Blog: छत्तीसगढ़ |
![]() ![]() मेरा मानना है कि कुछ शातिर-लेखक किसी स्त्री के लिखने-पढ़ने और आगे आने के विरोधी हो सकते हैं, अधिकतर प्रोत्साहित करने वाले होते हैं। कुछ महिलाओं की आलोचना इसलिए हुई कि उनके साहित्य में अश्लीलता परोसी गई। यह देखादेखी हुआ। 'पुरुष जब नैतिकता के कपड़े उतार सकता है तो हम ही क्य... Read more |
![]() ![]() आज सुबह दैनिक भास्कर में ये खबरदेखी ।इसके बारे में पिछले दो पोस्ट में अपनी बात कहने का प्रयास कर ही चुका हूँ । पर शायद या तो लोग निष्पक्ष नहीं है या फिर शायद हिम्मत ही नहीं या फिर उनकी पानी मजबूरियाँ होगी ।खैर अब देखना ये है क्या इस विनायक सेन और बाबूलाल अग्रवाल पर दोहरी ... Read more |
![]() ![]() अन्ना हज़ारे अपने आसपास के लोगों पर और उनके कार्यकलापों पर नजर डालें सौजन्य : दैनिक नवभारत , रायपुर ... Read more |
![]() ![]() कश्मीर का आतंकवाद राष्ट्रिय समस्या और आधे से ज्यादा देश में फैला खूनी नकसलवाद राज्यों की समस्या। उसपर से केंद्र द्वारा केन्द्रीय सुरक्षा बलों के लिए राज्यों से पैसा मांगना। धृतराष्ट्र कभी खत्म नहीं होता , शायद वह भी एक रक्त बीज है जो इस देश के सिंहासन पर काबिज है ... Read more |
![]() ![]() रेडी फिल्म का गाना अभी चल ही रहा था की ये खबर भी आ गयी लगा की ये गाना और ये खबर बस एक दूजे के ही लिए बने हैं पर चूँकि ये खबर राजनीतिक है तो गाना जरा सा बदल गया है आपकरेंतोकैरेक्टरढीलाहै। अब खबर कौन सी है वो आप ऊपर चित्र में देख ही रहे होंगे इसखबरने छत्तीसगढ़ की राजनीति में थो... Read more |
![]() ![]() आपको शायद ये तस्वीर देखकर धुंधला धुंधला सा कुछ याद आये की कैसे एक अधिकारी और उसके सीए के यहाँ छापे में करोडो की सम्पति के ऐसे दस्तावेज मिले जो खरोरा के नागरिको के नाम पर थे ऐसे नागरिक जिन्होंने पैन कार्ड के लिए आवेदन किया और उनके नाम पर फैक्ट्रियां ज़मीन खरीदे गए और बै... Read more |
![]() ![]() आपको शायद ये तस्वीर देखकर धुंधला धुंधला सा कुछ याद आये की कैसे एक अधिकारी और उसके सीए के यहाँ छापे में करोडो की सम्पति के ऐसे दस्तावेज मिले जो खरोरा के नागरिको के नाम पर थे ऐसे नागरिक जिन्होंने पैन कार्ड के लिए आवेदन किया और उनके नाम पर फैक्ट्रियां ज़मीन खरीदे गए और बै... Read more |
![]() ![]() किस तरह से वेब साइट पर सूची लगाई गयी है , खुद देखिये। कहीं गर्दन न अकड़ जाएhttp://cg.nic.in/rti/ap_authorities.pdf... Read more |
