 Kailash C Sharma
(विश्व पर्यावरण दिवस पर)आओ पर्यावरण बचायें,धरती माँ का क़र्ज़ चुकायें.सब कुछ पाया धरती माँ से,बदले में क्या दिया है हमने?कुदरत की सौगात के बदले,दूषित आँचल किया है हमने.नदियों के निर्मल पानी मेंबहा गन्दगी अपनी हमने.गंगा यमुना को दूषित करदिया विनाश निमंत्रण हमने.जंगल का... Read more |

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7:41am 5 Jun 2012 #
 Kailash C Sharma
एक नदी पर पुल था सकरा,एक बार में एक जा पाता.एक तरफ से कोई जब आता,दूजा उसी छोर रुक जाता.दो मूरख, जिद्दी थीं बकरी,पुल पर दो छोरों से आयीं.पुल के बीचों बीच पहुँच कर,पीछे हटने पर हुई लड़ाई.वे न पीछे हटने को राजी,दोनों आगे बढ़ती आयीं.लड़ते लड़ते गिरी नदी में,उन दोनों ने जान गंवाई.ए... Read more |

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9:18am 16 Mar 2012 #
 Kailash C Sharma
अभ्युदय के जन्म दिन पर नाना और नानी का ढेरों प्यार और आशीर्वाद हर वर्ष खुशी के हों मेले, हर दिन खुशियाँ लेकर आये. गंगा सी तुम शुचिता पाओ, सूरज प्रक... Read more |

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2:14am 5 Mar 2012 #
 Kailash C Sharma
मामा बनते हो तुम चंदामेरे घर पर कभी न आते.तारों साथ रात भर रहतेपर बच्चों के पास न आते.घटते बढ़ते रोज रोज क्यों,पूरे तुम अच्छे लगते हो.इसका राज बताओ हमको,क्या तुम दूध नहीं पीते हो?कभी चांदनी लेकर आते,कभी अँधेरे में क्यों रहते?सारी रात जागते हो तुम,दिन में किसके घर में रहते... Read more |

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8:52am 22 Feb 2012 #
 Kailash C Sharma
गहरे दोस्त लोमड़ी सारस,रहते थे एक नदी किनारे.कहा लोमड़ी ने सारस से,खाने पर घर आओ हमारे.सूट, बूट और टाई पहन कर,सारस घर से निकला सजकर.भूख जग गयी थी सारस की,पहुंचा जब वो उसके घर पर.खीर लोमड़ी लेकर आयीएक बड़ी चौड़ी थाली में.खीर न उसके मुंह में आतीचोंच ड़ालता जब थाली में.भूखा सा... Read more |

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9:11am 3 Feb 2012 #
 Kailash C Sharma
ओढ़े त्रय रंगी चुनरी,छब्बीस जनवरी आयी.पूरे भारत ने मिलकरगणतंत्र की खुशी मनायी.यह धरती माँ हम सबकीजीवन से भी प्यारी है.इसकी मिट्टी की खुशबूसोंधी जग से न्यारी है.आज़ाद करने इसकोकोटिक बलिदान दिये हैं.शत-शत प्रणाम हम सबका,उन पूर्वज जन के लिये है.इसकी रक्षा को हम सब मिलकर त... Read more |

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10:32am 25 Jan 2012 #
 Kailash C Sharma
ओढ़े त्रय रंगी चुनरी,छब्बीस जनवरी आयी.पूरे भारत ने मिलकरगणतंत्र की खुशी मनायी.यह धरती माँ हम सबकीजीवन से भी प्यारी है.इसकी मिट्टी की खुशबूसोंधी जग से न्यारी है.आज़ाद करने इसकोकोटिक बलिदान दिये हैं.शत-शत प्रणाम हम सबका,उन पूर्वज जन के लिये है.इसकी रक्षा को हम सब मिलकर त... Read more |

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10:32am 25 Jan 2012 #
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