 Alok ranjan jha
दिल्ली में ऐसा बहुत ही कम होता है जब आप किराएदार हों और आपका मकान मालिक घर की पुताई कराने के लिए बार बार जोर दे ! यहाँ किराए के लिए मकान मालिक को लगातार चिख-चिख करते देखा है । कुछ साल पहले जब अपने पास मोबाइल नहीं था तो नीचे आंटी के फोन पर ही फोन आता था । जब भी कोई कॉल आती आंटी ... Read more |

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5:57pm 14 May 2012 #
 Alok ranjan jha
सुबह सुबह शोर से नींद खुल गई है । आँखें मुँह फुलाये बैठी हैं - उन्हें और सोना है । पर क्या किया जा सकता है जब नीचे इतनी आवाजें आ रही हों उसमें सोया भी तो नहीं जा सकता । ये चिल्लम-चिल्ली निगम चुनाव के उम्मीदवारों ने मजा रखी है । सुबह सुबह जब लोग नींद में ही हों तब आकर इतनी आवा... Read more |

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4:36am 8 Apr 2012 #

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2:45pm 2 Feb 2012 #
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