![]() ![]() इस देश की सरकार भी गज़ब है ।कश्मीर में अरबों खर्च करती है और लात खाती है और छत्तीसगढ सरकार से सुरक्षा का पैसा मांगती है ?इस देश के कुछ क्षेत्र संवेदनशील हैं । कश्मीर और लाल बेल्ट। लाल बेल्ट से यहाँ संदर्भ है नकसलवाद का । उस नकसलवाद का जिसे उसकेजनकों ने ही त्याग कर द... Read more |
![]() ![]() धन्नासेठगाँवका, सबसेअमीरजानतेथेसबउसकोदौलतेंपीठपेबांधचलतासिरहानेरखसोताथाचिलचिलातीधूपमें,सड़कपरपडाहै, मरगया !काश, कोईपरिजनहैंबहुत, परकोईनहींआयासबतंगथे,शायद, उससेपतानहीं, क्योंबहुतलालचीथादौलतकोहीसमझता, अपना !पर, बेचारा, आजसड़कपेपडाहै, मराहुआएकगठरीमेंदौलते... Read more |
![]() ![]() आजगरीबीकोदानेदानेकेलिएभटकतेदेखाहै !धूपरहीबरसातरहीपरगरीबकोपीठपेबोझाढोतेदेखाहै !आजगरीबीकोखुदकीहालतपेगुमसुमगुमसुमरोतेदेखाहै !दोरोटीकेचारटुकडेकरबच्चोंकोपेटभरतेदेखाहै !कहाँदवादुआओंपरहीबच्चोंकाबुखारठीकहोतेदेखाहै !घावनहींपरभूखसेबच्चोंकोबिलखतेदेखाह... Read more |
![]() ![]() भाईसाहबमैंमरजाऊंगामेरीधड़कनेंरुकजायेंगीसांसलेनामुश्किलहोजाएगामेरीबीवीघरसेनिकालदेगीशान-सौकतसबचलीजायेगीकिसीकोमुंहदिखानेकेलायकनहींरहूँगामुझेकरनेदो, थोड़ा-बहुतहीसहीपरमुझेभ्रष्टाचारकरलेनेदो !मैंभ्रष्टहूँ, भ्रष्टाचारीहूँइरादतनभ्रष्टाचार काआदिहोग... Read more |
![]() ![]() हाँभईमैंखबरीलालहीहूँनहीं, मैंदलालनहींहूँऔरनहीबिचौलियाहूँहाँ, अगरआपचाहेंतोमुझेएकगुडमैनेजरएक्सपर्टयाको-आर्डीनेटरकहयासोचसकतेहैं !हाँअबमैंभीलिखते-पढ़तेझूठ-सचबयांकरतेकरतेखिलाडियोंकाखिलाड़ीहोगयाहूँकबकिसकोपटकनीदेनाऔरकिसकोपंदौलीदेउठानाहैइशारोंहीइशा... Read more |
![]() ![]() मैंभ्रष्टहूँ,भ्रष्टाचारीहूँजाओ, चलेजाओतुममेरा, क्याउखाड़लोगे !चलेआये, डराने, डरताहूँक्या !आगए, डराने, उनकाक्याकरलियाजोपहलेसबकीमारमारकरधनियाबो-और-काटकरचलेगए !चलेआयेमुंहउठाकरनई-नवेलीदुल्हनसमझकरआओदेखो, देखकरहीनिकललोअगरज्यादातीन-पांच-तेरहकीतोमैंपांच-तीन-अठ... Read more |
![]() ![]() नेशनल साइंस ड्रामा फेस्टिवल के लिए एक बार फिर छ.ग. से मोना माडर्न स्कूल,सारंगढ़ का चयन.नेहरु साइंस सेंटर, मुबई में आयोजित इस कॉम्पिटिशन में पहले भी मोना स्कूल का चयन २००८-२००९ में हो चूका हे जिसमे राष्ट्रिय स्तर पर स्कूल को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ था.इस बार भी नेशनल साइ... Read more |
![]() ![]() बात कोई तेरह -चौदह वर्ष पुरानी है। उस रात जब केवल मेरे कमरे में आया तो उसके चेहरे में एक चमक थी। पत्रकारों को किसी नई कहानी के मिलने का एसा ही सुकून होता है जैसा ताजी कविता लिखी जाने के बाद पहले श्रोता को उसे सुना दिये जाने का। चन्द्रू आज उसकी कहानी था। नारायणपुर के जंगलो... Read more |
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