईमानदारी से करते हुये अमर हुआ जा ... Read more |
![]() ![]() कभी-कभी सोचता हूँ EMCतुम ना होती तो क्या होता....तुमसे मिलकर ही मैंने सीखा रोटी कमाने का कौशलकैसे अनुजबनकर भी बड़े काम किये जा सकते हैं और कीर्तिको पाया जा सकता हैयहाँ ही मन जान सकासिर्फ़ नाम से ही नहीं काम से भी अमरहुआ जा सकता हैवैभवके साथ धीरजका होना कितना जरूरी हैहँसी-विन... Read more |
![]() ![]() समझ नहीं आ रहा कहाँ से शुरू करूँ कौशलक्योंकि सारे ही बड़ॆ कमाल के हैं तुम्हारे कौशलसिर्फ़ जबाब ही नहीं कठिन सवालों को बड़ी आसानी से खा जाने का कौशलहर परिस्तिथि में रिसोर्स जुगाड़ने का कौशलटीम से जुड़ाव का कौशलकौशल से कहाँ किसी को खतरा लगता हैकौशल तो सभी को अपना लगता हैहमें... Read more |
![]() ![]() सरकार किसी की भी हो ईमानदार आई.ए.एस आफ़िसर अशोक खेमका का ट्रांस्फ़र जारीचैनल चेंज...गाना चल रहा है..♪♪♫♫..ईमानदारी की बिमारी छोड़ के आजा...छोड़ के आजाचैनल चेंज...साइना नहवाल दुनियाँ की नंबर १ बैडमिंटन खिलाडी बनीचैनल चेंज...गाना चल रहा है..♪♪♫♫..सारी नाइट बेशर्मि की हाइट-हाइट...एक त... Read more |
![]() ![]() अब कोई मौसम खास नहीं, डांडिया है पर रास नहींहर मौका पीने का मौका, खोलो बोतल जामखाईये श्रीमान हर मौसम आम...धार्मिक होना अब और हुआ आसाँबस कहो तुम गर्व से जय-जय श्री रामखाईये श्रीमान हर मौसम आम...लगंड़ा, केसर, मल्लिका सब एकरस हो गयेबोतल से पीजिये सारी किश्मे आमखाईये श्रीमान हर ... Read more |
![]() ![]() आजकल मक्कार लोग बड़े परेशान हैंकमबख़्त सीधे लोग नहीं मिलतेधोखा देने की तलब हैपर धोखा खाने वाले नहीं मिलतेहर तरफ होशियारों की जमात सेहम प्राकृतिक संतुलन खो रहे हैंजहाँ इरादे छोटी-मोटी लूट केवहाँ मर्डर हो रहे हैंमक्कारों का दर्द समझते हुए हम उनके साथ डटे है... Read more |
![]() ![]() राम मेरा भाई तेरे राम सेइतना यार झगड़ता क्यों हैमेरे राम मुझे तारेंगेंतारें तुझे तेरे रघुवीरसहज-सरल सी बात है लेकिनतू फ़िर भी नहीं समझता क्यूँ हैराम मेरा भाई तेरे राम से....राग-द्वेष अपने अंतर् मेंकहाँ राम को भाते हैंमन को करते दुखीदेह को रोग नया दे जाते हैंइन्हें हराक... Read more |
![]() ![]() कैसे राम ने जीता रावणकैसे राम बने जगदीशशीश एक क्यूँ जीत ना पायादस सिर लेकर भी दसशीशनिश्छल मन और निर्मल ह्रदयजहाँ राम की ढाल बनेमलिन ह्रदय और कपट वहीं परदशानन का काल बनेबुद्धी-कौशल और राजनीति काजहाँ रावण ने अभिमान कियाभेज अनुज को उसे सीखनेराम ने उसका मान कियाहर बुराई... Read more |
![]() ![]() पाया नहीं यह ज्ञान सेसमझा नहीं विज्ञान सेयह नहीं कोई कलाजिसको तराशा ध्यान सेसंस्कारों से मिली जोयह तो बस एक भावना हैजिसने दिया विश्वास मुझकोइंसान आता है जगत मेंहाथ में क्षमता लियेकोई शिखर ऎसा नहींजिसे वो पा सकता नहीं----------आदमी कुछ भी नहींउसका पता है वह घड़ीजिसमें है ब... Read more |
![]() ![]() प्रश्न कुछ ऎसे हैं जिनसेरोज होता रूबरू मैंकौन हूँ क्या चाहता हूँजानने की पीर हूँ मैंइंतहानों को दिये अबसाल बीते हैं बहुतअब भी मगर ये स्वप्न मेंआकर डराते हैं बहुतज्ञान जो निर्भय बनायेपाने को गंभीर हूँ मैंकौन हूँ...राह जैसे सूर्य कीदेती है सबको उष्माचन्द्र जैसे दे रहा... Read more |
![]() ![]() भरा पेट खाली पेट पर आसन जमायेपास रखी रोटी को पाने कीअसफ़ल कोशिश कर रहेखाली पेट से कहता हैरोटी तक पहुँचने काआसान रास्ता न चुनो मित्रभूख पर विजय हीहमारेस्वर्णिम भविष्य...भविष्य शब्द पर अचानक भरा पेट रुकाफ़ुर्ति से रोटी उठाई और बोलाहाँ तो मैं क्या कह रहा था... Read more |
![]() ![]() कितनी लगन से उसने जी होगी जिंदगीयूँ ही नहीं हँसते हुये यहाँ दम निकलता हैइबादतें, वो बड़ी बेमिसाल होतीं हैंइंसान जब भगवान से आगे निकलता हैजिंदगी में हार को तुम मात न समझोइंसान ही तो यारों गिरकर संभलता हैपहली नज़र के प्यार से हमको परहेज हैकभी-कभी ही साथ यह लंबा निकलता है... Read more |
![]() ![]() कर्तव्य से बड़कर जहाँ पद हैयह मान नहीं मान का मद हैजहाँ खुलती नहीं वक्त से गाँठेंघर नहीं वो तो बस छत हैकौन फ़िर लगाये वहाँ मरहमदृड़ जो सबके यहाँ मत हैंदिल दुखाये जो अगर वाणीमान लो झूठ जो अगर सच हैकद पर उसके तुम मत जानाफ़ल नहीं छाया भी रुकसत हैकैसे रहें वहाँ पर खुशियाँदर्द ए... Read more |
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