Blog: वन्दे मातरम |
![]() ![]() उन मां-बाप के दुर्भाग्य की सिर्फ कल्पना ही की जा सकती है, जिन्हें मीठी ईद से पहले अपने जिगर के टुकड़े को अंतिम विदाई देनी पड़ी। वह भी तब, जबकि उनके बेटे को मामूली झगड़े में कुछ लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला हो। पलवल-मथुरा शटल में सफर कर रहे जुनैद के साथ जो हुआ, वह बर्बरता की ह... Read more |
![]() ![]() श्रीनगर की जामिया मस्जिद के बाहर राज्य पुलिस के डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित को उन्मादी भीड़ ने सिर्फ इसलिए पीट-पीटकर मार डाला क्योंकि उनके नाम में ‘पंडित’ शब्द शामिल था। वह अपना नाम एम.ए. पंडित लिखते थे। मस्जिद के बाहर सुरक्षा में तैनात पंडित किसी से फोन पर बात कर रहे थे,... Read more |
![]() ![]() तीन तलाक पर इन दिनों तीखी बहस चल रही है। टीवी ऐंकर और भाजपाई प्रवक्ता मौलवियों पर जोरदार हमले कर रहे हैं और साथ में बैठी पीड़िताएं अपना दर्द बयां कर रही हैं। इनके जवाब में मौलवियों और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड जैसी संस्थाओं से जुड़े लोगों के तर्क हैं- हिंदुओं में तलाक ज्... Read more |
![]() ![]() 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बहुमत हासिल कर लिया है। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में भी वह कांग्रेस से आगे निकली है। खासतौर पर यूपी में बीजेपी का 300 सीटों के आंकड़े पर पहुंचना राजनीतिक विश्लेषकों को चौंकाने वाला है, लेकिन सेक्यु... Read more |
![]() ![]() भारत की आजादी के 70 साल होने को हैं। बंटवारे के समय उत्पीड़न के चलते पश्चिमी पाकिस्तान से भागकर जम्मू-कश्मीर आए शरणार्थियों को आज भी अपने अस्तित्व की तलाश है। मौजूदा बीजेपी-पीडीपी सरकार ने उन्हें मामूली राहत देते हुए आवास प्रमाण पत्र जारी करने का फैसला लिया है ताकि वे ... Read more |
![]() ![]() विकास क्या है?उन्होंने बातचीत के दौरान जब यह सवाल पूछा तो मैंने औपचारिक शिक्षा से लेकर समाज और मीडिया से विकास के बारे में जो समझा था, वह उड़ेल दिया। सब गलत साबित हुआ और विकास की जो अवधारणा उन्होंने बताई, मुझे वही सही जान पड़ी और आज भी ऐसा ही लगता है। वह शख्स कोई और नहीं, त... Read more |
![]() ![]() ‘दलित ईसाइयों को बड़े पैमाने पर छुआछूत और भेदभाव का शिकार होना पड़ता है। देश भर के कैथलिक चर्च में 5,000 से ज्यादा बिशप हैं, लेकिन इनमें दलित ईसाइयों की संख्या महज 12 है।’ यह किसी दक्षिणपंथी नेता का दावा नहीं है, बल्कि भारत के कैथलिक चर्च की स्वीकारोक्ति है। इतिहास में पहली... Read more |
![]() ![]() सुबह के करीब 4 बजे थे, मैं नाइट शिफ्ट में ऑफिस में था। इस बीच एक न्यूज वेबसाइट पर मैं गया तो मुख्य खबर से ठीक नीचे एक विज्ञापन देखा, जो इस बात का प्रचार था कि आप कैसे मुसलमान बन सकते हैं और इसके क्या फायदे हैं। उत्सुकता में मैंने इस पर (IslamReligion.com) क्लिक किया तो वहां मुझ जैसे वि... Read more |
![]() ![]() आरएसएस के लोगों परमहात्मा गांधी की हत्या का आरोप लगाने, मुकरने और फिर मानहानि केस में डटने का फैसला लेकर राहुल गांधी ने बहुत समझदारी का परिचय नहीं दिया है। एक कुशल राजनेता के लक्षण यह होते हैं कि पहले तो वह बोलता ही तौल कर है और गलती से कुछ गड़बड़ हो जाए तो माफी मांगने से... Read more |
![]() ![]() जम्मू-कश्मीर में भारत सरकार और सेना की भूमिका के मद्देनजर स्थानीय लोगों के मानवाधिकारों की अक्सर बात की जाती रही है। एक तबका तो ऐसा है, जो जम्मू-कश्मीर की तथाकथित आजादी के नाम पर अलगाववादियों को भी बौद्धिक समर्थन देता रहा है। लेकिन, हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। जम्मू-... Read more |
![]() ![]() पत्रकार की भूमिका क्या है? एक पत्रकार के नाते इस सवाल का जवाब मुझे हमेशा यही मिला है कि जहां भी आप हो, वहां से हर मसले को निरपेक्ष दृष्टि से देखना। लेकिन, जब कोई पत्रकार किसी राजनीतिक दल का कार्यकर्ता अधिक हो जाए और उसका अपने पेशे से सरोकार सिर्फ अपनी विचारधारा के पोषण तक... Read more |
![]() ![]() घृणा, घृणा करनेसे कम नहीं होती, बल्कि प्रेम से घटती है, यही शाश्वत नियम है। यह कहना था भगवान बुद्ध का। बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह की ओर से मायावती की तुलना ‘वेश्या’ से किए जाने के बाद उबले बीएसपी के ज्यादातर नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जिस तरह की प्रतिक्रिया दी, वह इस संदेश ... Read more |
