 ajay kumar jha
इंद्रप्रस्थ भारती ,हिंदी अकादमी द्वारा प्रकाशित एक मासिक साहित्यिक पत्रिका है और वर्ष 2016-2017 में प्रकाशित पत्रिकाओं के कुल 24 अंकों में से चुन कर पाठकों के लिए कुल 18 कहानियों का ये संकलन निश्चित रूप से कहानियों की खुराक की चाह रखने वाले पाठकों के लिए पठनीय और संग्रहणीय ... Read more |
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#विश्वपुस्तकमेला 2019मैं दिल्ली के लगभग हर पुस्तक मेले में ,एक पाठक जिसे किताबें खरीदने और पढ़ने का जुनून है, की हैसियत से जरूर शिरकत करने का प्रयास करता हूँ और अधिकाँश बार सफल भी होता हूँ | शुरआती दिनों में हिंदी साहित्य की सिर्फ इतनी समझ थी कि तमाम नामचीन लेखकों सा... Read more |
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कांच के शामियाने किताबें पढना और बात और उन किताबों पर कुछ कहना या लिखना जुदा बात और ज्यादा कठिन इसलिए भी क्योंकि लेखनी से आप पहले से ही परिचित हों तो जी हाँ यह मैं, बात कर रहा हूं रश्मि रविजा के उपन्यास कांच के शामियाने की। उपन्यास हाथ में आते हुई एक सांस में पढता चला ... Read more |
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सबसे कम खर्चीला मनोरंजन होता है किताबों से और ये स्थाई होता है : जार्ज बर्नार्ड शॉ यही नहीं किसी और ने भी कहा है कि किताबें जिन्दगी के सबसे अच्छी दोस्त , सबसे करीब की रिश्तेदार और सबसे काबिल गुरु होती हैं | ये सच भी है वे यह बातें बखूबी जानते हैं जिनकी सच में ही पढने में र... Read more |
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किसी के रूठने ,मनाने किसी के उतरने चढने का ये मौसम है ,हमसे खुशबू आने लगी है कागज़ों की , पढने का ये मौसम है ....ठीक ठीक तो नहीं जानता कि मुझे किताबों से कब इतना इश्क हो गया मगर जुनूनी तो यकीनन ही मैं शायद अपनी मैट्रिक परीक्षा के बाद से हो गया था पढाई के प्रति । सबसे पहले जो दो कि... Read more |
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इन दिनों आधुनिक काल में ईराकी समाज से से निकली प्रथा ..पदम पादुका पदे पदे ..यानि कि जूता चलाइए ..अभियान ने धीरे धीरे भारत में भी दोबारा से अपना महत्व स्थापित किया है । दोबारा से इसलिए कहे हैं काहे से कि ..श्री लाल शुक्ल जी के इस ....राग दरबारी ..के एक अनमोल पन्ने पर , हमें इस प्रथ... Read more |
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इन दिनों राग दरबारी सुन रहे हैं , श्री लाल शुक्ल जी को पढते हुए गजब अनुभव हो रहा है , न सिर्फ़ ग्राम जीवन से परिचय हो रहा है बल्कि हर दो पन्ने के बाद एक नए किरदार से मुलाकात हो जाती है । अभी तो चंद पन्नों को ही पलटा है....................."खन्ना मास्टर का असली नाम खन्ना था । वैसे ही जैसे तिल... Read more |
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गुनाहों का देवता ..इस किताब को जाने कितनी ही बार पढ गया हूं ..कई बार एक ही सिटिंग में तो कई बार चुनिंदा चुनिंदा पन्नों को ..और बहुत बार कोई भी पन्ना खोल कर । इसका आकर्षण मुझे हर बार बांध के रख देता है । और इसके आकर्षण में बंध जाने या कहूं कि बंध कर रह जाने वाला शायद मैं अकेला नह... Read more |
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गुनाहों का देवता के हर पन्ने को पर धर्मवीर भारती द्वारा शब्दों का बुना हुआ एक ऐसा संसार मिलेगा जिसमें आपको न सिर्फ़ उस खास पन्ने पर रची गई दुनिया एक एक झलक ..बल्कि वहां उड रही धूल और बह रही ठंडी हवा , पेडों की छाया , धूप की ठसक और घास पत्तों की खुशबू तक का एहसास होगा । शब्दों क... Read more |
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ये महज़ एक किताब नहीं , एक पूरा युग है जिसे मैंने जियो है और अब भी जी रहा हूं ये इस ब्लॉग की पहली पोस्ट है । इस ब्लॉग के यहां होने की भी एक दिलचस्प वजह है । किताबें शुरू से ही बहुत लोगों की तरह में मेरे वही प्रिय दोस्त रहे हैं । ये अलग बात है कि इन किताबों के दायरे में पहले कॉमि... Read more |
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