![]() ![]() मौत। हर इंसानका अंत एक दिन इसके साथ ही होता है, लेकिन जीवन भर उसके कामों के हिसाब से ही मौत के बाद उसे जाना जाता है। कई बार तो उसके कामों के आधार पर ही तय होता है कि उसे कौन सी मौत मिलेगी। तो हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को जो मौत मिली, वह उसके कर्मों के मुताबिक ही ... Read more |
![]() ![]() बाबासाहेब आंबेडकर नेहिंदू समाज की जाति-व्यवस्था पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि यह एक ऐसी बहुमंजिला इमारत की तरह है, जिसमें कोई सीढ़ी नहीं है। उनका कहना था कि यह व्यवस्था ऐसी है, जिसमें ऊपर का व्यक्ति नीचे नहीं आ सकता और नीचे का व्यक्ति ऊपर नहीं आ सकता, उन्हें अपनी ही मंजि... Read more |
![]() ![]() जेएनयू में पिछले दिनों कुछ छात्रों ने जब कश्मीर की कथित आजादी को लेकर नारेबाजी की तो एक बार फिर समूचे देशवासियों का ध्यान राष्ट्र के इस महत्वपूर्ण हिस्से की ओर गया। आमतौर पर जम्मू-कश्मीर की चर्चा दिल्ली या अन्य हिस्सों में तभी होती है, जब कोई विवाद होता है या सरकार गठन ... Read more |
![]() ![]() बीते कुछ दशकों में भारतीय राजनीति को यदि सबसे बड़ा नुकसान हुआ है तो वह है ‘वामपंथ का बर्बादी की ओर बढ़ना’। जेएनयू में कुछ वामपंथी विचारधारा के छात्रों की ओर से भारत विरोधी नारे लगाने से लेकर रोहित वेमुला की मौत पर राजनीतिक रोटियां सेंकने, याकूब की फांसी पर अनर्गल विला... Read more |
![]() ![]() अमेरिका के हाथों बर्बाद हो चुकी दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक मेसोपोटामिया यानी इराक एक बार फिर अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है। सद्दाम हुसैन को सबक सिखाने के लिए 20 मार्च, 2003 को हुए अमेरिकी हमले में देश की तबाही तो पहले ही हो चुकी थी, अब विखंडन की राह पर भी आगे बढ... Read more |
![]() ![]() किसी भी देश में लोकतंत्र को बनाए रखने, जनहित की आवाज उठाने के लिए मीडिया को महत्वपूर्ण माना जाता है। लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कूटनीति में भी मीडिया का योगदान होता है, जिसे नकारा नहीं जा सकता।खाड... Read more |
![]() ![]() औपनिवेशिक और आधुनिक भारत में किसी भी जनांदोलन का महत्वपूर्ण वाहक पत्रकारिता ही रही है। जनसंचार एवं जनमत निर्माण करने के अलावा भारत में पत्रकारिता ने जनांदोलनों में भी अपना योगदान दिया है।स्वाभाविक है&nbs... Read more |
![]() ![]() भारतीय संस्कृति, मूल्यों की रक्षा करना हिंदी पत्रकारिता की सीरत है। हिंदी पत्रकारिता अपने शुरूआती समय से ही स्वतंत्रता के महान लक्ष्य को समर्पित रही। स्वतंत्रता संग्राम के लिए जनमानस को तैयार करने में हिंदी पत्रकारिता का महत्वपूर्ण योगदान था। लोकमान्य तिलक, महात... Read more |
![]() ![]() खुशहोकरदेखतेहोक्यामेरीतबाहीको, कोईसुहानीशामकामंजरनहींहूंमैं।यहपंक्तियांउत्तराखंडकेहालातऔरउसपरजारीसियासतकीवस्तुस्थितिकोबयांकरनेकेलिएसटीकहैं।बीते 15 जूनकोउत्तराखंडमेंआसमानसेबरसीआफतनेजहांपहाड़केलोगोंपरमुसीबतोंकापहाड़तोड़दिया, वहींसियासतइसमौक... Read more |
![]() ![]() आजलोगोंमेंयहजुमलाआमप्रचलितहोगयाहैकिकोईभीजानकारीचाहिएतोइंटरनेटपरसर्चकरलो।सबकुछमिलजाएगा।लगभगसबकुछमिलताभीहै।गूगलकीदुनियानेलोगोंकोज्ञानऔरसंवादकाएकसुलभमंचउपलब्धकरायाहै।यहीकारणहैकिकिसीभीजानकारीकेलिएलोगोंकीनिर्भरताइंटरनेटपरबढ़तीजारहीहै।यु... Read more |
![]() ![]() क्या छिनेगा भला मुझसे कोई,मैं अपना सब कुछ खोकर आया हूँ। अब तेरा ग़म भी क्या सताएगा मुझे, अश्कों के सैलाब में सब गम बहा के आया हूँ।बेख़ौफ़, निडर होकर अब चलूँगा मैं,जो खो सकता था, वह खोकर आया हूँ। ठोकर महसूस नहीं होती अब ज़माने की, तेरे दर से ठ... Read more |
![]() ![]() सीमाएं हैं असुरक्षित मेरी, संप्रभुता पर है खतरा,रक्षा करने को मेरी दे दो रक्त का कतरा-कतरा।बलिदानी वीर सपूतों, सीमाओं की करो पहरेदारी,चीन-पाक जता रहे अब हिस्सेदारी। देखो! विखंडित न होने पाए, अब भारत माता, युगों-युगों से रहा है जिससे अपना अटूट नाता। ... Read more |
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